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कार्तिकेय सिंह के नॉन बेलेबल वारंट पर सुनवाई टली - Hearing on non bailable warrant in Danapur court

पूर्व मंत्री कार्तिकेय सिंह के नन बेलेबल वारंट पर सुनवाई आज भी टल गई है. पुलिस ने उनपर नंन बेलेबल वारंट जारी करने के लिए दानापुर कोर्ट को आवेदन दिया था.

KARTIKEYA SINGH
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Published : Sep 19, 2022, 12:35 PM IST

Updated : Sep 19, 2022, 1:55 PM IST

पटनाः बिहार सरकार के पूर्व कानून मंत्री कार्तिकेय सिंह (Former Minister Kartikeya Singh) मामले की सुनवाई आज फिर टल गई है. दरअसल इस मामले में जज की छुट्टी रहने के कारण यह मामला अगले डेट तक के लिए टल गई है आपको बता दें कि 14 सितंबर को भी इस मामले की सुनवाई होनी थी परंतु जज की उपस्थिति नहीं होने की वजह से यह मामला 19 सितंबर यानी कि आज होना था. उम्मीद जताई जा रही है कि इस मामले में सुनवाई अगले 30 सितंबर को की जाएगी. अब उसी दिन तय होगा कि कार्तिकेय सिंह के खिलाफ नन बेलेबल वारंट जारी होता है या नहीं.

ये भी पढ़ेंः मुश्किल में पूर्व मंत्री कार्तिकेय सिंह, बेल याचिका खारिज होने के बाद करना होगा सरेंडर

टल गया नंन बेलेबल वारंट पर फैसलाः दरअसल बिहटा थाना इलाके में 8 वर्ष पहले बिल्डर राजीव रंजन के अपहरण मामले में उनके खिलाफ नन बेलेबल वारंट पर आज फैसला आना है. पिछली बार न्यायालय के द्वारा उनके खिलाफ जारी बेलेबल वारंट के निष्पादन पर आने के लिए पुलिस उन्हें ढूंढ रही थी, लेकिन वह नहीं मिले. बाद में बेलेबल वारंट को पुलिस ने दानापुर कोर्ट को वापस करने के साथ ही नंन बेलेबल वारंट जारी करने के लिए कोर्ट में आवेदन दिया था, जिस पर आज फैसला होना था लेकिन जज की उपस्थिति के कारण आज भी सुनवाई टल गई .

हो सकता है नॉन बेलेबल वारंट जारीः उम्मीद जताई जा रही है कोर्ट उनके खिलाफ नॉन बेलेबल वारंट जारी कर सकती है. अगर उनके खिलाफ नन बेलेबल वारंट जारी हुआ तो पुलिस ने गिरफ्तार करेगी. गिरफ्तारी नहीं होने पर उनके खिलाफ कुर्की जब्ती भी कर सकती है. उम्मीद जताई जा रही है कि यह मामला एमपी एमएलए कोर्ट भी ट्रांसफर हो सकता है. दरअसल इस मामले में कोर्ट ने एक सितंबर तक उन्हें बेल जारी किया था इसके बाद भी वह 1 सितंबर को न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत नहीं हुए थे.

यह भी पढ़ें: बिहार के कानून मंत्री पर अपहरण का केस.. जिस दिन सरेंडर करना था उसी दिन ली शपथ

पूर्व कानून मंत्री पर अपहरण का है मामलाः आपको बता दें कि साल 2014 में बाहुबली पूर्व विधायक अनंत सिंह के साथ कार्तिकेय सिंह जो कि उनके काफी करीबी माने जाते हैं उनके द्वारा बिहटा में राजू सिंह के अपहरण करने गए थे उसी मामले में बिहटा थाने एफ आई आर दर्ज की गई थी. जिसके बाद बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने पर उन्हें कानून विधि मंत्री बनाया गया था जिसके बाद विपक्ष द्वारा लगातार उन पर आरोप लगाने के बाद अंततः उन्हें इस्तीफा देना पड़ा. दरअसल बेलेबल वारंट जारी होने के बाद भी कर कार्तिकेय सिंह लगातार फरार चल रहे हैं, उनके ठिकानों पर कई बार पुलिस ने दबिश बनाई, लेकिन वह उनके हाथ नहीं लगे.

पटनाः बिहार सरकार के पूर्व कानून मंत्री कार्तिकेय सिंह (Former Minister Kartikeya Singh) मामले की सुनवाई आज फिर टल गई है. दरअसल इस मामले में जज की छुट्टी रहने के कारण यह मामला अगले डेट तक के लिए टल गई है आपको बता दें कि 14 सितंबर को भी इस मामले की सुनवाई होनी थी परंतु जज की उपस्थिति नहीं होने की वजह से यह मामला 19 सितंबर यानी कि आज होना था. उम्मीद जताई जा रही है कि इस मामले में सुनवाई अगले 30 सितंबर को की जाएगी. अब उसी दिन तय होगा कि कार्तिकेय सिंह के खिलाफ नन बेलेबल वारंट जारी होता है या नहीं.

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टल गया नंन बेलेबल वारंट पर फैसलाः दरअसल बिहटा थाना इलाके में 8 वर्ष पहले बिल्डर राजीव रंजन के अपहरण मामले में उनके खिलाफ नन बेलेबल वारंट पर आज फैसला आना है. पिछली बार न्यायालय के द्वारा उनके खिलाफ जारी बेलेबल वारंट के निष्पादन पर आने के लिए पुलिस उन्हें ढूंढ रही थी, लेकिन वह नहीं मिले. बाद में बेलेबल वारंट को पुलिस ने दानापुर कोर्ट को वापस करने के साथ ही नंन बेलेबल वारंट जारी करने के लिए कोर्ट में आवेदन दिया था, जिस पर आज फैसला होना था लेकिन जज की उपस्थिति के कारण आज भी सुनवाई टल गई .

हो सकता है नॉन बेलेबल वारंट जारीः उम्मीद जताई जा रही है कोर्ट उनके खिलाफ नॉन बेलेबल वारंट जारी कर सकती है. अगर उनके खिलाफ नन बेलेबल वारंट जारी हुआ तो पुलिस ने गिरफ्तार करेगी. गिरफ्तारी नहीं होने पर उनके खिलाफ कुर्की जब्ती भी कर सकती है. उम्मीद जताई जा रही है कि यह मामला एमपी एमएलए कोर्ट भी ट्रांसफर हो सकता है. दरअसल इस मामले में कोर्ट ने एक सितंबर तक उन्हें बेल जारी किया था इसके बाद भी वह 1 सितंबर को न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत नहीं हुए थे.

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पूर्व कानून मंत्री पर अपहरण का है मामलाः आपको बता दें कि साल 2014 में बाहुबली पूर्व विधायक अनंत सिंह के साथ कार्तिकेय सिंह जो कि उनके काफी करीबी माने जाते हैं उनके द्वारा बिहटा में राजू सिंह के अपहरण करने गए थे उसी मामले में बिहटा थाने एफ आई आर दर्ज की गई थी. जिसके बाद बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने पर उन्हें कानून विधि मंत्री बनाया गया था जिसके बाद विपक्ष द्वारा लगातार उन पर आरोप लगाने के बाद अंततः उन्हें इस्तीफा देना पड़ा. दरअसल बेलेबल वारंट जारी होने के बाद भी कर कार्तिकेय सिंह लगातार फरार चल रहे हैं, उनके ठिकानों पर कई बार पुलिस ने दबिश बनाई, लेकिन वह उनके हाथ नहीं लगे.

Last Updated : Sep 19, 2022, 1:55 PM IST
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