पटना: बिहार में जहरीली शराब से 41 लोगों की मौत (Death due to Poisonous Liquor in Bihar) हो गई है और इसको लेकर बिहार में सियासत तेज हो गई है. कांग्रेस विधायक प्रतिमा कुमारी (Congress MLA Pratima Kumari) ने साफ-साफ कहा कि इन मौतों का जिम्मेदार अगर कोई है तो वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार है. जिस तरह से जहरीली शराब पीने से लगातार लोगों की मौत हो रही है और स्थानीय प्रशासन कुछ से कुछ बातें बोलकर निकल रहा है, निश्चित तौर पर यह गलत है.
ये भी पढ़ें- होली में जमीन पर अधूरी रह गई तैयारी.. आसमान में खाक छानते रहे ड्रोन और हेलीकॉप्टर, 41 की मौत से उठे सवाल
'बिहार में नहीं हो सकती शराबबंदी': बिहार में ही पूर्ण शराबबंदी तो है लेकिन लगातार शराब तस्कर शराब को बेच रहे हैं और जहरीली शराब पीने से लगातार लोगों की मौत हो रही है. हम शुरू से ही यह कहते रहे हैं कि बिहार में शराबबंदी नहीं हो सकती है. मुख्यमंत्री शराबबंदी कानून लगाकर इसे बंद करना चाहते हैं जो कि गलत है. बिहार में शराबबंदी कानून को पूरी तरह से खत्म कर देना चाहिए और सरकार को सरकारी दुकान खुलवाकर शराब की बिक्री करनी चाहिए, जिससे जहरीली शराब से हो रही मौत रुकेंगी.
''जाके पांव न फटी बिवाई, वो क्या जाने पीर पराई. सबसे बड़ी बात है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार परिवार विहीन हैं. इनका ना कोई परिवार है और ना ही इनका कोई समाज है. ये संवेदनहीन मुख्यमंत्री हो गए हैं. हम बार-बार कह रहे हैं कि शराब की दुकानें खुलवाई जाए ताकि जहरीली शराब से हो रही मौतों को रोका जा सकें. नीतीश कुमार जी मौत के सौदागार हो गए हैं.''- प्रतिमा कुमारी, कांग्रेस विधायक
JDU MLA कर रहे अनर्गल बयानबाजी: विधायक प्रतिमा कुमारी ने जदयू विधायक गोपाल मंडल (JDU MLA Gopal Mandal) के बयान पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी और साफ-साफ कहा कि जदयू के विधायक जहरीली शराब से होने वाली मौत को लेकर जिस तरह बयानबाजी कर रहे हैं, मुख्यमंत्री को इन सब चीजों को देखना चाहिए और कहीं ना कहीं जदयू के विधायक पर कार्रवाई करनी चाहिए.
बिहार में पूर्ण शराबबंदी के 6 साल: बता दें कि बिहार में 2016 से ही पूर्ण शराबबंदी है. राज्य में पूर्ण शराबबंदी को लागू हुए 6 साल बीत चुके हैं. इन 6 सालों के दौरान शायद ही कोई ऐसा दिन बीता हो जिस दिन बिहार के शराबबंदी कानून तोड़ने की खबर ना आई हो. पुलिस की सख्ती के बावजूद शराबबंदी वाले बिहार में शराब धड़ल्ले से बिक रही है. होली पर जहरीली शराब पीने से अलग-अलग जिलों में अब कर 41 मौत हो चुकी हैं, साथ ही 24 से ज्यादा लोगों का इलाज जारी है. इनमें कई लोगों की आंखों की रोशनी भी चली गई है.
विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP