पटना: सीएए, एनआरसी और एनपीआर को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विपक्ष पर पलटवार करना शुरू कर दिया है. ऐसे में कांग्रेस का मानना है कि नीतीश कुमार जनता के मिजाज को भांपते हुए डैमेज कंट्रोल में जुट गए हैं. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सदानंद सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार जनता के विरोध को देखते हुए डैमेज कंट्रोल कर रहे हैं.
सदानंद सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार को अब लगने लगा है कि इस काले कानून का समर्थन कर वो फंस चुके हैं. बता दें कि जेडीयू राज्यसभा और लोकसभा में इस बिल का समर्थन कर चुकी है.
'वोट बैंक की है राजनीति'
कांग्रेस नेता का मानना है कि नीतीश कुमार वोट बैंक की राजनीति के लिए इस तरह का बयान दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि जिस तरह मुख्यमंत्री लगातार सीएए का मामला सुप्रीम कोर्ट में होने का हवाला दे रहे हैं, उससे जनता भटकने वाली नहीं है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि कोर्ट का फैसला सर्वोपरि है, लेकिन सुप्रीम कोर्ट का फैसला कब और किस परिस्थिति में आएगा यह कहना संभव नहीं है. सदानंद सिंह ने आगे कहा कि इस मामले में नीतीश कुमार की पार्टी का समर्थन होने के बाद जो बड़ी चूक हुई है, उसका परिवर्तित स्वरूप जनता के बीच वह पेश करना चाहते हैं.
'CM के भाषण में बदलाव'
सदानंद सिंह का साफ मानना है कि नीतीश कुमार की भाषा में परिवर्तन सिर्फ डैमेज कंट्रोल के लिए हुआ है. उन्होंने कहा कि अगर पहले जेडीयू इस बिल के लिए विचार करती और इसका विरोध करती तो शायद राज्यसभा से यह बिल पास नहीं होता और कानून नहीं बन पाता.