पटना: कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर गंगा स्नान करने की परपंरा रही है. इसी को लेकर राजधानी के गाय घाट पर श्रद्धालुओ ने गंगा में अस्था की डुबकी लगाई. वहीं, इस मौके पर भक्तों ने भगवान सूर्य को अर्घ्य देकर भगवान विष्णु और शिव की पूजा अर्चना की.
कार्तिक पूर्णिमा का महत्व
कार्तिक पूर्णिमा को त्रिपुरी पूर्णिमा और गंगा स्नान की पूर्णिमा के नाम से बी जाना जाता है. बता दें कि हिन्दू मान्यता के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान, दीप दान, हवन, यज्ञ आदि करने से सांसारिक पाप और ताप का शमन होता है. इस दिन किये जाने वाले अन्न, धन और वस्त्र दान का भी बहुत महत्व बताया गया है.
स्नान करने से होती है पुण्य की प्राप्ति
शास्त्रों में कहा गया है कि कार्तिक पुर्णिमा के दिन पवित्र नदी, सरोवर और धर्म स्थान में जैसे, गंगा, यमुना, गोदावरी, नर्मदा, गंडक, कुरूक्षेत्र, अयोध्या, काशी में स्नान करने से विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है. वहीं, कार्तिक माह की पूर्णिमा तिथि पर व्यक्ति को बिना स्नान किए नहीं रहना चाहिए.
सूरक्षा को लेकर पुलिस मुस्तैद
इस दिन खालसा पंथ के संस्थापक और सिक्ख धर्म के प्रथम गुरु श्री गुरु नानक जी महाराज का अवतरण हुआ था, इसलिय आज सिक्खों के गुरु महाराज के जन्मदिवस से अवसर पर प्रकाश पर्व मनाया जाता है. इस मौक पर जिला प्रसाशन भी मुस्तेद दिखी, ताकि कोई अप्रिय घटना न घट सके और लोगो ने आस्था की डुबकी लगाकर भगवान से अपरे परिवार के लिए मंगल की कामना की.