ETV Bharat / state

Chhath Puja 2022: खरना के प्रसाद निर्माण को लेकर उमड़ी गंगा घाटों पर छठ व्रतियों की भीड़

पटना घाट पर छठ व्रतियों की भीड़ (Crowd of Chhath Vratis at Patna Ghat) उमड़ गई है. खरना का प्रसाद बनाने की विधि में गंगाजल का काफी महत्व है. हाजारों की संख्या में छठ व्रतियों और उनके परिजनों ने गंगा स्नान किया और प्रसाद बनाने के लिए गंगाजल को जलपात्रों में भरकर साथ ले गएं. आगे पढ़ें पूरी खबर...

पटना में छठ व्रतियों की भीड़
पटना में छठ व्रतियों की भीड़
author img

By

Published : Oct 29, 2022, 1:09 PM IST

पटना: राजधानी पटना में 4 दिनों तक चलने वाले लोक आस्था के महापर्व छठ की शुरुआत शुक्रवार से नहाए खाए के साथ हो गई है. आज शनिवार को खरना के दिन प्रसाद (Kharna Prasad in Patna) को बनाने के लिए उपयोग में वाले गंगाजल के लिए घाटों पर छठ व्रतियों की भीड़ उमड़ पड़ी है. इसी कड़ी में पटना कॉलेज घाट पर हजारों छठ व्रतियों और उनके परिजन ने गंगा स्नान कर घरों से लाए जलपात्रों में गंगाजल भरकर ले जाते हुए नजर आएं.

पढ़ें-Chhath Puja 2022: छठ घाटों पर होंगे सुरक्षा के कड़े इंतजाम, संवेदनशील जगहों पर स्पेशल पुलिस फोर्स


गंगाजल का होता है काफी महत्व: दरअसल खरना का प्रसाद बनाने की विधि में गंगाजल का काफी महत्व है. खरना के प्रसाद में बनने वाले खीर को गंगाजल से ही बनाया जाता है और इसको लेकर पटना के गंगा घाटों पर सुबह से ही व्रतियों की भीड़ जुटी रहती है. पटना कॉलेज घाट पर सुबह से ही जुटी व्रतियों की भीड़ ने सबसे पहले गंगा स्नान किया और उसके बाद घरों से लाए गए जल पात्रों में गंगा जल भरकर घरों की ओर प्रस्थान किया.



प्रशासन ने किया अच्छा इंतजाम: वहीं अगर घाटों पर पटना जिला प्रशासन की ओर से किए गए सुविधाओं की बात करें तो वह सभी का दिल जीत रहा है. पटना के छठ घाटों पर पहुंचने वाले श्रद्धालु भी पटना जिला प्रशासन की ओर से किए गए इस वर्ष के इंतजाम की जमकर सराहना करते नजर आ रहे हैं. ईटीवी भारत संवाददाता ने जब पटना कॉलेज घाट पर मौजूद एक छठ व्रती से बात की तो उसने बताया कि पूर्व की भांति इस वर्ष की गई सुविधाओं में काफी इजाफा किया गया है और खास करके व्रतियों के वाहनों को घाट तक पहुंचने के भी बेहतरीन इंतजाम पटना जिला प्रशासन की ओर से किए गए हैं.

"इस साल की गई सुविधाओं में काफी कुछ बेहतर है. व्रतियों के वाहनों को घाट तक पहुंचने के भी बेहतरीन इंतजाम पटना जिला प्रशासन की ओर से किए गए हैं. पटना के सभी घाटों पर छठ व्रतियों के लिए चेंजिंग रूम के साथ-साथ शौचालय की व्यवस्था की गई है."-संजू, छठ व्रती

चेंजिंग रूम के साथ शौचालय की व्यवस्था: गौरतलब हो कि पटना के सभी घाटों पर छठ व्रतियों के लिए चेंजिंग रूम के साथ-साथ शौचालय की व्यवस्था की गई है. गंगा नदी में बैरिकेटिंग कर लगातार एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के जवान गश्त लगा रहे हैं. वहीं दूसरी ओर छठ घाटों पर मेडिकल कैंप की व्यवस्था भी की गई है. नगर निगम के कर्मचारी लगातार छठ घाटों और उसके एप्रोच पथ की साफ सफाई में जुटे हुए नजर आ रहे हैं. बता दें कि रविवार की शाम पटना के इन्हीं छठ घाटों पर लाखों की संख्या में छठ व्रती डूबते हुए सूर्य को अपना पहला अर्घ्य देंगे.

