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पटना में चक्रवात में धान की फसल बर्बाद, किसानों ने सरकार से की मदद की मांग

पटना के मसौढ़ी में बीते दिनों आए चक्रवात (cyclone in patna) और भारी बारिश में धान की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई है. एक महीने में ही धान की फसलों को किसान काटने वाले थे लेकिन उससे पहले ही फसलें तबाह हो गईं. अब किसान सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं. पढ़ें.

crop destroyed in cyclone in patna
crop destroyed in cyclone in patna
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Published : Oct 11, 2022, 1:22 PM IST

पटना: मसौढ़ी में बीते दिनों आए चक्रवात से हजारों एकड़ में लगे धान की फसल बर्बाद (crop destroyed in cyclone in patna) हो गई है. तकरीबन ढाई सौ किसान इससे प्रभावित हुए हैं. मसौढ़ी प्रखंड के रौनिया गांव के किसान अब सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं.

पढ़ें- बिहार पर मौसम की दोहरी मार! कई जिलों में ओलावृष्टि और झमाझम बारिश से किसानों की फसल बर्बाद

चक्रवात में धान की फसल बर्बाद: खेतों में लहलहाती धान की फसल कुछ ही दिनों में कटने ही वाली थी. लेकिन बीते दिनों आए चक्रवात से खेत में खड़ी धान की फसल गिर कर बर्बाद हो गई है. खेतों में 2 फीट पानी भर आया है. ऐसे में सभी धान अब बर्बाद हो चुके हैं. बारा पंचायत के रौनिया गांव में तकरीबन 1000 एकड़ में लगे हुए धान की फसल तबाह हो चुकी है. तकरीबन ढाई सौ किसान इससे प्रभावित हुए हैं. ऐसे में सभी किसान खेतों में धान को फिर से खड़ा करने की कोशिश में लगे हुए हैं. पानी निकालने की कोशिश की जा रही है लेकिन कोशिश नाकाम हो रही है. किसान अब मायूस हो चुके हैं.

"पानी की निकासी नहीं हो रही है. पका हुआ धान सब पानी में डूब गया. गिरे धान की फसल को खड़ा करने की कोशिश कर रहे हैं." - उपेंद्र सिंह, किसान

"आंधी में फसल गिर गया. धान की फसल बर्बाद हो गई."- वीरा यादव, किसान

"फसल डैमेज हुआ है. लगभग 200 किसान प्रभावित हुए हैं. सरकार से हम मदद की मांग कर रहे हैं."- रंजीत कुमार
किसान सलाहकार, बारा पंचायत

जल्द होगी मानसून की विदाई: हालांकि मौसम विभाग का कहना है कि प्रदेश में 12 से 13 अक्टूबर तक बारिश का सिस्टम सक्रिय नजर आ रहा है. इसके बाद मानसून की विदाई हो सकती है. वहीं मानसून की समाप्ति के बाद प्रदेश के अधिकतम तापमान में तेजी से गिरावट आएगी और फिर इस बार अक्टूबर के महीने में ठंड का मौसम शुरू हो जाएगा.


19 जिलों में जारी हुआ अलर्ट: मौसम विभाग की मानें तो सोमवार को उत्तर पश्चिम और दक्षिण पश्चिम बिहार में भारी बारिश होगी. कुछ दिनों से नेपाल के तराई वाले इलाकों में भी काफी बारिश हो रही है जिससे कई नदियां उफान पर हैं. मौसम विभाग ने पटना, छपरा, सिवान. वैशाली, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, सीतामढ़ी और समस्तीपुर जैसे 19 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग ने मेघ गर्जन के साथ आकाशीय बिजली गिरने की भी प्रबल संभावना जताई है. मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि जब मेघ गर्जन हो और तेज बारिश हो तो उस समय ऊंचे पेड़ और बिजली के खंभे से दूर रहें, खुले मैदानों में ना रहे. तुरंत ही पक्के मकान की शरण में जाएं.


