ETV Bharat / state

नीरज सिंह बबलू को HAM की धमकी, 'हमारे दम पर बने हैं मंत्री.. कभी भी हो जाएंगे बेरोजगार' - बिहार की खबरें

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व हम प्रमुख जीतनराम मांझी द्वारा ब्राह्मणों पर दिए गए बयान पर बिहार में सियासत जारी है. इधर हम प्रवक्ता दानिश रिजवान ने मंत्री नीरज सिंह बबलू को आड़े हाथ लिया है.

etv bharat
दानिश रिजवान
author img

By

Published : Dec 28, 2021, 1:14 PM IST

पटना: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के विवादित बयान (Jitan Ram Manjhi Controversial Statement) के बाद बिहार में राजनीति थमने का नाम नहीं ले रही है. बीजेपी कोटे के मंत्री नीरज सिंह बबलू ने मांझी को ऐसी बाते नहीं बोलने की सलाह दी थी. जिसे लेकर हम प्रवक्ता दानिश रिजवान (HAM Spokesperson Danish Rizwan) ने पलटवार किया है.

इसे भी पढ़ें: मांझी के ब्राह्मण महाभोज पर 'खरमास का ग्रहण', पंडित बोले- 'ये भोज का वक्त है क्या.. जो जाएंगे वो अपवित्र खाएंगे'

प्रवक्ता दानिश ने कहा है कि मांझी जी के बारे में उल-जुलूल बकना ठीक नहीं है. उन्हें याद रखना चाहिए कि एनडीए के सरकार में वे मंत्री हैं. और मांझी के दम पर ही सरकार चल रही है. उन्होंने कहा कि हम के चार विधायक अगर अलग हो जाएंगे, तो उनकी हैसियत क्या रह जायेगी ये बात वो समझते नहीं है. दानिश ने कहा कि उन्हें बयानबाजी से बचना चाहिए. मांझी सभी समाज के नेता हैं और कुछ भी बोलते हैं तो उसमें दम होता है.

देखें रिपोर्ट.

ये भी पढ़ें: मांझी का डैमेज कंट्रोल भोजः पूर्व CM बोले- ब्राह्मणों का सम्मान है.. मुझसे कोई नाराज नहीं

'बिहार सरकार के मंत्री नीरज सिंह बबलू जी जीतन राम मांझी जी को आपके सजेशन की कोई जरूरत नहीं है. न वो संन्यास ले रहे हैं और न ही राम नाम जपेंगे. लेकिन एक चीज याद रखिएगा कि यदि जीतन राम मांझी जी ने अपने चार विधायकों का सहयोग आपके साथ से हटा लिया, तो जो आप मंत्री बने घूम रहे हैं न सड़क पर आ जाइएगा. बयानबाजी करने से पहले 20 बार सोच लीजिए कि किसके ऊपर क्या बोल रहे हैं.' -दानिश रिजवान, हम प्रवक्ता

बता दें कि, मांझी ने कुछ दिन पहले एक कार्यक्रम में ब्राह्मण समाज के लोगों पर अमर्यादित टिप्पणी की थी, जिसके बाद से ही उनके बयान का विरोध हो रहा है. बाद में हालांकि मांझी ने माफी मांगते हुए कहा कि, वे ब्राह्मण के खिलाफ नहीं, ब्राह्मणवाद के खिलाफ है. उन्होंने कहा, 'हम अपने समाज के लिए '@#&^%$' शब्द का इस्तेमाल किया था. पंडित जी के लिए नहीं किया था. अगर इसमें कहीं गलतफहमी हो गई हो तो हम इसके लिए माफी चाहते हैं. लेकिन हम अपने समाज के लिए कहा था कि ऐसे आप लोग हो गए हैं कि अपने देवता को छोड़कर दूसरे का पूजा कराते हैं. उसमें भी शर्म आना चाहिए कि आपके यहां जो नहीं खाने वाले हैं, उनसे आपलोग पूजा कराते हैं.'

विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

पटना: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के विवादित बयान (Jitan Ram Manjhi Controversial Statement) के बाद बिहार में राजनीति थमने का नाम नहीं ले रही है. बीजेपी कोटे के मंत्री नीरज सिंह बबलू ने मांझी को ऐसी बाते नहीं बोलने की सलाह दी थी. जिसे लेकर हम प्रवक्ता दानिश रिजवान (HAM Spokesperson Danish Rizwan) ने पलटवार किया है.

इसे भी पढ़ें: मांझी के ब्राह्मण महाभोज पर 'खरमास का ग्रहण', पंडित बोले- 'ये भोज का वक्त है क्या.. जो जाएंगे वो अपवित्र खाएंगे'

प्रवक्ता दानिश ने कहा है कि मांझी जी के बारे में उल-जुलूल बकना ठीक नहीं है. उन्हें याद रखना चाहिए कि एनडीए के सरकार में वे मंत्री हैं. और मांझी के दम पर ही सरकार चल रही है. उन्होंने कहा कि हम के चार विधायक अगर अलग हो जाएंगे, तो उनकी हैसियत क्या रह जायेगी ये बात वो समझते नहीं है. दानिश ने कहा कि उन्हें बयानबाजी से बचना चाहिए. मांझी सभी समाज के नेता हैं और कुछ भी बोलते हैं तो उसमें दम होता है.

देखें रिपोर्ट.

ये भी पढ़ें: मांझी का डैमेज कंट्रोल भोजः पूर्व CM बोले- ब्राह्मणों का सम्मान है.. मुझसे कोई नाराज नहीं

'बिहार सरकार के मंत्री नीरज सिंह बबलू जी जीतन राम मांझी जी को आपके सजेशन की कोई जरूरत नहीं है. न वो संन्यास ले रहे हैं और न ही राम नाम जपेंगे. लेकिन एक चीज याद रखिएगा कि यदि जीतन राम मांझी जी ने अपने चार विधायकों का सहयोग आपके साथ से हटा लिया, तो जो आप मंत्री बने घूम रहे हैं न सड़क पर आ जाइएगा. बयानबाजी करने से पहले 20 बार सोच लीजिए कि किसके ऊपर क्या बोल रहे हैं.' -दानिश रिजवान, हम प्रवक्ता

बता दें कि, मांझी ने कुछ दिन पहले एक कार्यक्रम में ब्राह्मण समाज के लोगों पर अमर्यादित टिप्पणी की थी, जिसके बाद से ही उनके बयान का विरोध हो रहा है. बाद में हालांकि मांझी ने माफी मांगते हुए कहा कि, वे ब्राह्मण के खिलाफ नहीं, ब्राह्मणवाद के खिलाफ है. उन्होंने कहा, 'हम अपने समाज के लिए '@#&^%$' शब्द का इस्तेमाल किया था. पंडित जी के लिए नहीं किया था. अगर इसमें कहीं गलतफहमी हो गई हो तो हम इसके लिए माफी चाहते हैं. लेकिन हम अपने समाज के लिए कहा था कि ऐसे आप लोग हो गए हैं कि अपने देवता को छोड़कर दूसरे का पूजा कराते हैं. उसमें भी शर्म आना चाहिए कि आपके यहां जो नहीं खाने वाले हैं, उनसे आपलोग पूजा कराते हैं.'

विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.