पटना: बिहार की राजधानी पटना सहित बिहार के बड़े शहरों में ट्रैफिक समस्या एक बड़ी चुनौती बन गई है. इसके निपटारे के लिए पुलिस मुख्यालय स्तर से लगातार प्रयास किया जा रहा है. यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ किया जा रहा है. बिहार के 12 जिले में 15 ट्रैफिक थानों का निर्माण (Construction of traffic police station) किया गया है, बाकी बचे 28 जिलों में जल्द ही थानों का निर्माण किया जाएगा. बिहार के सभी जिलों में यातायात थाना बनाने का निर्णय लिया गया है. यह जानकारी एडीजी मुख्यालय जेएस गंगवार ने दी.
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लोगों को किया जाता है जागरूकः उन्होंने कहा कि पुलिस होर्डिंग, साइन बोर्ड के माध्यम से लोगों को जागरूक कर रही है. लोगों को बताया जा रहा है कि हेलमेट और सीट बेल्ट नहीं पहनने से वह खुद सुरक्षित नहीं हैं, यह पहना पुलिस से बचने के लिए नहीं, बल्कि उनकी सुरक्षा के लिए है. इसके अलावा लोगों पर कार्रवाई भी की जाए, ताकि रोड एक्सीडेंट जैसी घटनाओं को रोका जा सके. ओवरस्पीडिंग को लेकर एनपीआर सिस्टम के तहत पटना के मुख्य सड़कों पर कैमरे लगाए गए हैं.
पटना में लगाए जा रहे नंबर प्लेट रिकाॅग्निशन सिस्टमः कैमरे के अलावा पटना स्मार्ट सिटी के तहत ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकॉग्निशन सिस्टम लगाए जा रहे हैं. पटना के अलावा मुजफ्फरपुर, भागलपुर और बिहार शरीफ में भी यह लगाया जा रहा है, ताकि अपराध को रोका जा सके. बिहार पुलिस के द्वारा 479 हाथ से फाइन काटने वाला उपकरण खरीदा गया है. बिहार पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार की मानें तो यातायात सुचारू ढंग से रखना खासकर शहरी इलाके में पुलिस के महत्वपूर्ण कार्य में से एक है. इसके अलावा ट्रैफिक लाइट, शहर के मुख्य चौक चौराहों पर पुलिस कर्मियों की प्रतिनियुक्ति भी महत्वपूर्ण अंग है.
28 जिलों में ट्रैफिक थाना बनने का मामला लंबितः उन्होंने बताया कि बिहार के बचे 28 जिलों में बनने वाले ट्रैफिक थाना का मामला अभी लंबित है. पुलिस मुख्यालय का मानना है कि ट्रैफिक को सुचारू ढंग से संचालित करने के लिए पुलिसकर्मियों को लगातार चेकिंग अभियान चलाने का निर्देश दिया है. इसके अलावा ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने पर उन्हें दंड के लिए उन्हें फाइन काटना भी अनिवार्य किया गया है. राजधानी पटना के मुख्य चौक चौराहे जहां पर रोड एक्सीडेंट की घटना ज्यादा होती है. वैसे स्थलों को हॉटस्पॉट रूप में चिह्नित किया जा रहा है.
"यातायात सुचारू ढंग से रखना खासकर शहरी इलाके में पुलिस के महत्वपूर्ण कार्य में से एक है. इसके लिए कई तरह के प्रयास किये जा रहे हैं. बिहार के बचे 28 जिलों में बनने वाले ट्रैफिक थाना का मामला अभी लंबित है, लेकिन इसके लिए सैद्धांतिक सहमति मिल गई है. इस पर जल्द ही अधिसूचना जारी कर दिया जाएगा"- जेएस गंगवार, एडीजी, मुख्यालय