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कार्तिक पूर्णिमा: गंगा घाटों पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, सुरक्षा के खास इंतजाम

कार्तिक पूर्णिमा को लेकर राजधानी के विभिन्न गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पडी. बता दें कि मौके पर श्रद्धालुओं ने भगवान सूर्य को अर्घ्य देकर भगवान विष्णु और शिव की पूजा अर्चना की.

Kartik Purnima
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Published : Nov 12, 2019, 11:13 AM IST

पटना: कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर गंगा स्नान करने की परपंरा रही है. इसी को लेकर राजधानी के गाय घाट पर श्रद्धालुओ ने गंगा में अस्था की डुबकी लगाई. वहीं, इस मौके पर भक्तों ने भगवान सूर्य को अर्घ्य देकर भगवान विष्णु और शिव की पूजा अर्चना की.

कार्तिक पूर्णिमा का महत्व
कार्तिक पूर्णिमा को त्रिपुरी पूर्णिमा और गंगा स्नान की पूर्णिमा के नाम से बी जाना जाता है. बता दें कि हिन्दू मान्यता के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान, दीप दान, हवन, यज्ञ आदि करने से सांसारिक पाप और ताप का शमन होता है. इस दिन किये जाने वाले अन्न, धन और वस्त्र दान का भी बहुत महत्व बताया गया है.

Kartik Purnima
श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़

स्नान करने से होती है पुण्य की प्राप्ति
शास्त्रों में कहा गया है कि कार्तिक पुर्णिमा के दिन पवित्र नदी, सरोवर और धर्म स्थान में जैसे, गंगा, यमुना, गोदावरी, नर्मदा, गंडक, कुरूक्षेत्र, अयोध्या, काशी में स्नान करने से विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है. वहीं, कार्तिक माह की पूर्णिमा तिथि पर व्यक्ति को बिना स्नान किए नहीं रहना चाहिए.

कार्तिक पूर्णिमा को लेकर राजधानी में गंगा स्नान के लिए पहुंचे लोग

सूरक्षा को लेकर पुलिस मुस्तैद
इस दिन खालसा पंथ के संस्थापक और सिक्ख धर्म के प्रथम गुरु श्री गुरु नानक जी महाराज का अवतरण हुआ था, इसलिय आज सिक्खों के गुरु महाराज के जन्मदिवस से अवसर पर प्रकाश पर्व मनाया जाता है. इस मौक पर जिला प्रसाशन भी मुस्तेद दिखी, ताकि कोई अप्रिय घटना न घट सके और लोगो ने आस्था की डुबकी लगाकर भगवान से अपरे परिवार के लिए मंगल की कामना की.

पटना: कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर गंगा स्नान करने की परपंरा रही है. इसी को लेकर राजधानी के गाय घाट पर श्रद्धालुओ ने गंगा में अस्था की डुबकी लगाई. वहीं, इस मौके पर भक्तों ने भगवान सूर्य को अर्घ्य देकर भगवान विष्णु और शिव की पूजा अर्चना की.

कार्तिक पूर्णिमा का महत्व
कार्तिक पूर्णिमा को त्रिपुरी पूर्णिमा और गंगा स्नान की पूर्णिमा के नाम से बी जाना जाता है. बता दें कि हिन्दू मान्यता के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान, दीप दान, हवन, यज्ञ आदि करने से सांसारिक पाप और ताप का शमन होता है. इस दिन किये जाने वाले अन्न, धन और वस्त्र दान का भी बहुत महत्व बताया गया है.

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श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़

स्नान करने से होती है पुण्य की प्राप्ति
शास्त्रों में कहा गया है कि कार्तिक पुर्णिमा के दिन पवित्र नदी, सरोवर और धर्म स्थान में जैसे, गंगा, यमुना, गोदावरी, नर्मदा, गंडक, कुरूक्षेत्र, अयोध्या, काशी में स्नान करने से विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है. वहीं, कार्तिक माह की पूर्णिमा तिथि पर व्यक्ति को बिना स्नान किए नहीं रहना चाहिए.

