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पटना: माघ सप्तमी को लेकर घाटों पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ - उत्तरायण गंगा

माघ का पूरा महीना पुण्य मास के नाम से जाना जाता है. माघ शुक्ल सप्तमी को सुबह नियम के साथ स्नान करने से मनोवांछित फल मिलता है.

घाटों पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भारी भीड़
घाटों पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भारी भीड़
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Published : Feb 1, 2020, 1:22 PM IST

पटना: राजधानी के बाढ़ अनुमंडल के विभिन्न गंगा घाटों पर माघ की सप्तमी को लेकर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ इकट्ठा हुई है. श्रद्धालु दूर-दूर से गंगा घाटों पर पहुंचकर पूजा-अर्चना कर रहे हैं. बाढ़ में गंगा उत्तरायण होने की वजह से यहां श्रद्धालुओं की भारी इकट्ठा होती है. मान्यता है कि उत्तरायण गंगा में स्नान कर पूजा करने से सुख समृद्धि की प्राप्ति होती है.

मनोवांछित फल की होती है प्राप्ती
बता दें कि वैसे तो माघ का पूरा महीना ही पुण्य मास के नाम से जाना जाता है. इस महीने में शुक्ल पक्ष की अमावस्या और पूर्णिमा का बहुत महत्व है. इस सप्तमी को साल भर की सप्तमी में सर्वश्रेष्ठ माना जाता है. इसे करने से सौभाग्य की प्राप्ति होती है. माघ शुक्ल सप्तमी को सुबह नियम के साथ स्नान करने से मनोवांछित फल मिलता है. गंगा पूरे भारत में सिर्फ चार जगह उत्तरायण है. जिसमें हरिद्वार, वाराणसी, बाढ़ और सुल्तानगंज का नाम शामिल है.

माघ की सप्तमी की मान्यता
मान्यता है कि हर साल माघ महीने के शुक्ल पक्ष की सप्तमी को अंचला सपने का पर्व मनाया जाता है. इसे सूर्य सप्तमी व्रत आरोग्य सूर्य सप्तमी आदि नामों से भी जाना जाता है. अगर यह पर्व रविवार को पड़ता है तो इसे भानु सप्तमी भी कहा जाता है. शास्त्रों के अनुसार भगवान सूर्य ने इसी दिन सारे जगत को अपने प्रकाश से आलोकित किया था. इसीलिए इस सप्तमी को सूर्य जयंती के रूप में भी मनाया जाता है.

पटना: राजधानी के बाढ़ अनुमंडल के विभिन्न गंगा घाटों पर माघ की सप्तमी को लेकर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ इकट्ठा हुई है. श्रद्धालु दूर-दूर से गंगा घाटों पर पहुंचकर पूजा-अर्चना कर रहे हैं. बाढ़ में गंगा उत्तरायण होने की वजह से यहां श्रद्धालुओं की भारी इकट्ठा होती है. मान्यता है कि उत्तरायण गंगा में स्नान कर पूजा करने से सुख समृद्धि की प्राप्ति होती है.

मनोवांछित फल की होती है प्राप्ती
बता दें कि वैसे तो माघ का पूरा महीना ही पुण्य मास के नाम से जाना जाता है. इस महीने में शुक्ल पक्ष की अमावस्या और पूर्णिमा का बहुत महत्व है. इस सप्तमी को साल भर की सप्तमी में सर्वश्रेष्ठ माना जाता है. इसे करने से सौभाग्य की प्राप्ति होती है. माघ शुक्ल सप्तमी को सुबह नियम के साथ स्नान करने से मनोवांछित फल मिलता है. गंगा पूरे भारत में सिर्फ चार जगह उत्तरायण है. जिसमें हरिद्वार, वाराणसी, बाढ़ और सुल्तानगंज का नाम शामिल है.

माघ की सप्तमी की मान्यता
मान्यता है कि हर साल माघ महीने के शुक्ल पक्ष की सप्तमी को अंचला सपने का पर्व मनाया जाता है. इसे सूर्य सप्तमी व्रत आरोग्य सूर्य सप्तमी आदि नामों से भी जाना जाता है. अगर यह पर्व रविवार को पड़ता है तो इसे भानु सप्तमी भी कहा जाता है. शास्त्रों के अनुसार भगवान सूर्य ने इसी दिन सारे जगत को अपने प्रकाश से आलोकित किया था. इसीलिए इस सप्तमी को सूर्य जयंती के रूप में भी मनाया जाता है.

Intro:माघ के सप्तमी (माघे साथे) को लेकर बाढ़ अनुमंडल के विभिन्न गंगा घाटों में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़,श्रद्धालु गंगा स्नान कर कर रहे हैं पूजा-पाठ, आज के दिन पूजा पाठ करने से मिलती है सुख और समृद्धि।Body:बाढ़ अनुमंडल के विभिन्न गंगा घाटों में मां के सप्तमी को लेकर विभिन्न गंगा घाटों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी बाढ़ अनुमंडल के दूर-दूर गांव से श्रद्धालु गंगा घाट पहुंचकर पूजा पाठ कर रहे हैं।हिंदू धर्म में माघ सप्तमी का एक अलग महत्व है वहीं बाढ़ में उत्तरायण गंगा होने के कारण श्रद्धालुओं की भीड़ दूर-दूर गांव से पहुंचती है।उत्तरायण गंगा मात्र भारतवर्ष में चार जगह है हरिद्वार,वाराणसी,बाढ़ और सुल्तानगंज हिंदू धर्म में उत्तरायण गंगा में स्नान कर पूजा पाठ करने का एक अलग ही महत्व है लोगों का ऐसा मानना है कि उत्तरायण गंगा में स्नान कर पूजा पाठ करने से सुख समृद्धि एवं स्वर्ग की प्राप्ति होती है।

हर साल माघ महीने के शुक्ल पक्ष की सप्तमी को अंचला सपने का पर्व मनाया जाता है। इसे सूर्य सप्तमी व्रत आरोग्य सूर्य सप्तमी आदि नामों से भी जाना जाता है। अगर रविवार को पड़ती है तो इसे भानु सप्तमी भी कहा जाता है शास्त्रों के अनुसार भगवान सूर्य ने इसी दिन सारे जगत को अपने प्रकाश में आलोकित किया था। इसीलिए इस सप्तमी को शुरू जयंती के रूप में भी मनाया जाता है।


बाइक- सोनू पांडे (अलखनाथ के पुजारी)

Conclusion:वैसे तो मांग का पूरा महीना ही पुण्य मास के नाम से जाना जाता है इस महीने में शुक्ल पक्ष की अमावस्या पूर्णिमा और अपनी तिथि का बहुत ही महत्व है। इस सप्तमी को साल भर की सप्तमी में सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। इसे करने से सौभाग्य की प्राप्ति होती है।माघ शुक्ल सप्तमी को सुबह नियम के साथ स्नान करने से मन वांछित फल मिलता है। आज पूर्व दिशा की ओर मुंह करके सूर्योदय की लालिमा के वक्त स्नान कर लेना चाहिए।
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