पटना: बिहार में कोरोना संक्रमण लगातार फैल रहा है. स्वास्थ्य विभाग में ही कई लोगों को कोरोना संक्रमित होने की सूचना मिली है. स्वास्थ्य विभाग के डायरेक्टर इन चीफ और दो कर्मचारी भी कोरोना संक्रमित हो गए हैं.
आईजीआईएमएस के डायरेक्टर और उनके ड्राइवर कोरोना संक्रमित हैं और इसके कारण बड़ी संख्या में डॉक्टर क्वॉरेंटाइन पर चले गए हैं. वहीं, कार्यकारी सभापति के पॉजिटिव होने के बाद मंत्री, विधायक और बड़ी संख्या में अधिकारियों- कर्मचारियों का सैंपल जांच के लिए भेजा गया है.
बड़ी संख्या में जांच के लिया गया सैंपल
कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह के कोरोना संक्रमित होने के बाद बड़े पैमाने पर सैंपल का जांच किया जा रहा है. मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री सचिवालय और आवास से बड़ी संख्या में सैम्पल लिया गया है. विधानसभा अध्यक्ष के आवास , विधानसभा और विधान परिषद से भी बड़ी संख्या में सैंपल जांच के लिए ली गई है. मुख्य सचिव सहित कई प्रधान सचिव का भी सेंपल लिया गया है. साथ ही संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार सहित कई मंत्रियों का सैंपल भी लिया गया है.
कई नेता कोरोना वायरस के चपेट में
बिहार में कोरोना तेजी से पांव पसार रहा है. प्रतिदिन 400 से 500 संक्रमित मरीज मिल रहे हैं. कोरोना का संक्रमण मंत्रियों से लेकर अधिकारियों तक फैल रहा है. बिहार सरकार के मंत्री विनोद कुमार सिंह और उनके परिवार के सदस्य पहले से कोरोना संक्रमित हैं. वहीं, बीजेपी विधायक जीवेश मिश्रा भी कोरोना संक्रमित है. कांग्रेस के एक विधायक भी कोरोना संक्रमित है.
आरजेडी के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह अभी हाल ही में संक्रमण से मुक्त हुए हैं. विधान परिषद के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह और उनके परिवार के कोरोना संक्रमित होने के बाद शनिवार को मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री सहित कई अधिकारियों का सैंपल जांच किया गया, जिसमें मुख्यमंत्री के वरिष्ठ सुरक्षाकर्मी भी संक्रमित पाए गए हैं . कुछ एसपी और डीएम भी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं. कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने के कारण बिहार में कंटेनमेंट जोन की संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही है.
10 हजार जांच के दावे से अभी काफी पीछे
बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने 10,000 कोरोना जांच का दावा किया था. लेकिन अभी भी प्रतिदिन 6000 से 7000 के बीच में सैंपल का टेस्ट हो रहा है. मुख्यमंत्री ने जांच 15000 तक बढ़ाने का निर्देश दिया है. लेकिन स्वास्थ्य विभाग अभी काफी पीछे है।. इधर कोना संक्रमण का दर लगातार बढ़ रहा है. आम से खास लोगों तक संक्रमण के मामले मिल रहे हैं.