पटना: बिहार में इन दिनों राजनीतिक गहमागहमी काफी बढ़ गई है. इसी कड़ी में जो गठबंधन पहले से बने हुए हैं, उनके बीच में बिखराव भी हो रहा है और नए गठबंधन दिन बन रहे हैं. दरअसल, उपेंद्र कुशवाहा ने महागठबंधन का साथ छोड़ कर मायावती की पार्टी बसपा के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ने की तैयारी की है.
'सभी राजनीतिक दल दलितों और पिछड़ों का करते है शोषण'
वहीं कांग्रेस ने भी कुशवाहा से लड़ने के अपनी पूरी तैयारी कर ली है. इसा कड़ी में पार्टी ने दलित और पिछड़ों की फौज खड़ी कर दी है. कांग्रेस ने शुक्रवार को पूर्व सांसद व दलित नेता उदित राज को बिहार के चुनावी समर में उतार दिया है. पटना पहुंचे उदित राज ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि सभी राजनीतिक दल दलित और पिछड़ों का शोषण करते हैं, काम कोई नहीं करता है.
सीबीआई और ईडी लगी हुई उनके पीछे
उदित राज ने कहा कि मायावती की पार्टी बसपा भी वही करती है. यही कारण है कि आज अपना जन-धन बचाने में लगी हुईं हैं, क्योंकि सीबीआई और ईडी उनके पीछे लगी हुई है. मायावती अपने आप को दलितों का नेता कहती हैं, तो बताएं कि अब तक उन्होंने दलितों के लिए क्या कुछ किया है. बहुजन समाजवादी पार्टी के दिन अब जा चुके हैं. रिजल्ट आते ही सबको पता चल जाएगा.