पटनाः बिहार के कई जिले साइबर अपराधियों का नय गढ़ बनता (Cyber Fraud In Bihar ) जा रहा है. साइबर अपराधी आम लोगों को पुलिस और प्रशासन के वरीय अधिकारियों को चुना लगा दे रहे हैं. ऐसे मामलों को रोकने के लिए उत्पाद और निबंधन विभाग ने बिपार्ड के साथ मिलकर 5 दिन का साइबर सिक्योरिटी कोर्स (cyber security course in bipard) डिजाइन किया है. यह कोर्स पुलिस-प्रशासन, बैंक कर्मी सहित अन्य सरकारी कर्मियों के लिए तैयार किया गया है. कोर्स के लिए प्रति व्यक्ति 10 हजार रुपया अदा करना होगा.
ये भी पढ़ें-गया SSP से सीधी पहुंच होने और खुद को चैनल हेड की बात कह किया साइबर फ्रॉड, पटना के शख्स पर केस दर्ज
"यह ट्रेनिंग प्रोग्राम में भाग लेने के लिए लोगों को ऑनलाइन आवेदन करना होगा. जो लोग भी इच्छुक हो इस ट्रेनिंग प्रोग्राम के लिए अपना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं.इस ट्रेनिंग प्रोग्राम ट्रेनिंग लेने वाले लोग इस ट्रेनिंग के जरिए जान सकेंगे कि और साइबर फ्रॉड कैसे होते हैं और इससे बचने के क्या कुछ तरीके हैं.साइबर एक्टिविटी करने के दौरान लोगों को किस तरह की सावधानियां बरतनी है. इस ट्रेनिंग प्रोग्राम में विभिन्न केस स्टडी और अन्य माध्यमों से लोगों को बचने की जानकारी दी जाएगी"-बी कार्तिकेय धनजी, उत्पाद आयुक्त
21 नवंबर से शुरू होगा कोर्सः साइबर सिक्योरिटी कोर्स की शुरुआत 21 नवंबर से की जाएगी. ट्रेनिंग प्रोग्राम साइबर विशेषज्ञ की देखरेख में चलाया जाएगा. 20-20 लोगों के बैच में कोर्स संचालित किया जायेगा. उत्पाद आयुक्त ने बताया कि हाल के दिनों में लोग बड़ी तेजी से साइबर फ्रॉड के शिकार हो रहे हैं. आम लोग कैसे इस साइबर फ्रॉड से कैसे बचें इसको लेकर बिहार उत्पाद विभाग ने बिपार्ड के साथ मिलकर आम लोगों को साइबर सिक्योरिटी से जुड़ी हुई है अहम ट्रेनिंग प्रोग्राम चलाने का निर्णय लिया है. उत्पाद आयुक्त बी कार्तिकेय धनजी ने बताया कि उत्पाद विभाग में बिपार्ड के साथ मिलकर एक स्पेसिफिक ट्रेडिंग प्रोग्राम चला रहा है, जिसमें प्राइवेट संस्थान, निजी बैंक, सरकारी बैंक, सरकारी पीएसयू उनके कर्मचारियों और उनके ऑफिसर को जिन्हें साइबर सिक्योरिटी , एआईएमएल , क्लाइमेट चेंज , सस्टेनेबल डेवलपमेंट , एनवायरमेंटल प्लानिंग के कोर्स को कराया जाएगा. इससे लोग साइबर ठगी के शिकार होने से बचेंगे.
ये भी पढ़ें-साइबर फ्रॉड करके मनोज ने अर्जित की करोड़ों की संपत्ति, अब खाएगा जेल की हवा