पटना: राजधानी में कोरोना के नये केस लगातार मिल रहे हैं. ताजा मामला नालंदा मेडिकल कॉलेज का जहां शिशु विभाग में कार्यरत दो डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव पाये गये हैं. सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि दोनों डॉक्टर वैक्सीन का दूसरा डोज ले चुके थे. दो डॉक्टरों को कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद अस्पताल प्रशासन अलर्ट हो गया है. अस्पताल अधीक्षक डॉ. विनोद कुमार सिंह ने आदेश दिया है कि फिलहाल शिशु वार्ड में सुरक्षा के मद्देनजर नये मरीजों की और इलाज पर फिलहाल रोक लगा दी गई है. बच्चों को पीएमसीएच रेफर किया जा रहा है.
इसे भी पढ़ें: बिहार में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 2.63 लाख के पार, अब तक 1563 लोगों की मौत
शिशु वार्ड में भर्ती पर रोक
फिलहाल एनएमसीएच के शिशु वार्ड में बच्चों को भर्ती नहीं किया जा रहा है. बीती रात से बच्चों को पीएमसीएच रेफर किया जा रहा है, ताकि उन्हें कोई परेशानी न हो. जानकारी के मुताबिक कोरोना पॉजिटिव पाये गये दोनों डॉक्टर वैक्सीन का दूसरा डोज ले चुके थे. बताया जा रहा है कि दोनों डॉक्टरों ने सोमवार तक अस्पताल में अपनी सेवाएं दी हैं. इसमें एक महिला चिकित्सक सहायक प्राध्यापक हैं, तो दूसरे डॉक्टर फाइनल इयर एमडी के हैं.
संपर्क में आये लोगों की आरटीपीसीआर जांच
एनएमसीएच के अधीक्षक डॉ. विनोद कुमार सिंह ने बताया कि डॉक्टरों के हॉस्टल और विभाग के इनडोर और आउटडोर में आए लोगों की आरटीपीसीआर जांच करायी जाएगी. पीजी छात्रावास में रहने वाले छात्र को एनएमसीएच के मेडिसीन विभाग के कोरोना वार्ड में भर्ती कराया गया है. साथ ही शिशु रोग विभाग में भर्ती शिशु मरीजों को बुधवार को पीएमसीएच, एम्स और आईजीआईएमएस में इलाज के लिए भेजा जाएगा ताकि विभाग के आउटडोर एवं इंडोर को पूरी तरह सेनिटाइज कराया जा सके.
ये भी पढ़ें: नक्सली बंदी की घोषणा के बाद हाई अलर्ट, सर्च ऑपरेशन में जुटी बिहार-झारखंड की पुलिस
111 नए मामले सामने आए
बता दें कि राज्य में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 2,63,770 पहुंच गई है. पिछले 24 घंटे में कोरोना के 111 नए मामले सामने आए हैं. जबकि रिकवरी रेट 99.17 प्रतिशत पहुंच गया है. स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, राज्य में पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना के 111 नए मामले सामने आए हैं. जबकि 1563 लोगों की मौत हुई है.