पढ़ें-छठ पूजा 2022ः आज से होगी 36 घंटे के निर्जला व्रत की शुरुआत, छठ के दूसरे दिन जानें खरना की पूरी विधि


पटना: राजधानी पटना में 4 दिनों तक चलने वाले लोक आस्था के महापर्व छठ की शुरुआत शुक्रवार से नहाए खाए के साथ हो गई है. आज शनिवार को खरना के दिन प्रसाद (Kharna Prasad in Patna) को बनाने के लिए उपयोग में वाले गंगाजल के लिए घाटों पर छठ व्रतियों की भीड़ उमड़ पड़ी है. इसी कड़ी में पटना कॉलेज घाट पर हजारों छठ व्रतियों और उनके परिजन ने गंगा स्नान कर घरों से लाए जलपात्रों में गंगाजल भरकर ले जाते हुए नजर आएं.

पढ़ें-Chhath Puja 2022: छठ घाटों पर होंगे सुरक्षा के कड़े इंतजाम, संवेदनशील जगहों पर स्पेशल पुलिस फोर्स


गंगाजल का होता है काफी महत्व: दरअसल खरना का प्रसाद बनाने की विधि में गंगाजल का काफी महत्व है. खरना के प्रसाद में बनने वाले खीर को गंगाजल से ही बनाया जाता है और इसको लेकर पटना के गंगा घाटों पर सुबह से ही व्रतियों की भीड़ जुटी रहती है. पटना कॉलेज घाट पर सुबह से ही जुटी व्रतियों की भीड़ ने सबसे पहले गंगा स्नान किया और उसके बाद घरों से लाए गए जल पात्रों में गंगा जल भरकर घरों की ओर प्रस्थान किया.



प्रशासन ने किया अच्छा इंतजाम: वहीं अगर घाटों पर पटना जिला प्रशासन की ओर से किए गए सुविधाओं की बात करें तो वह सभी का दिल जीत रहा है. पटना के छठ घाटों पर पहुंचने वाले श्रद्धालु भी पटना जिला प्रशासन की ओर से किए गए इस वर्ष के इंतजाम की जमकर सराहना करते नजर आ रहे हैं. ईटीवी भारत संवाददाता ने जब पटना कॉलेज घाट पर मौजूद एक छठ व्रती से बात की तो उसने बताया कि पूर्व की भांति इस वर्ष की गई सुविधाओं में काफी इजाफा किया गया है और खास करके व्रतियों के वाहनों को घाट तक पहुंचने के भी बेहतरीन इंतजाम पटना जिला प्रशासन की ओर से किए गए हैं.

"इस साल की गई सुविधाओं में काफी कुछ बेहतर है. व्रतियों के वाहनों को घाट तक पहुंचने के भी बेहतरीन इंतजाम पटना जिला प्रशासन की ओर से किए गए हैं. पटना के सभी घाटों पर छठ व्रतियों के लिए चेंजिंग रूम के साथ-साथ शौचालय की व्यवस्था की गई है."-संजू, छठ व्रती

चेंजिंग रूम के साथ शौचालय की व्यवस्था: गौरतलब हो कि पटना के सभी घाटों पर छठ व्रतियों के लिए चेंजिंग रूम के साथ-साथ शौचालय की व्यवस्था की गई है. गंगा नदी में बैरिकेटिंग कर लगातार एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के जवान गश्त लगा रहे हैं. वहीं दूसरी ओर छठ घाटों पर मेडिकल कैंप की व्यवस्था भी की गई है. नगर निगम के कर्मचारी लगातार छठ घाटों और उसके एप्रोच पथ की साफ सफाई में जुटे हुए नजर आ रहे हैं. बता दें कि रविवार की शाम पटना के इन्हीं छठ घाटों पर लाखों की संख्या में छठ व्रती डूबते हुए सूर्य को अपना पहला अर्घ्य देंगे.

पढ़ें-छठ पूजा 2022ः आज से होगी 36 घंटे के निर्जला व्रत की शुरुआत, छठ के दूसरे दिन जानें खरना की पूरी विधि


ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.