पटनाः बिहार सरकार के पूर्व कानून मंत्री कार्तिकेय सिंह (Former Minister Kartikeya Singh) कि आज मुश्किलें बढ़ने वाली है. बिहटा थाना इलाके में 8 वर्ष पहले बिल्डर राजीव रंजन के अपहरण मामले में उनके खिलाफ नंन बेलेबल वारंट पर आज फैसला आना है. दरअसल पिछली बार न्यायालय के द्वारा उनके खिलाफ जारी बेलेबल वारंट के निष्पादन पर आने के लिए पुलिस उन्हें ढूंढ रही थी, लेकिन वह नहीं मिले. बाद में बेलेबल वारंट को पुलिस ने दानापुर कोर्ट को वापस करने के साथ ही नंन बेलेबल वारंट जारी करने के लिए कोर्ट में आवेदन दिया था, जिस पर आज फैसला होना है.
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हो सकता है नन बेलेबल वारंट जारीः दरअसल 14 सितंबर को बिहटा थाना कांड संख्या 859 / 14 मामले में दानापुर कोर्ट में आज तारीख है उम्मीद जताई जा रही है कोर्ट उनके खिलाफ नन बेलेबल वारंट जारी कर सकती है. अगर उनके खिलाफ नन बेलेबल वारंट जारी हुआ तो पुलिस ने गिरफ्तार करेगी. गिरफ्तारी नहीं होने पर उनके खिलाफ कुर्की जब्ती भी कर सकती है. उम्मीद जताई जा रही है कि यह मामला एमपी एमएलए कोर्ट भी ट्रांसफर हो सकता है.
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पूर्व कानून मंत्री पर अपहरण का है मामलाः आपको बता दें कि साल 2014 में बाहुबली पूर्व विधायक अनंत सिंह के साथ कार्तिकेय सिंह जो कि उनके काफी करीबी माने जाते हैं उनके द्वारा बिहटा में राजू सिंह के अपहरण करने गए थे उसी मामले में बिहटा थाने एफ आई आर दर्ज की गई थी. जिसके बाद बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने पर उन्हें कानून विधि मंत्री बनाया गया था जिसके बाद विपक्ष द्वारा लगातार उन पर आरोप लगाने के बाद अंततः उन्हें इस्तीफा देना पड़ा. दरअसल बेलेबल वारंट जारी होने के बाद भी कर कार्तिकेय सिंह लगातार फरार चल रहे हैं, उनके ठिकानों पर कई बार पुलिस ने दबिश बनाई, लेकिन वह उनके हाथ नहीं लगे.