पटनाः बिहार में कोरोना संक्रमण बढ़ने लगी है. सोमवार को आई कोरोना जांच रिपोर्ट में दो नए केस सामने आए हैं. गया में एक केस और दरभंगा में एक केस मिले हैं. कोरोना (COVID situation in Bihar) के बढ़ते मामले को लेकर बिहार सरकार एक्टिव मोड में आ गई है. बिहार में बीते 24 घंटे में 22,297 लोगों की जांच में कोविड के दो नए मरीज नहीं मिले हैं. जिनका कोविड प्रॉटोकॉल के तहत इलाज जारी है.
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कोरोना जांच में बिहार आगे: बिहार स्वास्थ्य विभाग की ओर से 26 दिसंबर को जारी COVID-19 अपडेट में बताया गया है कि 25 दिसंबर को 22,297 लोगों का कोविड जांच किया गया. इस दौरान दो मरीज कोविड पॉजिटिव मिले है. अब तक कुल 8,39,062 मरीज ठीक हुए हैं. कोरोना मरीजों का रिकवरी प्रतिशत 98.555 है. एक बार फिर से कोरोना संक्रमण के फैलने के मामले के बाद इसको लेकर बिहार का स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड (Bihar alert on corona cases) में है.
गया में 11 विदेशी पॉजिटिव: सिविल सर्जन ने कहा कि लोगों को पैनिक होने की जरूरत नहीं है. 11 विदेशियों का सिटी स्कोर इन सिग्निफिकेंट है. हालांकि सभी स्वस्थ हैं. इससे पहले यहां चार विदेशी लोग कोरोना पॉजिटिव (Corona virus In Bihar) मिले हैं. जिसमें एक थाईलैंड, दो इंग्लैंड और एक म्यांमार के हैं. दरअसल गया में बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा का कार्यक्रम चल रहा है, जिसमें विदेशियों के आने का सिलसिला जारी है. जांच के दौरान लगातार नए संक्रमित सामने आ रहे हैं.
राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों को निर्देशः वहीं, शुक्रवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने कोविड-19 की स्थिति और तैयारियों पर राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ बैठक की, जिसमें बिहार स्वास्थय मंत्री तेजस्वी यादव भी मौजूद रहे. इस दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने राज्यों को सतर्क रहने और कोविड-19 प्रबंधन के लिए सभी तैयारियां रखने की सलाह दी. साथ ही उन्होंने कहा कि कोरोना को हराने के लिए केंद्र और राज्यों को सहयोगात्मक भावना से काम करने की जरूरत है. उन्होंने ये भी कहा कि सभी राज्य निगरानी प्रणाली मजबूत करें. कोविड के टेस्ट तेजी से करें और अस्पताल के बुनियादी ढांचे की तैयारी सुनिश्चित करें.
आंकडों में बिहार में कोरोना का हालः
- बीते 24 घंटे में किये गये कोविड जांच-22,297
- बीते 24 घंटे में पाये गये कोविड संक्रमित-2
- वर्तमान में एक्टिव कोविड मरीजों की संख्या-2
- अब तक कोविड से मौतों की संख्या-12302
- पूर्व में कोविड संक्रमित की संख्या-839062
फिजिकल डिस्टेंसिंग का करें पालन
- कोविड के दोनों डोज के साथ बुस्टर डोज लें
- परिवार के सदस्यों के स्वास्थ्य पर रखें नजर
- घर से बाहर मास्क का करें प्रयोग
- हाथों को नियमित अंतराल पर करें सेनेटाइज
- समय-समय पर बॉडी टेंपरेचर चेक करें
- समय-समय पर ऑक्सीजन लेवल की जांच करें
- संक्रमण का शंका होने पर डॉक्टर से संपर्क करें
- शंका होने पर रैपिड एंटीजन टेस्ट (आरएटी) किट से स्वयं कर सकते हैं जांच
ये लोग बरते विशेष सावधानी
- 60 साल से अधिक उम्र के लोग
- हृदय रोग पीड़ित मरीज
- टीबी रोग पीड़ित मरीज
- डायबटीज पीड़ित मरीज
- लंग्स रोग से पीड़ित मरीज
- किडनी से पीड़ित मरीज
- लीवर रोग से पीड़ित मरीज
अस्पतालों में बेड को रिजर्व रखने के निर्देश: बिहार स्वास्थ विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने निर्देश दिया है कि अभी के समय जो भी पॉजिटिव सैंपल आ रहे हैं, उनका जिनोम सीक्वेंसिंग आईजीआईएमएस में कराना सुनिश्चित किया जाए. साथ ही उन्होंने मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में कुछ बेड कोरोना मरीजों के लिए रिजर्व रखने का निर्देश दिए हैं. हालांकि प्रत्यय अमृत ने कहा है कि अभी डरने की जरूरत नहीं है, पर इस स्थिति को देखते हुए तैयार रहने की आवश्यकता है. पटना एयरपोर्ट, पटना जंक्शन पर एक बार फिर से कोरोना जांच टीम को सक्रिय कर दिया गया है. बाहर से आने वाले यात्रियों का रेंडम कोविड टेस्ट करने का स्वास्थ्य विभाग द्वारा निर्देश दिया गया है.
नीतीश बोले- 'हम पहले से अलर्ट' : इससे पहले बुधवार को केन्द्र सरकार ने सभी राज्यों को नई एडवाइजरी जारी की है. जिसके बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि कोरोना को लेकर हम लोग पहले से सक्रिय (COVID situation in Bihar) है. कोरोना की जांच हम लोगों ने बंद नहीं (Bihar alert on corona cases) की है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि, जितनी संख्या में बिहार में कोरोना की जांच हुई है, उतनी शायद कहीं और नहीं हुई है. अकेले बिहार में सिर्फ आठ लाख जांच हुई है और पूरे देश में करीब साढ़े 6 लाख. बिहार में कोरोना का जांच और टीका (वैक्सीनेशन) सबसे ज्यादा किया जा रहा है. बिहार में केस कम है.
तेजस्वी यादव बोले- डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव (Health Minister Tejashwi Yadav) ने कहा कि सब कुछ काबू में है. सीएम नीतीश कुमार के साथ ही हम सभी भी रेगुलर बेसिस पर आ रहे रिपोर्ट पर अपनी नजर रखे हुए हैं. बिहार में तीन ही एक्टिव केस (Tejashwi Yadav On corona cases in bihar) हैं. फिलहाल घबराने की कोई बात नहीं है.
सिंथेटिक मास्क पहनने से बचेंः कोरोना संक्रमण बढ़ने के साथ काफी संख्या में लोग सड़कों पर सिंथेटिक मास्क पहनकर घूमते नजर आ रहे हैं. लेकिन डॉक्टरों का मानना है कि अभी जिस प्रकार से पटना में संक्रमण फैला हुआ है, उसमें सिंथेटिक मास्क कारगर नहीं है. कम से कम लोग सर्जिकल मास्क का ही प्रयोग करें. सर्जिकल मास्क, N95 मास्क या फिर कॉटन मास्क ही इस्तेमाल करना चाहिए. डॉक्टरों के अनुसार अगर कोई कॉटन कपड़े का मास्क पहनते हैं तो कम से 2 लेयर का मास्क का उपयोग करें.
मास्क जहां-तहां न फेंकेः कई लोग सर्जिकल मास्क को धोकर पहनते हैं. यह बिल्कुल गलत है और ये मास्क धोने के बाद किसी काम का नहीं रह जाता. डॉक्टरों के अनुसार सर्जिकल मास्क जो लोग पहनते हैं, वे सड़क पर इधर-उधर कहीं भी सर्जिकल मास्क ना फेंके. कई बार ऐसा होता है कि सड़क पर कचरा चुनने वाले या फिर गरीब नादान लोग धावा दल के गश्ती टीम से बचने के लिए उसी मास्क को उठा कर प्रयोग कर लेते हैं. यह और अधिक हानिकारक हो सकता है. सर्जिकल मास्क या कॉटन मास्क को यूज करने के बाद फेंके तो उसे अच्छी तरह डिस्ट्रॉय करें, ताकि फिर इसे कोई रीयूज ना कर सके.