पटना: प्रदेश में कोरोना (Corona) के बाद पोस्ट कोविड-19 इफेक्ट (Post Covid-19 Effect) अब बड़ा सरदर्द बन गया है. पटना एम्स में कोरोना से ठीक हुए मरीजों में गैंग्रीन (Gangrene Patient In Patna AIIMS) बीमारी के मामले सामने आने लगे हैं. यह बीमारी ज्यादातर शरीर के आखिरी हिस्से जैसे हाथ-पैर की उंगलियों में देखने को मिल रहा है.
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गैंग्रीन ने बढ़ाई परेशानी
कई मामले आ रहे सामने
पटना एम्स में 6 से अधिक इस बीमारी के मामले सामने आ गए हैं और 4 लोगों का ऑपरेशन भी हो चुका है. जिनमें प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री (दारोगा राय प्रसाद) के परिवार के सदस्य भी शामिल हैं.
क्या है गैंग्रीन बीमारी
गैंग्रीन उस अवस्था को कहते हैं जिसमें शरीर के एक हिस्से में ब्लड का सप्लाई रुक जाता है और इन्फ्लेमेशन के वजह से वह एरिया काला पड़ने लगता है. इसके कई कारण है और अभी यह पोस्ट कोविड-19 इफेक्ट के तौर पर देखने को मिल रहा है. मगर यह बीमारी काफी पुरानी है.
'कई केसेज में कोरोना के कारण ब्लड में थक्का जमने लगता है. ऐसे में शरीर में खून का सही प्रवाह नहीं हो पाता और इस वजह से शरीर के आखिरी हिस्से तक ब्लड की सही सप्लाई नहीं हो पाती है. जहां ब्लड सही से सप्लाई नहीं होता वहां इन्फ्लेमेशन होने लगता है. धीरे धीरे शरीर का वह हिस्सा लाल फिर पीला फिर नीला फिर हरा और अंत में काला पड़ जाता है. मरीज की जान बचाने के लिए अधिकांश केसेज में शरीर का वह हिस्सा काटना पड़ जाता है.'- डॉ दिवाकर तेजस्वी, वरिष्ठ चिकित्सक
गैंग्रीन के कारण
गैंग्रीन के जो प्रमुख कारण हैं उसमें पहला है अन कंट्रोल डायबिटीज, दूसरा है इंफेक्शन के बाद शरीर में अगर कोई पेरिफेरल आर्टरी डिजीज हो जाता है तो भी गैंग्रीन की संभावना बढ़ जाती है.