पटना: 24 जून से बिहार विधानसभा का मानसून सत्र (Monsoon session of Bihar Legislative Assembly) शुरू हो रहा है. यह सत्र 5 दिन का रहेगा. इसको लेकर के शुक्रवार को सीपीआई माले की ओर से छज्जू बाग स्थित विधायक आवास में माले विधायकों की बैठक आयोजित की गई. जिसमें विधायकों ने निर्णय लिया कि पार्टी सरकार से सत्र की अवधि 5 दिन से बढ़ाकर 15 दिन करने की मांग करेगी और मॉनसून सत्र के दौरान गरीबी, बेरोजगारी, बदहाल शिक्षा और स्वास्थ्य की व्यवस्था, किसानों और मजदूरों की कर्ज को लेकर के आत्महत्या जैसे मामलों को लेकर सरकार को घेरने का काम करेगी.
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सीपीआई माले विधायक दल की बैठक: बैठक से निकलने के बाद तरारी से सीपीआई माले विधायक सुदामा प्रसाद (CPI ML MLA Sudama Prasad) ने कहा कि मानसून सत्र में पार्टी की क्या रणनीति होगी, इस संबंध में सभी विधायकों ने विस्तार से चर्चा की है. यह सत्र बेहद छोटा है और सिर्फ 5 दिन का है. ऐसे में पहले दिन 24 जून को सिर्फ श्रद्धांजलि में पूरा दिन निकल जाएगा, ऐसे में वह मांग करते हैं कि सरकार सत्र की अवधि को बढ़ाकर कम से कम 15 दिन करें. वह सभी क्षेत्र में जाते हैं और क्षेत्र में जनता की समस्याएं रहती हैं. इतने कम दिन के सत्र में सरकार के विधायी काम होंगे और वित्तीय काम होंगे. इस दौरान जनता की जो समस्याएं हैं, उन पर चर्चा नहीं हो पाएगी, इसलिए जरूरी है कि सत्र की अवधि बढ़ाई जाए.
सरकार को घेरने के लिए रणनीति: सुदामा प्रसाद ने कहा कि प्रदेश में माइक्रोफाइनेंस कंपनियों के कर्ज के बोझ तले लोग दब रहे हैं और कर्ज के कारण लोग आत्महत्या कर रहे हैं. सरकार के समक्ष वह सभी इस मामले को बिहार प्रमुखता से उठाएंगे. इसके अलावा महंगाई, बेरोजगारी और बदहाल शिक्षा व्यवस्था जैसे तमाम मुद्दों को लेकर वह सभी सरकार को घेरने का काम करेंगे. उन्होंने कहा कि राशन कार्ड से लोगों का नाम हटाया जा रहा है और जो इसका क्राइटेरिया रखा गया है, वह काफी गलत है.
"सरकार घर-घर तक बिजली पहुंचा रही है और फिर इंदिरा आवास से घर दे रही है और फिर जिसका पक्का मकान में रह रहा है. जिसके घर में कूलर रह रहा है, उसका नाम राशन कार्ड से हटा दिया जा रहा है, यह गलत बात है. प्रदेश में बुलडोजर का राज कायम किया जा रहा है और ऐसे तमाम मुद्दे हैं, जिस पर पार्टी के विधायक विधानसभा में सरकार से सवाल पूछेंगे. ऐसे में 5 दिन पर सवाल-जवाब नहीं हो पाएगा, लिहाजा मानसून सत्र की अवधि को बढ़ाकर कम से कम 15 दिन किया जाए"- सुदामा प्रसाद, सीपीआई माले विधायक, तरारी
बिहार विधानमंडल का मॉनसून सत्र: बिहार विधानमंडल का मानसून सत्र 24 जून से शुरू होगा और 30 जून तक ( Bihar Monsoon session 2022 will be start on 24th of june) चलेगा. 7 दिनों के मॉनसून सत्र में पांच बैठकें होंगी. इसलिए मॉनसून सत्र इस बार काफी छोटा है. 24 जून को शपथ ग्रहण होगा (यदि किसी को लेना होगा तब), उसके बाद बिहार विधानमंडल के सत्र में नहीं रहने की अवधि में राज्यपाल द्वारा प्रख्यापित अध्यादेश की प्रमाणित प्रतियों को सदन के पटल पर रखा जाएगा. वित्तीय वर्ष 2022-23 की प्रथम अनुपूरक व्यय विवरणी भी पेश होगी. उसके बाद शोक प्रस्ताव के साथ सदन की कार्यवाही समाप्त हो जाएगी. कांग्रेस ने अपनी रणनीति बनानी शुरु कर दी है.
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