पटनाः बिहार में डोर टू डोर कोरोना वैक्सीनेशन कैंपेन (Door To Door Vaccination Campaign) चलाया जा रहा है. इसके तहत स्वास्थ्य कर्मियों की टीम लोगों के घर-घर जाकर वैक्सीनेशन की स्थिति का पता कर रही है और जिनका वैक्सीनेशन नहीं हुआ है उन्हें टीका लगा रही है.
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वैक्सीनेशन स्थिति पता करने के लिए पल्स पोलियो की तर्ज पर मार्किंग की जा रही है. प्रत्येक टीम प्रतिदिन 100 से अधिक घरों में जा रही है और टीकाकरण की जानकारी जुटा रही है.
अगर घर के सभी सदस्य प्रथम खुराक ले चुके हैं तो उनके घर के बाहर CI P की मार्किंग की जा रही है. यदि किसी एक सदस्य द्वारा प्रथम खुराक नहीं लिया गया है तो उनके घर के बाहर CI X की मार्किंग की जा रही है. यदि घर के सभी सदस्य दोनों खुराक ले चुके हैं तो उनके घर पर C2 P की मार्किंग की जा रही है.
यदि घर के एक या एक से अधिक सदस्यों द्वारा दूसरा खुराक नहीं लिया गया है तो C2 X मार्क किया जा रहा है. डोर टू डोर वैक्सीनेशन कैंपेन में 2-2 लोगों की टीम बनाई गई है, जिसमें 1 वैक्सीनेटर और एक वेरिफायर हैं.
बता दें कि प्रदेश में 16 नवंबर से शुरू हुआ यह अभियान 27 नवंबर तक चलेगा. पटना जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ एसपी विनायक ने बताया कि पटना में अब तक 81% लोगों ने पहले डोज का खुराक ले लिया है. वहीं, 77% लोगों ने दूसरे डोज का खुराक ले लिया है. पटना में 62,28,692 वैक्सीनेशन हुए हैं जिनमें 35,14,335 पहले डोज का वैक्सीनेशन हुआ है और 27,14,357 दूसरे डोज का वैक्सीनेशन हुआ है.
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पटना जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ एसपी विनायक ने बताया कि डोर टू डोर वैक्सीनेशन कैंपेन में लोगों का उत्साह काफी है और इस कैंपेन में काफी ऐसे लोगों को भी वैक्सीनेट किया गया है जो अब तक वैक्सीनेशन से वंचित थे. उन्होंने बताया कि अब तक 123423 वैक्सीनेशन डोर टू डोर कैंपेन में हुए हैं.
इनमें पहले डोज के वैक्सीनेशन की संख्या 43936 है जबकि दूसरे डोज की संख्या 79487 है. उन्होंने बताया कि इस कैंपेन में विशेष रुप से गर्भवती महिलाओं और ब्रेस्ट फीडिंग कराने वाली महिलाओं का काफी वैक्सीनेशन हो रहा है. ऐसी महिलाओं को डोर टू डोर वैक्सीनेशन कैंपेंन से काफी सहूलियत मिल रही है.