कार्तिक पूर्णिमा को लेकर राजधानी में गंगा स्नान के लिए पहुंचे लोग

सूरक्षा को लेकर पुलिस मुस्तैद
इस दिन खालसा पंथ के संस्थापक और सिक्ख धर्म के प्रथम गुरु श्री गुरु नानक जी महाराज का अवतरण हुआ था, इसलिय आज सिक्खों के गुरु महाराज के जन्मदिवस से अवसर पर प्रकाश पर्व मनाया जाता है. इस मौक पर जिला प्रसाशन भी मुस्तेद दिखी, ताकि कोई अप्रिय घटना न घट सके और लोगो ने आस्था की डुबकी लगाकर भगवान से अपरे परिवार के लिए मंगल की कामना की.

Intro:आज के दिन गंगा में स्नान कर भगवान शिव और बिष्णु की ओज कर अत्यंत लाभ और सुख की प्राप्ति होती है क्योंकि आज के दिन भगवान विष्णु मतष्य में जन्म लिया यानी मछली रूप धारण किया था साथ ही भगवान शिव अत्यंत दुराचारी राक्षस त्रिपुरा सुर का बध किया।आज के दिन और भी खास है क्योंकि खालसा पंथ एवम सिक्ख धर्म के संस्थापक और पहले गुरु श्री गुरु नानक जी महाराज का जन्म भी आज हुआ था।आज का यह संयोग बहुत ही अदभुत है इसलिय करोड़ो श्रद्धालु गंगा में स्नान कर डुबकी लगाते है और भगवान सूर्य को अर्ग देकर भगवान शिव और विष्णु की पूजा करते है।


Body:स्टोरी:-कार्तिक गंगा स्नान।
रिपोर्ट:-पटना सिटी से अरुण कुमार।
दिनांक:-12-11-019.
एंकर:-कार्तिक पूर्णिमा को लेकर करोड़ो श्रद्धालुओ ने गंगा ने डुबकी लगाकर भगवान सूर्य को अर्ग देकर भगवान विष्णु और शिव की पूजा कर व्रह्माण को दानपुण्य कर पुण्य के भागी बने।आज के त्रिवेणी संयोग बड़ा ही अदभुत माना जाता है क्योंकि आज के दिन तीन भगवान धरती पर अवतरीत हुए थे यानी भगवान विष्णु मछली रुप धारण किया,भगवान शिव ने अत्यंत दुराचारी राक्षस त्रिपुरासुर का बध किया था और खालसा पंथ के संस्थापक सिक्ख धर्म के प्रथम गुरु श्री गुरु नानक जी महाराज का अवतरण हुआ था इसलिय आज सिक्ख श्रद्धालु भी गुरु महाराज का प्रकाश पर्व मनाया जाता है।कार्तिक पुर्णिमा के मौके पर जिला प्रसाशन भी मुस्तेद रही ताकि कोई अप्रिय घटना न घट सके और लोगो ने आस्था की डुबकी लगाकर भगवान से मंगल कामना की।


Conclusion:आज के कार्तिक पूर्णिमा के दिन करोड़ो लोगो ने आस्था की डुबकी लगाया क्योंकि आज के त्रिपुर्ण संयोग बहुत हु शुभ माना जाता है कि आज के दिन भगवान विष्णु मतष्य में जन्म लिया यानी मछली रूप धारण किया था साथ ही भगवान शिव अत्यंत दुराचारी राक्षस त्रिपुरा सुर का बध किया।आज के दिन और भी खास है क्योंकि खालसा पंथ एवम सिक्ख धर्म के संस्थापक और पहले गुरु श्री गुरु नानक जी महाराज का जन्म भी आज हुआ था।आज का यह संयोग बहुत ही अदभुत है इसलिय करोड़ो श्रद्धालु गंगा में स्नान कर डुबकी लगाते है और भगवान सूर्य को अर्ग देकर भगवान शिव और विष्णु की पूजा करते है।
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