पटना: बिहार में कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर स्वास्थ्य विभाग एक तरफ पूरी तरह अलर्ट है. स्वास्थ्य कर्मियों की छुट्टियां 5 अप्रैल तक रद्द कर दी गई हैं. दूसरी तरफ स्कूलों को लेकर अभी तक कोई फैसला सरकार की तरफ से नहीं किया गया है. शिक्षा विभाग का कहना है कि क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप इसपर फैसला करेगा.
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शनिवार को होगी हाई लेवल मीटिंग
बिहार में कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार समीक्षा कर रहे हैं. शनिवार को एक हाई लेवल मीटिंग भी करने वाले हैं, जिसमें सभी डीएम के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए कोरोना संक्रमण की अपडेट लेंगे. होली को लेकर बिहार सरकार विशेष रूप से सतर्कता बरत रही है. क्योंकि होली में महाराष्ट्र, पंजाब समेत कई राज्यों से लोग अपने घर लौटते हैं.
कोरोना का संक्रमण कई राज्यों में बहुत तेजी से फैल रहा है. बिहार में भी मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, जिसे लेकर स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया है और 5 अप्रैल तक स्वास्थ्य कर्मियों की छुट्टी रद्द कर दी है. इसे लेकर विपक्ष के कई नेता सवाल खड़े कर रहे हैं कि जब स्थिति इतनी गंभीर है तो सरकार स्कूल-कॉलेजों को क्यों बंद नहीं कर रही.
स्कूलों को बंद करे सरकार
कांग्रेस नेता प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा "स्थिति गंभीर है. सरकार को सतर्कता बरतनी चाहिए. फिलहाल कुछ दिनों के लिए स्कूल-कॉलेज बंद कर देना चाहिए." राजद नेता फारूक ने कहा "सरकार को एहतियाती कदम उठाना चाहिए."
"कोरोना संक्रमण के मामले में फिलहाल बिहार की स्थिति बहुत खराब नहीं है. कोरोना की वजह से अगर स्कूल बंद करना है तो इसके बारे में फैसला क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप को करना है."- संजय कुमार, प्रधान सचिव, शिक्षा विभाग