पटना: बिहार विधानसभा बजट सत्र का आज छठा दिन भी काफी हंगामेदार रहा. बिहार सरकार द्वारा पेश किए बजट पर दोनों सदनों में चर्चा हुई. इस दौरान विधान परिषद में कांग्रेस पार्षद प्रेमचंद मिश्रा ने कोरोना की रोकथाम से जुड़ा सवाल ध्यानाकर्षण के माध्यम से उठाया. उन्होंने कहा कि बिना तीसरा ट्रायल शुरू किए टीकाकरण अभियान की शुरुआत कर दी गई. तीसरा ट्रायल पूरा कर लिया जाता और उसके बाद टीकाकरण की शुरुआत की जाती तो लोगों में किसी तरह की शंका नहीं होती.
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प्रेमचंद मिश्रा ने कहा "सरकारी स्तर पर जो तैयारी होनी चाहिए थी उसमें कमी रह गई. एडवाइजरी जारी की गई कि उक्त टीका का प्रयोग किसे नहीं करना चाहिए और किसे करना चाहिए. इसका न सिर्फ उल्लंघन किया गया, बल्कि लापरवाही बरती गई. एडवाइजरी में साफ तौर पर कहा गया है कि जिन्हें बुखार रहा करता है, गर्भवती महिलाएं, स्तनपान कराने वाली माताएं, रक्त संबंधित कोई बीमारी या एलर्जी की परेशानी वाले लोगों को टीका नहीं देना है. बिहार में सरकारी स्तर पर अभीतक के टीकाकरण अभियान में उक्त एडवाइजरी को लेकर लापरवाही बरती गई है."
"आईजीआईएमएस के डॉक्टर गोपाल कृष्ण पहला डोज लेने के बाद कोरोना पॉजिटिव हो गए. कोरोना टीकाकरण में काफी लापरवाही बरती जा रही है. कोरोना वैक्सीन को लेकर सरकार की तरफ से एडवाइजरी से जुड़ा कोई प्रचार-प्रसार नहीं किया गया. पहला डोज लेने के बाद इतनी संख्या में दूसरा डोज लेने के लिए लोग क्यों नहीं आ रहे?- प्रेमचंद्र मिश्रा, विधान पार्षद, कांग्रेस
टीका से किसी को साइड इफेक्ट नहीं
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने प्रेमचंद्र मिश्रा के सवाल का जवाब दिया. उन्होंने कहा कि पहले चरण में 6 लाख लोगों ने बिहार में कोविड-19 का टीका लिया था. कोरोना वैक्सीन जितने लोगों को लगा किसी को साइड इफेक्ट नहीं हुआ. कांग्रेस की तरफ से सवाल उठाया गया कि कोरोना का टीका लेने से दो डॉक्टर की मौत हो गई. इस पर मंगल पांडे ने कहा कि हमलोगों ने पहले ही बताया है कि पहले चरण में कोरोना का टीका लेने के 28 दिन बाद एंटीबॉडी बनती है. जिस डॉक्टर की मौत हुई है वह कोरोना का टीका लेने से पहले ही पॉजिटिव पाए गए थे.
"भारत में कोरोना के दो टीके बने हैं. दोनों संतुष्टि जनक हैं. इनपर किसी को कोई संदेह करने की जरूरत नहीं है. विपक्ष लोगों को ऐसे ही भड़का रहा है."- मंगल पांडेय, स्वास्थ्य मंत्री, बिहार
पत्रकारों को कोरोना टीकाकरण में शामिल करने की मांग पर मंगल पांडेय ने कहा कि केंद्र सरकार ने जो फॉर्मूला तय किया है उसी के तहत बिहार में भी काम हो रहा है. जब केंद्र सरकार पत्रकारों को कोरोना टीकाकरण अभियान में शामिल करेगी तो निश्चित ही बिहार में भी पत्रकारों को कोरोना का टीका लगना शुरू हो जाएगा.