पटना : शुक्रवार को बिहार के दानापुर सिविल कोर्ट परिसर में पेशी पर आए कुख्यात अपराधी की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में खुलासा करते हुए पटना के एसएसपी राजीव मिश्रा ने कहा है कि विचाराधीन कैदी को मारने के लिए 12 लाख रुपए की सुपारी दी गई थी. पुलिस ने बताया कि उसकी हत्या की वजह अब तक जो सामने आ रही है उसके मुताबिक छोटे सरकार ने जिसकी हत्या की सुपारी ली उसी ने उसको 12 लाख रुपए की डील करके मरवा दिया.
''अभी तक का जो अनुसंधान हुआ है उसमें पूछताछ में ये पता चला है कि आरोपी छोटे सरकार ने 20 लाख रुपए लेकर किसी की हत्या की सुपारी ली थी. ऐसा अंदेशा था कि जेल से छूटते ही ये उसे मरवा देगा. इसी क्रम में उन लोगों द्वारा इसकी हत्या करवाई गई है. अभी ये प्राथमिक स्तर पर पता चला है. हम जांच कर रहे हैं.''- राजीव मिश्रा, एसएसपी, पटना
'छोटे सरकार हत्याकांड में हुई थी 12 लाख की डील' : बंदी छोटे सरकार ऊर्फ अभिषेक को पुलिस बेऊर जेल से दानापुर कोर्ट कैंपस में पेशी के लिए पहुंची थी. तभी घात लगाए दो बदमाशों ने उसके सीने और सिर में कई गोली उतार दी. मौके पर ही उसकी मौत हो गई. पुलिस ने बताया कि हत्या की सुपारी मुजफ्फरपुर में दी गई थी. एडवांस के तौर पर 2 लाख रुपए दिए गए थे. बाकी रकम काम होने के बाद देने को कहा गया था. इस मामले में संलिप्त अपराधियों की कुंडली को पुलिस अच्छी तरीके से खंगाल रही है.
''छोटे सरकार हत्याकांड में 4 लोगों की भूमिका नजर आ रही है. इन लोगों ने 12 लाख रुपए की डील मुजफ्फरपुर में की थी. 2 लाख रुपए दे दिए गए थे जबकि 10 लाख रुपए काम होने के बाद देने को कहा गया था. चार में से तीन की पहचान कीजा चुकी है. तीसरे की पहचान करनी बाकी है.'' - राजीव मिश्रा, एसएसपी, पटना
'छोटे सरकार से बचने के लिए हत्या' : एसएसपी ने बताया कि दानापुर कोर्ट परिसर गोलीकांड के पहले ये दोनों आरोपी पटना के राजेन्द्र में ही रुके हुए थे. वो दानापुर में मरीन ड्राइवर के रास्ते दाखिल हुए और कोर्ट में घुसकर आसानी से गोली मारकर भागने की फिराक में थे. उन्हें अंदाजा नहीं था कि वो पकड़े जाएंगे. फिलहाल दोनों आरोपियों से पुलिस को बड़े खुलासे की उम्मीद है.
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