लोगों को सतर्क रहने की सलाह: मौसम विज्ञान केंद्र, पटना ने इस मौसम को देखते हुए लोगों से आग्रह किया है कि वे सतर्क और सावधान रहें. इसके साथ ही बारिश के समय सुरक्षित स्थान पर शरण लेने की सलाह दी है. पड़ के नीचे नहीं रहने की सलाह दी गई है. वहीं, बिजली के खंभों से दूर रहने की सलाह दी गई है. बारिश के दौरान किसानों को भी खेतों में नहीं जाने की बात कही गई है.

पटना: मसौढ़ी में बीते दिनों आए चक्रवात से हजारों एकड़ में लगे धान की फसल बर्बाद (crop destroyed in cyclone in patna) हो गई है. तकरीबन ढाई सौ किसान इससे प्रभावित हुए हैं. मसौढ़ी प्रखंड के रौनिया गांव के किसान अब सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं.

पढ़ें- बिहार पर मौसम की दोहरी मार! कई जिलों में ओलावृष्टि और झमाझम बारिश से किसानों की फसल बर्बाद

चक्रवात में धान की फसल बर्बाद: खेतों में लहलहाती धान की फसल कुछ ही दिनों में कटने ही वाली थी. लेकिन बीते दिनों आए चक्रवात से खेत में खड़ी धान की फसल गिर कर बर्बाद हो गई है. खेतों में 2 फीट पानी भर आया है. ऐसे में सभी धान अब बर्बाद हो चुके हैं. बारा पंचायत के रौनिया गांव में तकरीबन 1000 एकड़ में लगे हुए धान की फसल तबाह हो चुकी है. तकरीबन ढाई सौ किसान इससे प्रभावित हुए हैं. ऐसे में सभी किसान खेतों में धान को फिर से खड़ा करने की कोशिश में लगे हुए हैं. पानी निकालने की कोशिश की जा रही है लेकिन कोशिश नाकाम हो रही है. किसान अब मायूस हो चुके हैं.

"पानी की निकासी नहीं हो रही है. पका हुआ धान सब पानी में डूब गया. गिरे धान की फसल को खड़ा करने की कोशिश कर रहे हैं." - उपेंद्र सिंह, किसान

"आंधी में फसल गिर गया. धान की फसल बर्बाद हो गई."- वीरा यादव, किसान

"फसल डैमेज हुआ है. लगभग 200 किसान प्रभावित हुए हैं. सरकार से हम मदद की मांग कर रहे हैं."- रंजीत कुमार
किसान सलाहकार, बारा पंचायत

जल्द होगी मानसून की विदाई: हालांकि मौसम विभाग का कहना है कि प्रदेश में 12 से 13 अक्टूबर तक बारिश का सिस्टम सक्रिय नजर आ रहा है. इसके बाद मानसून की विदाई हो सकती है. वहीं मानसून की समाप्ति के बाद प्रदेश के अधिकतम तापमान में तेजी से गिरावट आएगी और फिर इस बार अक्टूबर के महीने में ठंड का मौसम शुरू हो जाएगा.


19 जिलों में जारी हुआ अलर्ट: मौसम विभाग की मानें तो सोमवार को उत्तर पश्चिम और दक्षिण पश्चिम बिहार में भारी बारिश होगी. कुछ दिनों से नेपाल के तराई वाले इलाकों में भी काफी बारिश हो रही है जिससे कई नदियां उफान पर हैं. मौसम विभाग ने पटना, छपरा, सिवान. वैशाली, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, सीतामढ़ी और समस्तीपुर जैसे 19 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग ने मेघ गर्जन के साथ आकाशीय बिजली गिरने की भी प्रबल संभावना जताई है. मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि जब मेघ गर्जन हो और तेज बारिश हो तो उस समय ऊंचे पेड़ और बिजली के खंभे से दूर रहें, खुले मैदानों में ना रहे. तुरंत ही पक्के मकान की शरण में जाएं.


लोगों को सतर्क रहने की सलाह: मौसम विज्ञान केंद्र, पटना ने इस मौसम को देखते हुए लोगों से आग्रह किया है कि वे सतर्क और सावधान रहें. इसके साथ ही बारिश के समय सुरक्षित स्थान पर शरण लेने की सलाह दी है. पड़ के नीचे नहीं रहने की सलाह दी गई है. वहीं, बिजली के खंभों से दूर रहने की सलाह दी गई है. बारिश के दौरान किसानों को भी खेतों में नहीं जाने की बात कही गई है.

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