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लॉकडाउन के दौरान बढ़ी आंखों की समस्या, डॉक्टर ने बतायी वजह, दी ये सलाह

लॉकडाउन के दौरान लोग घरों में कैद हैं. समय बिताने के लिए घर पर सभी या तो फोन पर लगे हैं या टीवी देख रहे हैं. ऐसे में आंखों से संबंधित कई समस्याएं सामने आ रही हैं.

पटना से कृष्ण नंदन की रिपोर्ट
पटना से कृष्ण नंदन की रिपोर्ट
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Published : May 27, 2020, 8:01 PM IST

पटना: लॉकडाउन के कारण देशभर में सभी घरों पर कैद हो गए. ऐसे में देश दुनिया की खबरों को लेकर और टाइम पास के लिए मनोरंजन के तौर पर लोग मोबाइल, कंप्यूटर, टीवी स्क्रीन के आगे ज्यादा से ज्यादा रह रहे हैं. वहीं, बच्चों की पढ़ाई के लिए ऑनलाइन स्टडी कराई जा रही है. ऐसे में लोगों में आंखों से जुड़ी हुई कई बीमारियां भी सामने आ रही है. बच्चों में जहां आंख लाल होने की शिकायत आ रही है. वही बड़ों में विजन कमजोर होने की.

इस बाबत ईटीवी भारत ने नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉक्टर सुनील कुमार सिंह से बात की. उन्होंने बताया कि अभी के समय में देश में लॉकडाउन की स्थिति है और लोग इस समय स्क्रीन पर ज्यादा समय व्यतीत कर रहे हैं. बच्चे भी ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे हैं और ऐसी स्थिति में स्क्रीन पर ज्यादा समय व्यतीत करने से आंखों में सूखापन आ जाता है.

पटना से कृष्ण नंदन की रिपोर्ट

इसलिए आता है आंखों में सूखापन
उन्होंने बताया कि सामान्य तौर पर 1 मिनट में 16 से 17 बार लोग पलकें झपकातें हैं. लेकिन, जब स्क्रीन पर निगाहें जमी हुई होती है. उस समय पलक झपकने की प्रक्रिया कम हो जाती है. लोग 5 से 6 बार ही पलकें झपकते हैं. इस कारण आंखों में आंसू कम बनता है और आंखों में सूखापन आ जाता है. यही वजह है कि आंखें लाल हो जाती हैं, आंखों में जलन या खुजली होने लगती है.

डॉक्टर सुनील कुमार सिंह
डॉक्टर सुनील कुमार सिंह

बच्चों की आंखों पर दोगुना जोर
डॉक्टर सुनील सिंह ने बताया कि पढ़ाई को लेकर ऑफलाइन और ऑनलाइन मीडियम की बात करें, तो ऑफलाइन में जो कंट्रास्ट होता है वो पूरे पेज पर यूनिफॉर्म रहता है. जबकि ऑनलाइन मोड में कंट्रास्ट सेंटर और डाउन में रहता है. ऐसे में ऑनलाइन मीडियम यूज करते समय आंखों को बार-बार फोकस और डिफोकस करना पड़ता है. इस कारण आंखों के मांस पेशियों में बेवजह का जोर लगता है. जोर लगने से आंखों में दर्द और अन्य सारी ब्याधियां होती हैं. ऑनलाइन मीडियम का ज्यादा यूज करने से पोस्चरल डिफेक्टिव बीमारियां की उत्पन्न हो जाती है.

जरूर प्रयोग करें ये परामर्श
डॉक्टर सुनील कुमार सिंह ने बताया कि आंखों को स्वस्थ रखने के लिए कुछ जरूरी चीजों को ध्यान में रखना बेहद जरूरी है.

  • जैसे कि बेवजह का स्क्रीन टाइम न दें.
  • बेवजह सोशल साइट को यूज करने से बचें.
  • आंखों को स्वस्थ रखने के लिए कौनसस ब्लिंकिंग पर ध्यान दें.
  • 1 मिनट में 16 से 18 बार जो नॉर्मल पलक झपकने की दर है. उसे मेंटेन रखें.
  • कोशिश करें कि प्रत्येक 1 घंटे के अंतराल पर आंखों को स्क्रीन से कुछ मिनटों के लिए हटाए और आंखों को आराम दें.
  • प्रत्येक 2 से 3 घंटे पर आंखों को ठंडे पानी से धोते रहना चाहिए, इससे आंखों का विजन घटता नहीं है.

