पटना : बिहार की राजधानी पटना में युवक का शव बरामद हुआ है. शव की पहचान धनरुआ थाना क्षेत्र के शिबूचक गांव के रहने वाले 35 वर्षीय युवक उमेश मांझी उर्फ भुंडल मांझी है. युवक शादीशुदा बताया जा रहा है. उसके पिता स्वर्गीय रघुवर मांझी की मौत बचपन में ही हो गई थी. इसके बाद उसके चाचा छोटे मांझी ने ही उसे पाला था. शव मिलने के बाद स्थानीय पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. वहीं परिजनों ने युवक के हत्या की आशंका जताई है.
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घटना की रात घर में अकेला था युवक : युवक के चाचा की माने तो गुरुवार की रात वह घर में अकेला ही सोया था. उसकी पत्नी राजमहली देवी दो दिन पूर्व ही रक्षाबंधन पर्व मनाने के लिए अपने मायके चली गई थी. घटना की जानकारी पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में ले लिया. मृतक के परिजनों का आरोप है कि हत्यारे ने उसे मारकर घर में लटका दिया. सुबह में जब लोगों को युवक की मौत की खबर हुई तो उक्त युवक के शव को नीचे उतारा गया.
चाचा ने अपने बेटे पर लगाया हत्या का आरोप : घटना के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने पूरे घटना की जांच डॉग स्क्वायड की टीम से करवाने की मांग की है. मृतक के चाचा छोटे मांझी ने पूरे मामले में अपने ही पुत्र और उसकी पत्नी पर अपने भतीजे की हत्या का आरोप लगाया है. मृतक के चाचा छोटे मांझी ने पुलिस को बताया है कि घटना की रात संपत्ति विवाद को लेकर उसका पुत्र संजय मांझी और उसकी पत्नी पूनम देवी ने मिलकर उसके साथ मारपीट की थी. बीच बचाव करने के लिए उसका भतीजा उमेश मांझी वहां पहुंचा था.
पुलिस ने आरोपियों को हिरासत में लिया : छोटे मांझी के अनुसार उमेश मांझी के बीच बचाव करने के दौरान छोटे मांझी किसी तरह वहां से जान बचाकर भाग निकला. इसके बाद छोटे मांझी के बेटे और उसकी पत्नी ने उमेश मांझी की बुरी तरह से पिटाई की और बाद में उसकी हत्या कर दी. इधर पूरे मामले में धनरूआ थाना अध्यक्ष सत्येंद्र कुमार ने बताया कि इस मामले में आरोपी बनाए गए संजय मांझी और उसकी पत्नी पूनम देवी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है.
"घटनास्थल से पुलिस को शव के साथ खून लगी साड़ी व कुछ अन्य सामग्री बरामद हुई है. पूरा मामला फिलहाल संदिग्ध लग रहा है. फॉरेंसिक जांच की मदद से पूरे मामले से पर्दा उठाया जाएगा. फिलहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है".- सत्येंद्र कुमार, थानाध्यक्ष, धनरुआ