पटनाः भाकपा माले के राजधानी स्थित कार्यालय में केंद्रीय कमेटी की दो दिवसीय बैठक गुरुवार को शुरू हुई है. जिसमें बिहार के अलावा झारखंड, पश्चिम बंगाल, असम, तमिलनाडु, दिल्ली , उत्तराखंड, कर्नाटक और उत्तर प्रदेश के माले नेता शामिल हुए हैं.
विधानसभा चुनाव की हुई समीक्षा
माले पोलित ब्यूरो सदस्य धीरेंद्र झा ने बताया कि बैठक में सबसे पहले बिहार विधानसभा चुनाव की समीक्षा की गई. बिहार विधानसभा चुनाव में भाकपा माले और वामपंथ की उपलब्धियों ने केवल बिहार ही नहीं बल्कि पूरे देश में एक अच्छा संदेश दिया.
'बिहार में एक मजबूत विपक्ष है. जो जनता विरोधी सरकार पर अंकुश लगा सकती है. बिहार के तर्ज पर ही पश्चिम बंगाल असम और अन्य प्रदेशों में होने वाले चुनाव की रणनीति बनाई जाएगी'- धीरेंद्र झा, पोलित ब्यूरो सदस्य माले
कृषि कानून को लेकर सरकार पर दबाव बनाने की तैयारी
धीरेंद्र झा ने बताया कि बैठक में तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के चल रहे आंदोलन को देशव्यापी बनाने पर भी चर्चा हो रही है. किस तरीके से आंदोलन को तेज किया जाए और सरकार पर दबाव बनाकर किसान विरोधी काले कानून को वापस लेने को मजबूर किया जाए.
आने वाले दिनों में बिहार में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान खरीद गारंटी, 400 रुपये प्रति क्विंटल गन्ना खरीद की गारंटी जैसे सवालों पर आंदोलन चलाया जाएगा. जनता के लिए हम सड़क से सदन तक आंदोलन को और तेज करेंगे.