पटनाः बिहार में प्रदर्शन में कानून तोड़ने वालों को सरकारी नौकरी और ठेका न मिलने के आदेश पर विपक्ष नीतीश सरकार को घेर रहा है. इस आदेश को विपक्ष सरकार का तुगलकी फरमान बता रहा है. कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौर ने कहा कि जिस तरह से केंद्र सरकार किसानों को कुचलने का काम कर रही है. उसी से प्रभावित होकर बिहार में नीतीश कुमार नौजवानों को कुचलने का काम कर रहे हैं. उन्हें नहीं भूलना चाहिए देश किसानों और नौजवानों से ही चलता है.
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प्रर्दशन करने पर नहीं मिलेगी नौकरी
बता दें कि नीतीश सरकार ने विरोध प्रदर्शन, सड़क जाम सहित अन्य मामले में हंगामा और विधि-व्यवस्था की समस्या उत्पन्न करने वाले प्रदर्शनकारियों को सरकारी नौकरी और न ही सरकारी ठेका देने का निर्णय लिया है. इस संबंध में बिहार के डीजीपी एसके सिंघल ने सभी जिलों के एसपी को निर्देश जारी किया है. डीजीपी के निर्देश में कहा गया है कि राज्य सरकार से जुड़े ठेके में चरित्र प्रमाण पत्र अनिवार्य किए गए हैं और साथ ही नौकरी के लिए पूर्व से यह नियम लागू है. जिसके मुताबिक विधि-व्यवस्था की स्थिति, विरोध प्रदर्शन सड़क जाम जैसे मामले में कोई व्यक्ति शामिल रहता है, जो आपराधिक कृत्य की श्रेणी में है. उसके खिलाफ पुलिस चार्जशीट दायर होती है तो उसकी मुश्किलें बढ़ जाएगी. ऐसे व्यक्ति के पुलिस वेरीफिकेशन रिपोर्ट में स्पष्ट रूप से उल्लेख किया जाएगा.
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नौकरी से वंचित कर रहे हैं नीतीश
कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौर ने कहा कि इसी तरह से पिछले दिनों नीतीश सरकार ने संविदा कर्मियों पर अनाप-शनाप तुगलकी फरमान जारी किया गया था. इसी तरह आज के नौजवानों को कैसे नौकरी से वंचित किया जाए और कोई भी धरना प्रदर्शन या सरकार के खिलाफ विरोध ना करें, इसकी तैयारी की जा रही है.