पटना: कोरोना वायरस को लेकर पूरे भारत में 14 अप्रैल तक लॉकडाउन है. जिस वजह से हर जगह यातायात व्यवस्था ठप है. एयरपोर्ट पर भी सभी परिचालन बंद कर दिए गए हैं. हालांकि, मेडिकल के सामान को लेकर एयरपोर्ट पर लॉजिस्टिक विमानों की उड़ान जारी है. इस दौरान एयरपोर्ट परिसर में लगातार सेनिटाइजेशन का काम चल रहा है.
बता दें कि देश में कोरोना वायरस के जारी कहर के बीच ओडिशा सरकार ने लॉकडाउन की अवधि को बढ़ा दिया है। 21 दिनों के देशव्यापी लॉकडाउन खत्म होने से पहले ही ओडिशा सरकार ने कोरोना लॉकडाउन को 30 अप्रैल तक बढ़ाने का फैसला किया है और ऐसा करने वाला यह देश का पहला राज्य बन गया है. ऐसे में बड़ा सवाल है कि क्या बिहार में भी नीतीश सरकार लॉकडाउन की अवधि 30 अप्रैल तक बढ़ाएगी.
देश में 14 अप्रैल तक लॉकडाउन
देश में 14 अप्रैल तक संपूर्ण लॉकडाउन है और 21 दिनों का ये लॉकडाउन 14 अप्रैल के आगे जारी रहेगा या नहीं इसको लेकर अभी सरकार ने कोई फैसला नहीं लिया है. माना जा रहा है कि 11 अप्रैल को इसे जारी रखने या खत्म करने पर फैसला केंद्र सरकार ले सकती है.
बिहार में कोरोना संक्रमितों की संख्या 60
दरअसल, बिहार में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों का मिलना लगातार जारी है. बिहार में कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या 60 तक पहुंच गई है. इससे पहले, बिहार के नवादा, सिवान और बेगूसराय समेत छह जिलों के उन स्थानों को पूरी तरह सील कर दिया गया है. यानि वहां कर्फ्यू की स्थिति रहेगी और लोगों के घरों से निकलने पर पाबन्दी रहेगी.
नीतीश ने की कार्यों की समीक्षा
इस बीच, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रदेश में कोरोना संक्रमण से बचाव के लिये किये जा रहे कार्यों की गुरुवार को गहन समीक्षा की. इस मौके पर उन्होंने निर्देश दिया कि जिन क्षेत्रों को कोरोना हॉटस्पॉट (अत्याधिक संक्रमण वाला क्षेत्र) क्षेत्र घोषित किया गया है, वहां सघन अभियान चलाकर प्रोटोकॉल के अनुरूप समुचित कार्रवाई सुनिश्चित की जाए.
देश में अनाज की कोई कमी नहीं: रामविलास पासवान
कोरोना को लेकर लागू लॉकडाउन के बीच केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने कहा है कि देश में अनाज की कोई कमी नहीं है. अनाज के कारण देश में कोई गरीब भूखा नहीं रहेगा. इसके लिए पीएचएच और अंत्योदय योजना के अंतर्गत आने वाले लोगों को तीन माह के राशन के साथ 5 किलो चावल और 1 किलो दाल मुफ्त में मिलेगा.
बेगूसराय-पटना सीमा सील
बेगूसराय जिले में दो कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं, साथ ही उनके संपर्क में आने वालों की भी जांच की जा रही है. ऐसे में स्थिति की गंभीरता को देखते हुए पटना के डीएम ने बेगूसराय-पटना सीमा और सभी संभावित रास्तों को सील करने का आदेश दिया है.
तीन जिलों में कोरोना हॉटस्पॉट चिन्हित
बिहार में कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने पर तीन जिलों में कुछ जगहों को 'हॉटस्पॉट' के रूप में चिन्हित कर उन्हें पूरी तरह सील कर दिया गया है. बिहार के पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडेय ने गुरुवार को संवाददाताओं को बताया कि नवादा, सीवान और बेगूसराय की कुछ जगहों को चिन्हित कर उन क्षेत्रों में कम्प्लीट लॉकडाउन लागू कर दिया गया है. वहां कर्फ्यू जैसी स्थिति रहेगी. लोग घरों से नहीं निकल पाएंगे. उन्होंने कहा कि मरकज से जुड़े 10 लोगों की पहचान कर ली गई है.
लापरवाही: प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, विभागाध्यक्ष नपे
बिहार में जहां एक ओर कोरोनावायरस संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है, वहीं कुछ चिकित्सकों की लापरवाही के मामले भी सामने आ रहे हैं. इस बीच, स्वास्थ्य विभाग के दो चिकित्सकों पर गाज गिरी है. विभाग ने कर्तव्य में लापरवाही बरतने के आरोप में पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच) के माइक्रोबायोलजी विभाग के अध्यक्ष और गया के बाराचट्टी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सका पदाधिकारी को निलंबित कर दिया है.
IPS अधिकारियों ने मुख्यमंत्री राहत कोष में दिया अंशदान
बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने राज्य में फैल रहे कोरोना महामारी से बचने के लिए बिहार कैडर के सभी आईपीएस अधिकारियों से अपील की थी कि मुख्यमंत्री राहत कोष में हमें भी सहायता देनी चाहिए. जिसके बाद भारतीय पुलिस सेवा के 142 अधिकारियों ने मुख्यमंत्री राहत कोष में 9 लाख 65 हजार 9 सौ रुपये का अंशदान किया है़. अंशदान करने वालों में 85 एसएसपी- एसपी और 47 डीआइजी से डीजी स्तर के पदाधिकारी है़ं. कुछ अधिकारियों ने व्यक्तिगत रूप से भी अंशदान किया है.
पूर्णिया: शादी समारोह पर लॉकडाउन का असर
कोरोना जैसी बीमारी को लेकर किये गए लॉकडाउन का असर आम जन जीवन और किसानों के साथ-साथ इस माह में होने वाले शादी जैसे समारोह पर भी पड़ता दिख रहा है. इस लॉकडाउन में किसी भी तरह के आयोजनों पर रोक लगा दी गई है.
गोपालगंज: लॉकडाउन की मार से परेशान हैं किसान
लॉकडाउन के कारण जिले में गेंहू की कटाई का कर्य रूका हुआ है. किसानों का कहना है कि फसल काटने की मशीनें और ऑपरेटर पंजाब राज्य से आते थे. लॉकडाउन के कारण वे लोग इसबार नहीं आ पाए. जिस वजह से फसल खड़े-खड़े खेतों में झड़ रहे हैं.