गया: "जब कार की चाबी मिली तो लगा कि परमात्मा कब किसको क्या दे दे, कोई नहीं जानता. शास्त्रों में वर्णित है कि जिसको जो मिलना है वह उसे मिलकर ही रहेगा. यह परमात्मा की हम पर कृपा है. परमात्मा की कृपा से ही चमचमाती कार हमें मिली है. परमात्मा कब किसे कौन सी चीज उपलब्ध करा दे यह कोई नहीं जानता." यह कहना है गया विष्णुपद रामानुज मठ के मठाधीश जगद्गुरु स्वामी वेंकटेश प्रपन्नाचार्य का.
लक्की ड्रा में निकली चमचमाती कार: दरअसल,बिहार के गया में विष्णुपद रामानुज मठ के महंत को लकी ड्रा में चमचमाती कार मिली है. महंत चाबी पाकर बेहद खुश हुए. रामानुज मठ के मठाधीश ने बीते ठंड के दिनों में कंबल की खरीदारी की थी. खरीदारी पर एक कूपन भरा था. कूपन का लकी ड्रा निकाला, तो मठ के मठाधीश के हाथ चमचमाती कार की चाबी मिली.
प्रयागराज महाकुंभ में थे, तो फोन पर मिली जानकारी: विष्णुपद स्थित रामानुज मठ के मठाधीश जगतगुरु स्वामी वेंकटेश प्रपन्नाचार्य ने बताया कि उन्होंने एक प्रतिष्ठान से 10 हजार से ऊपर की खरीददारी की थी. तब ठंड का दिन था और उन्होंने कंबल की खरीदारी की थी. 10 हजार से अधिक की खरीदारी करने पर एक कूपन भरा. इस कूपन का लक्की ड्रा होना था. इस बीच जब वह प्रयागराज महाकुंभ में थे. तभी उन्हें मोबाइल फोन पर जानकारी मिली कि मुझे लक्की ड्रा में कार निकली है.
टोटो पर बैठकर गए, कार से लौटे: वहीं, मठ के मठाधीश कार लाने के लिए भाड़े की टोटो पर निकले थे. भाड़े की टोटो पर सवार होकर वे गया शहर के धामी टोला बैंक रोड स्थित (डालमिया बाजार) प्रतिष्ठान में पहुंचे. जहां से उन्हें लक्की ड्रा की सूचना मिली थी. वहां से चमचमाती कार शिव कैलाश डालमिया के हाथों पाने के बाद वे कार से लौटे. इस संबंध में शिव कैलाश डालमिया ने बताया कि बीते दिन डालमिया बाजार में ग्राहकों की उपस्थिति में लक्की कूपन निकाले गए थे और 42 भाग्यशाली विजेताओं के नाम घोषित किए गए थे. इसमें प्रथम पुरस्कार रामानुज मठ के महंत स्वामी वेंकटेश प्रपन्नाचार्य जी महाराज को मिला है. उन्हें आधुनिक इलेक्ट्रिक कार निकली है.
ये भी पढ़ें
उद्योगपति अनिल अंबानी बोधगया दौरे पर, पत्नी टीना के साथ विष्णुपद मंदिर में की पूजा-अर्चना
बोधगया में नया साल का जश्न, रंग-बिरंगे फूल और लाइटों से सजा महाबोधि मंदिर, देखें तस्वीर
'नहीं आ रहे दलाई लामा..' खबर सुनकर गया के कारोबारियों को लगा 100 करोड़ का झटका, छाई मायूसी