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Patna Metro के डिपो निर्माण में जमीन बन रही बड़ी समस्या, सुशील मोदी ने कही ये बात

राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) ने पटना मेट्रो रेल (Patna Metro) का निर्माण करा रहे दिल्ली मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के एमडी मंगू सिंह और डायरेक्टर दलजीत सिंह से मुलाकात की. उन्होंने कहा कि 20 हेक्टेयर जमीन की अनुपलब्धता के कारण पटना मेट्रो के डिपो का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो रहा है.

Sushil Kumar Modi
सुशील कुमार मोदी
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Published : Jul 9, 2021, 8:06 PM IST

Updated : Jul 9, 2021, 8:19 PM IST

पटना: पूर्व उपमुख्यमंत्री और भाजपा के राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) ने शुक्रवार को नई दिल्ली में पटना मेट्रो रेल (Patna Metro) का निर्माण करा रहे दिल्ली मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के एमडी मंगू सिंह और डायरेक्टर दलजीत सिंह से मुलाकात की. मुलाकात के बाद सुशील मोदी ने कहा, "टेंडर हो जाने के बावजूद पटना मेट्रो के डिपो का निर्माण कार्य 20 हेक्टेयर जमीन की अनुपलब्धता के कारण शुरू नहीं हो रहा है."

यह भी पढ़ें- पटना मेट्रो परियोजना पर ग्रहण, अभी और करना होगा इंतजार? जानिए क्या कहते हैं जानकार

सुशील मोदी ने कहा, "17 फरवरी 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका शिलान्यास किया था. अभी तक पटना मेट्रो रेल प्रोजेक्ट (Patna Metro Rail Project) की भौतिक प्रगति 1 प्रतिशत और वित्तीय उपलब्धि 3.1 प्रतिशत है. पटना मेट्रो का डिपॉजिट वर्क करा रहे दिल्ली मेट्रो के अधिकारियों के अनुसार प्रायॉरिटी कॉरिडोर आईएसबीटी से मलाही पकड़ी तक है. इसमें 6.6 किलोमीटर एलिवेटेड होगा. इसका काम शुरू हो गया है."

"पटना मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के डिपो ( रेल इंजन और कोच के रख-रखाव तथा मरम्मत की जगह) के निर्माण के लिए 20 हेक्टेयर जमीन की आवश्यकता है. इसके अधिग्रहण के लिए राज्य सरकार को करीब एक हजार करोड़ रुपये खर्च करना होगा. डिपो निर्माण के लिए टेंडर हो चुका है. जमीन उपलब्ध होते ही निर्माण कार्य प्रारंभ हो जाएगा."- सुशील मोदी, राज्यसभा सांसद

बता दें कि 13,365.77 करोड़ रुपये की लागत वाली 32.487 किलोमीटर लंबी पटना मेट्रो रेल परियोजना का निर्माण दो कॉरिडोर में होना है. पहला कॉरिडोर 17.933 किलोमीटर और दूसरा 14.554 किलोमीटर क्रमशः दानापुर से मीठापुर और पटना रेलवे स्टेशन से आईएसबीटी होगा. परियोजना में लागत की 20% राशि बिहार सरकार वहन करेगी. 20% राशि केंद्र सरकार देगी और शेष 60% राशि जापान इंटरनेशनल कॉर्पोरेशन एजेंसी द्वारा कर्ज लिया जाएगा.

दानापुर, मीठापुर और खेमनीचक तक कॉरिडोर वन का निर्माण होगा. इसमें 7.39 किलोमीटर एलिवेटेड होगा और 10.54 किलोमीटर भूमिगत होगा. इस प्रकार कुल 17.93 किलोमीटर में कोरिडोर वन बनेगा. कॉरिडोर टू में पटना जंक्शन, गांधी मैदान, पाटलिपुत्र और आईएसबीटी शामिल हैं. 14.56 किलोमीटर के इस कॉरिडोर में कुल 6.63 किलोमीटर एलिवेटेड और 7.92 किलोमीटर भूमिगत होगा. कॉरिडोर वन में 14 स्टॉपेज होंगे. वहीं, कॉरिडोर टू में भी 14 स्टॉपेज तय किए गए हैं.

