पटनाः बिहार में मानव तस्करी (Human trafficking in bihar) पर रोक लगाने के लिए पुलिस सख्त हो गई है. बिहार के बाहर कई राज्यों में भेजे जा रहे बाल श्रम को पुलिस ने मुक्त कराई है. मानव तस्करी से जुड़े अपराधियों की गिरफ्तारी भी की जा रही है. बिहार पुलिस मानव तस्करी को रोकने के लिए लगातार मुहिम चला रही है.
यह भी पढ़ेंः Human Trafficking In Bihar: मानव तस्करी रोकने को लेकर पुलिस सख्त, साल 2022 में तस्करों की ज्यादा गिरफ्तारी
21 जून को 88 बच्चे मुक्तः पुलिस मुख्यालय एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने बताया कि 21 जून 2023 को विशेष अभियान चलाकर चिल्ड्रन इन स्ट्रीट सिचुएशन के अंतर्गत से 88 बच्चों को मुक्त कराया गया. इससे पहले भी कई बार कार्रवाई की गई है. 2020 में मानव व्यापार निरोध विषयक व बाल श्रम संबंधित कार्रवाई में पुलिस के द्वारा 75 प्राथमिकी दर्ज की गई है. 102 महिलाओं व 79 पुरुषों को मुक्त कराया गया है. इसके साथ ही 247 तस्करों को गिरफ्तार किया गया है.
पिछले साल 751 महिला-पुरुष मुक्तः 2021 में 111 प्राथमिकी दर्ज की गई. 149 महिलाओं व 235 पुरुष को मुक्त कराया गया. 331 मानव तस्कर को गिरफ्तार किया गया. 2022 में 260 प्राथमिकी, 252 महिलाओं व 499 पुरुषों को मुक्त कराया गया. 560 लोगों को इसमें संलिप्तता पाई गई जिन्हें गिरफ्तार किया गया. 2023 के मई तक में 74 प्राथमिकी दर्ज, जिसमें 66 महिलाओं व 165 पुरुषों को मुक्त कराया गया है. मानव तस्करी में संलिप्त 94 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
"मानव तस्करी को देखते हुए पुलिस के द्वारा लगातार कई तरह की मुहिम चलाई जा रही है. बिहार के विभिन्न हिस्सों से लगातार मानव तस्करों की गिरफ्तारी की जा रही है. हालिया दिनों की अगर हम बात करें तो राजधानी पटना में बढ़ते बाल श्रम देखते हुए लगातार कई तरह के मुहिम चलाए जाते हैं. पटना जंक्शन से अक्सर मानव तस्करों को गिरफ्तार किया जाता रहा है. इसके लिए पुलिस विशेष अभियान चला रही है." -जितेंद्र सिंह गंगवार, एडीजी, पुलिस मुख्यालय पटना