डॉक्टर सुनील कुमार सिंह जदयू के वरिष्ठ नेता भी हैं.

पटना: लॉकडाउन के कारण देशभर में सभी घरों पर कैद हो गए. ऐसे में देश दुनिया की खबरों को लेकर और टाइम पास के लिए मनोरंजन के तौर पर लोग मोबाइल, कंप्यूटर, टीवी स्क्रीन के आगे ज्यादा से ज्यादा रह रहे हैं. वहीं, बच्चों की पढ़ाई के लिए ऑनलाइन स्टडी कराई जा रही है. ऐसे में लोगों में आंखों से जुड़ी हुई कई बीमारियां भी सामने आ रही है. बच्चों में जहां आंख लाल होने की शिकायत आ रही है. वही बड़ों में विजन कमजोर होने की.

इस बाबत ईटीवी भारत ने नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉक्टर सुनील कुमार सिंह से बात की. उन्होंने बताया कि अभी के समय में देश में लॉकडाउन की स्थिति है और लोग इस समय स्क्रीन पर ज्यादा समय व्यतीत कर रहे हैं. बच्चे भी ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे हैं और ऐसी स्थिति में स्क्रीन पर ज्यादा समय व्यतीत करने से आंखों में सूखापन आ जाता है.

पटना से कृष्ण नंदन की रिपोर्ट

इसलिए आता है आंखों में सूखापन
उन्होंने बताया कि सामान्य तौर पर 1 मिनट में 16 से 17 बार लोग पलकें झपकातें हैं. लेकिन, जब स्क्रीन पर निगाहें जमी हुई होती है. उस समय पलक झपकने की प्रक्रिया कम हो जाती है. लोग 5 से 6 बार ही पलकें झपकते हैं. इस कारण आंखों में आंसू कम बनता है और आंखों में सूखापन आ जाता है. यही वजह है कि आंखें लाल हो जाती हैं, आंखों में जलन या खुजली होने लगती है.

डॉक्टर सुनील कुमार सिंह
डॉक्टर सुनील कुमार सिंह

बच्चों की आंखों पर दोगुना जोर
डॉक्टर सुनील सिंह ने बताया कि पढ़ाई को लेकर ऑफलाइन और ऑनलाइन मीडियम की बात करें, तो ऑफलाइन में जो कंट्रास्ट होता है वो पूरे पेज पर यूनिफॉर्म रहता है. जबकि ऑनलाइन मोड में कंट्रास्ट सेंटर और डाउन में रहता है. ऐसे में ऑनलाइन मीडियम यूज करते समय आंखों को बार-बार फोकस और डिफोकस करना पड़ता है. इस कारण आंखों के मांस पेशियों में बेवजह का जोर लगता है. जोर लगने से आंखों में दर्द और अन्य सारी ब्याधियां होती हैं. ऑनलाइन मीडियम का ज्यादा यूज करने से पोस्चरल डिफेक्टिव बीमारियां की उत्पन्न हो जाती है.

जरूर प्रयोग करें ये परामर्श
डॉक्टर सुनील कुमार सिंह ने बताया कि आंखों को स्वस्थ रखने के लिए कुछ जरूरी चीजों को ध्यान में रखना बेहद जरूरी है.

  • जैसे कि बेवजह का स्क्रीन टाइम न दें.
  • बेवजह सोशल साइट को यूज करने से बचें.
  • आंखों को स्वस्थ रखने के लिए कौनसस ब्लिंकिंग पर ध्यान दें.
  • 1 मिनट में 16 से 18 बार जो नॉर्मल पलक झपकने की दर है. उसे मेंटेन रखें.
  • कोशिश करें कि प्रत्येक 1 घंटे के अंतराल पर आंखों को स्क्रीन से कुछ मिनटों के लिए हटाए और आंखों को आराम दें.
  • प्रत्येक 2 से 3 घंटे पर आंखों को ठंडे पानी से धोते रहना चाहिए, इससे आंखों का विजन घटता नहीं है.

डॉक्टर सुनील कुमार सिंह जदयू के वरिष्ठ नेता भी हैं.

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