पटना : कांग्रेस विधायक को प्रधानमंत्री के चेहरा के तौर पर नीतीश कुमार सर्वमान्य चेहरा नजर आ रहे हैं. हिसुआ से कांग्रेस की विधायक है नीतू कुमारी जिन्होंने ईटीवी भारत से खास बातचीत में बताया कि यदि इंडिया गठबंधन मिलकर पांच राज्यों के चुनाव में उतरी होती तो नतीजा कुछ और होता. कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में गलती किया कि इंडिया गठबंधन के नेताओं को तरजीह नहीं दी.
नीतू को नीतीश में प्रधानमंत्री कैंडिडेट दिखता है : नीतू सिंह का तर्क है कि हिन्दी बेल्ट के तीन राज्यों में कांग्रेस का वोट परसेंटेज पिछले चुनाव की तुलना में काम नहीं हुआ है, लेकिन बावजूद इसके दो राज्यों से सत्ता गई है. इसका प्रमुख कारण कांग्रेस का अकेले चुनाव लड़ना है क्योंकि 72 सीटों पर हार जीत का अंतर 2000 वोट से कम रहा है. नीतू कुमारी ने कहा कि 2024 के लिए इंडिया गठबंधन को चाहिए कि नीतीश कुमार के चेहरा पर चुनाव लड़े. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कभी प्रधानमंत्री बनने की महत्वाकांक्षा नहीं जाहिर की है. पूर्व में भी होता रहा है कि अन्य दलों के नेताओं को कांग्रेस पार्टी सहयोग करती रही है. इस बार भी कांग्रेस पार्टी को बड़ा दिल दिखाते हुए नीतीश कुमार को चेहरा बनाना चाहिए.
''गरीब राज्य बिहार का विकास जिस प्रकार नीतीश कुमार कर रहे हैं, जितने बड़े पैमाने पर सरकारी नौकरी युवाओं को दे रहे हैं, इसकी चर्चा देश ही नहीं विदेशों में भी हो रही है. ऐसे में सभी घटक दलों को सहमति बनाकर नीतीश कुमार के नेतृत्व में 2024 का चुनाव लड़ने का निर्णय हमारी कांग्रेस पार्टी ले.''- नीतू सिंह, हिसुआ विधायक, कांग्रेस
क्या चाहते हैं राहुल गांधी, कांग्रेस विधायक ने बताया : कांग्रेस पार्टी के तमाम बड़े नेता राहुल गांधी को प्रधानमंत्री के तौर पर देखना चाहते हैं. इस समय वह प्रधानमंत्री कैंडिडेट के तौर पर नीतीश कुमार का नाम सुझा रहीं हैं. इस पर नीतू कुमारी ने कहा कि पार्टी के लोग जरूर ऐसा बयान देते हैं, लेकिन राहुल गांधी ने कभी ऐसा नहीं कहा है. राहुल गांधी चाहते हैं कि जो भी देश का प्रधानमंत्री बने वह किसानों के हित में बात करें, उनके लिए काम करें, युवाओं के लिए काम करें और समाज में आपसी प्यार भाईचारा कायम रखें.
''अगर सब लोगों की सहमति राहुल गांधी के चेहरे पर बनती है तो राहुल गांधी भी प्रधानमंत्री हो सकते हैं. लेकिन हाल में जो विधानसभा चुनाव का परिणाम आया है उसमें कांग्रेस पार्टी में इंडिया गठबंधन के सहयोगी घटक दलों को विश्वास में नहीं लिया जिसका परिणाम यह हुआ है.'' - नीतू सिंह, हिसुआ विधायक, कांग्रेस
ये भी पढ़ें-