पटना: कृषि कानून के खिलाफ देशभर में 100 दिन से लगातार किसानों का प्रदर्शन चल रहा है. वहीं, शुक्रवार को कृषि के तीनों कानून को लेकर किसान संगठनों ने भारत बंद अह्वान किया है. किसान द्वारा भारत बंद के आवाहन पर देश भर के विपक्षी पार्टी भी बंद को सफल कराने के लिए सड़क पर उतर गए हैं. राजधानी पटना की बात करें तो भाकपा माले के नेता भी सड़क पर उतर कर केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन कर रही है.
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'बिहार विधानसभा के अंदर महागठबंधन के विधायकों के साथ जिस तरह से पुलिस ने पिटाई की है वह लोकतंत्र के लिए सही नहीं है. सरकार के आदेश पर पुलिस इस तरह की कार्रवाई की है तो राज्य सरकार को पूरे बिहार की जनता से माफी मांगनी होगी अन्यथा हमारी लड़ाई जारी रहेगी.' - अरुण कुमार, विधायक, भाकपा माले
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'केंद्र सरकार ने जिस तरह से देश भर में 3 कृषि कानून को पास किया है वह सरासर गलत है. कृषि कानून के जरिए हमारे किसानों का दोहन करने में सरकार लगी हुई है. इस कानून के जरिए किसानों को फायदा नहीं होगा बल्कि उद्योगपति जी इस कानून से फायदा उठाएंगे.'- रामबली सिंह यादव, विधायक, भाकपा माले
सभी लोग सड़क पर उतरकर करेंगे प्रदर्शन
वहीं, बंद के दौरान कांग्रेस नेताओं को शामिल नहीं होने को लेकर किए गए सवाल पर रामबली सिंह यादव ने कहा कि सभी लोग सड़क पर हैं. कांग्रेसी नेता भी सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करेंगे. इसके बावजूद इसके इस बन्दी को सफल बनाने के लिए फिलहाल दोपहर तक एक भी कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता सड़क प्रदर्शन करते नजर नहीं आ रहे हैं.