पटना: राजधानी में डांस टीचर का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ कि एक और गुरु शिष्य के रिश्तों को शर्मसार करने वाली खबर सामने आई है. सबसे बड़ी बात ये कि छात्राओं को न्याय के लिए डीएम कार्यालय तक जाना पड़ा. हालांकि डीएम ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं.
पटना में शिक्षक पर अश्लील हरकत करने का आरोप: मामला राजधानी पटना के एक स्कूल का है, जहां कई छात्राओं ने वहां के शिक्षक पर गंदी हरकत करने का आरोप लगाया है. वहीं आक्रोशित छात्राओं ने घंटों स्कूल के बाहर प्रदर्शन किया. जब किसी ने नहीं सुनी तो छात्राएं पटना जिला अधिकारी से मिलने उनके आवास पर पहुंच गई.
स्कूल प्रबंधन पर गंभीर आरोप: छात्राओं का साफ तौर कहना है कि एक शिक्षक हैं जिनके द्वारा लगातार बारी-बारी से लड़कियों के साथ गंदी हरकतें की जा रही है. कई बार इसकी शिकायत भी प्रिंसिपल से की गई लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. जिसके बाद छात्राओं ने यह कदम उठाया.
"मेरी दोस्त के साथ गलत हुआ है. हमें इंसाफ चाहिए. सर के खिलाफ शिकायत करने पर हमें सस्पेंड कर दिया गया. स्कूल से हमें धक्के मारकर निकाल दिया गया. मेरी सहेली को शिक्षक ने हग किया और गंदी हरकत करने लगे. हमारे साथ मारपीट की गई. हम लोग डीएम कार्यालय आए हैं. दोषी पर कार्रवाई हो."- छात्रा
"हमारी बच्ची का पहले हाथ पकड़ लेता था तो सोचे टीचर है, पिता के समान है. लेकिन कल शिक्षक ने हद कर दी. गलत तरीके से एक छात्रा के साथ पेश आया. मेरी बेटी को गाली देने लगा. उल्टा स्कूल से सस्पेंड कर दिया गया."- पीड़ित छात्रा की मां
डीएम ऑफिस में छात्राओं का हंगामा: बता दें कि शाम करीब सात बजे स्कूल की लगभग सात बच्चियां एवं कुछ लड़के गांधी मैदान के समीप स्थित जिला नियंत्रण कक्ष पहुंचे. इन विद्यार्थियों द्वारा विद्यालय के एक शिक्षक के विरूद्ध अश्लील हरकत और अशोभनीय व्यवहार के बारे में शिकायत की गई. छात्र-छात्राओं ने जिला नियंत्रण कक्ष के दंडाधिकारी के समक्ष बयान देते हुए लिखित आवेदन दिया.
डीएम ने दिए जांच के आदेश: आवेदन में लिखा है कि इस विद्यालय के शिक्षक द्वारा गंदी हरकत की जाती है. पटना के जिलाधिकारी डॉ. चन्द्रशेखर सिंह द्वारा इस पर त्वरित संज्ञान लेते हुए एक तीन-सदस्यीय जांच टीम का गठन किया गया है. जांच टीम में अभिलाषा शर्मा, वरीय उप समाहर्ता, पटना जिला कार्यक्रम पदाधिकारी आईसीडीएस और शिक्षा विभाग की एक महिला अधिकारी को प्रतिनियुक्त किया गया है. जांच टीम को 24 घंटे के अंदर जांच प्रतिवेदन देने का निर्देश दिया गया है.
"यह एक संवेदनशील मामला है. आरोपित शिक्षक के विरूद्ध लगाए गए आरोप गंभीर हैं. दोषी को बख्शा नहीं जाएगा. जांच प्रतिवेदन प्राप्त होते ही आरोपित शिक्षक के विरूद्ध नियमानुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी."- डॉ. चन्द्रशेखर सिंह, जिलाधिकारी, पटना
हमने ज्ञापन ले लिया है. जो भी दोषी होगा उसपर कार्रवाई की जाएगी. हम बार-बार बोल रहे हैं कि कार्रवाई होगी.- दंडाधिकारी, नियंत्रण कक्ष पटना
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