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कोरोना महामारी में सरकार की घोर लापरवाही, कोविड-19 हेल्पलाइन नंबर पर नहीं हो पा रहा संपर्क - हेल्प लाइन नंबर बंद

अखबारों में विज्ञापन के जरिए बिहार सरकार ने हेल्पलाइन नंबर जारी किया है जिस पर कभी भी फोन ही नहीं लगता. विज्ञापन पर सरकार ने पैसा पानी की तरह बहाया लेकिन जनता के लिए विज्ञापन किसी काम का नहीं रहा. इस तरह का कारनामा लॉकडाउन के समय भी हो चुका है.

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Published : Jul 23, 2020, 11:09 AM IST

Updated : Aug 19, 2020, 2:41 PM IST

पटनाः बिहार में कोरोना संक्रमण काफी तेजी से फैल रहा है. कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 30 हजार के पार पहुंच चुकी है. सरकार और स्वास्थ्य विभाग बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था दुरुस्त होने का दावा कर रहा है. पोस्टर में कोरोना वायरस के प्रति बचाव एवं हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है. बिहार सरकार के कई विभाग द्वारा भी इसे सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है ताकि अधिक से अधिक लोगों तक यह संदेश पहुंच सके. लेकिन इन नंबरों पर संपर्क करने पर बंद पाए जा रहे हैं.

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कोरोना के लिए जारी किया गया हेल्पलाइन नंबर

स्वास्थ्य विभाग ने पोस्टर जारी कर एनएमसीएच, पीएमसीएच का नंबर शेयर किया है. लेकिन इन नंबर में अधिकांश नंबर या तो स्विच ऑफ हैं या फिर नेटवर्क कवरेज क्षेत्र के बाहर. ईटीवी भारत संवाददाता ने दिए गए नंबर 6287 590 561 सहित दूसरे नंबर पर फोन लगाया. लेकिन सभी नंबर बंद पाया. मुश्किल से 06122219810 नंबर पर फोन लगा. लेकिन दूसरी तरफ से बताया गया कि यह कोरोना हेल्पलाइन नंबर नहीं है. इसकी जगह 06122249964 नंबर पर संपर्क करने की सलाह दी गई.

विज्ञापन पर खर्च किए गए भारी भरकम रकम

बता दें कि लोगों को जागरुक और सहायता के लिए सरकार ने विज्ञापन पर करोड़ों रुपए खर्च किए हैं. यह विज्ञापन हर अखबार में दिया गया है. वहीं, राज्य के कई जगह पर बड़े-बड़े पोस्टर, पंपलेट लगाए गए हैं. बावजूद इसके इन नंबरों पर फोन नहीं लगता. ऐसे में लोगों की परेशानी बढ़ गई है. वहीं, विपदा की घड़ी में इस तरह का नंबर जारी करने को लेकर सरकार पर सवाल खड़े हो रहे हैं.

ईटीवी भारत संवाददाता की रिपोर्ट

लॉकडाउन में भी हो चुका है कारनामा

बिहार में यह कोई नई घटना नहीं है. इससे पहले भी लॉकडाउन के समय बिहार सरकार ने प्रवासी मजदूरों और लोगों के लिए हेल्पलाइन नंबर एवं पोर्टल बनाया था. जिसका कुछ यहीं हाल था. उस समय भी ना तो नंबर पर फोन लगता था और ना ही पोर्टल खुलता था. इसके बाद सरकार ने दूसरा नंबर जारी किया था.

पटनाः बिहार में कोरोना संक्रमण काफी तेजी से फैल रहा है. कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 30 हजार के पार पहुंच चुकी है. सरकार और स्वास्थ्य विभाग बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था दुरुस्त होने का दावा कर रहा है. पोस्टर में कोरोना वायरस के प्रति बचाव एवं हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है. बिहार सरकार के कई विभाग द्वारा भी इसे सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है ताकि अधिक से अधिक लोगों तक यह संदेश पहुंच सके. लेकिन इन नंबरों पर संपर्क करने पर बंद पाए जा रहे हैं.

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कोरोना के लिए जारी किया गया हेल्पलाइन नंबर

स्वास्थ्य विभाग ने पोस्टर जारी कर एनएमसीएच, पीएमसीएच का नंबर शेयर किया है. लेकिन इन नंबर में अधिकांश नंबर या तो स्विच ऑफ हैं या फिर नेटवर्क कवरेज क्षेत्र के बाहर. ईटीवी भारत संवाददाता ने दिए गए नंबर 6287 590 561 सहित दूसरे नंबर पर फोन लगाया. लेकिन सभी नंबर बंद पाया. मुश्किल से 06122219810 नंबर पर फोन लगा. लेकिन दूसरी तरफ से बताया गया कि यह कोरोना हेल्पलाइन नंबर नहीं है. इसकी जगह 06122249964 नंबर पर संपर्क करने की सलाह दी गई.

विज्ञापन पर खर्च किए गए भारी भरकम रकम

बता दें कि लोगों को जागरुक और सहायता के लिए सरकार ने विज्ञापन पर करोड़ों रुपए खर्च किए हैं. यह विज्ञापन हर अखबार में दिया गया है. वहीं, राज्य के कई जगह पर बड़े-बड़े पोस्टर, पंपलेट लगाए गए हैं. बावजूद इसके इन नंबरों पर फोन नहीं लगता. ऐसे में लोगों की परेशानी बढ़ गई है. वहीं, विपदा की घड़ी में इस तरह का नंबर जारी करने को लेकर सरकार पर सवाल खड़े हो रहे हैं.

ईटीवी भारत संवाददाता की रिपोर्ट

लॉकडाउन में भी हो चुका है कारनामा

बिहार में यह कोई नई घटना नहीं है. इससे पहले भी लॉकडाउन के समय बिहार सरकार ने प्रवासी मजदूरों और लोगों के लिए हेल्पलाइन नंबर एवं पोर्टल बनाया था. जिसका कुछ यहीं हाल था. उस समय भी ना तो नंबर पर फोन लगता था और ना ही पोर्टल खुलता था. इसके बाद सरकार ने दूसरा नंबर जारी किया था.

Last Updated : Aug 19, 2020, 2:41 PM IST
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