यह भी पढ़ें- नीतीश की राह पर कुशवाहा: चंपारण से शुरू करेंगे यात्रा, दलितों के घर होगी भूंजा पार्टी

पटना: पूर्व उपमुख्यमंत्री और भाजपा के राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) ने शुक्रवार को नई दिल्ली में पटना मेट्रो रेल (Patna Metro) का निर्माण करा रहे दिल्ली मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के एमडी मंगू सिंह और डायरेक्टर दलजीत सिंह से मुलाकात की. मुलाकात के बाद सुशील मोदी ने कहा, "टेंडर हो जाने के बावजूद पटना मेट्रो के डिपो का निर्माण कार्य 20 हेक्टेयर जमीन की अनुपलब्धता के कारण शुरू नहीं हो रहा है."

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सुशील मोदी ने कहा, "17 फरवरी 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका शिलान्यास किया था. अभी तक पटना मेट्रो रेल प्रोजेक्ट (Patna Metro Rail Project) की भौतिक प्रगति 1 प्रतिशत और वित्तीय उपलब्धि 3.1 प्रतिशत है. पटना मेट्रो का डिपॉजिट वर्क करा रहे दिल्ली मेट्रो के अधिकारियों के अनुसार प्रायॉरिटी कॉरिडोर आईएसबीटी से मलाही पकड़ी तक है. इसमें 6.6 किलोमीटर एलिवेटेड होगा. इसका काम शुरू हो गया है."

"पटना मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के डिपो ( रेल इंजन और कोच के रख-रखाव तथा मरम्मत की जगह) के निर्माण के लिए 20 हेक्टेयर जमीन की आवश्यकता है. इसके अधिग्रहण के लिए राज्य सरकार को करीब एक हजार करोड़ रुपये खर्च करना होगा. डिपो निर्माण के लिए टेंडर हो चुका है. जमीन उपलब्ध होते ही निर्माण कार्य प्रारंभ हो जाएगा."- सुशील मोदी, राज्यसभा सांसद

बता दें कि 13,365.77 करोड़ रुपये की लागत वाली 32.487 किलोमीटर लंबी पटना मेट्रो रेल परियोजना का निर्माण दो कॉरिडोर में होना है. पहला कॉरिडोर 17.933 किलोमीटर और दूसरा 14.554 किलोमीटर क्रमशः दानापुर से मीठापुर और पटना रेलवे स्टेशन से आईएसबीटी होगा. परियोजना में लागत की 20% राशि बिहार सरकार वहन करेगी. 20% राशि केंद्र सरकार देगी और शेष 60% राशि जापान इंटरनेशनल कॉर्पोरेशन एजेंसी द्वारा कर्ज लिया जाएगा.

दानापुर, मीठापुर और खेमनीचक तक कॉरिडोर वन का निर्माण होगा. इसमें 7.39 किलोमीटर एलिवेटेड होगा और 10.54 किलोमीटर भूमिगत होगा. इस प्रकार कुल 17.93 किलोमीटर में कोरिडोर वन बनेगा. कॉरिडोर टू में पटना जंक्शन, गांधी मैदान, पाटलिपुत्र और आईएसबीटी शामिल हैं. 14.56 किलोमीटर के इस कॉरिडोर में कुल 6.63 किलोमीटर एलिवेटेड और 7.92 किलोमीटर भूमिगत होगा. कॉरिडोर वन में 14 स्टॉपेज होंगे. वहीं, कॉरिडोर टू में भी 14 स्टॉपेज तय किए गए हैं.

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Last Updated : Jul 9, 2021, 8:19 PM IST
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