पटना: बिहार राज्य टेक्स्ट बुक कॉरपोरेशन के कक्षा 1 से लेकर 12वीं तक की पुस्तकों को विभाग के द्वारा कुछ दिनों पहले bstbpc.gov.in पर अपलोड किया गया था और इसका फायदा उठाते हुए साइबर बदमाशों ने विभाग की ओर से साइट पर अपलोड किए गए पुस्तकों को उपलोड कर बिहार टेक्स्ट बुक एंड सीबीएसई बुक के नाम से प्ले स्टोर एप लॉन्च कर दिया. मामला संज्ञान में आने के बाद कंपनी के एमडी रंजीत कुमार सिंह ने कोतवाली थाने के साथ बिहार साइबर सेल में भी मामले को दर्ज करवाया है.
'रुपये कमाने के मकसद से किया गया गलत उपयोग'
दर्ज एफआइआर में बिहार राज्य टेक्स्ट बुक कॉर्पोरेशन के एमडी डॉ. रंजीत कुमार ने कहा है कि बीटीबीसी का ऐप अभी लॉन्च नहीं किया गया है. बावजूद साइबर अपराधियों ने फर्जी और गलत तरीके से रुपये कमाने के उद्देश्य से प्ले स्टोर पर 'बिहार टेक्स्ट बुक एंड सीबीएसई बुक' के नाम से एक एप को अपलोड कर दिया. यह एक साइबर अपराध है. bstbpc.gov.in पर अपलोड किये गए पुस्तकों को बदमाशों ने अवैध तरीके से निजी स्वार्थ के लिए दुरूपयोग किया है.
जांच में जुटी पुलिस
कंपनी के एमडी डॉ रंजीत कुमार सिंह ने दर्ज एफआइआर में यह जानकारी दी है बीटीबीसी का एप अभी लॉन्च नहीं किया गया है. साइबर अपराधियों ने इस पूरी घटना को अंजाम दिया है और बिना अनुमति के अनधिकृत रूप से मोबाइल एप बनाकर इसे प्ले स्टोर पर अपलोड कर दिया है. उन्होंने छात्र, शिक्षक और अन्य उपयोग कार्ता को इस फर्जी एप से बचने की सलाह भी दी है. फिलहाल मामला दर्ज होने के बाद कोतवाली थाने की पुलिस साइबर एक्सपर्ट की सहायता से पूरे मामले की तहकीकात में जुट गई है.