पटना: 'कोविड-19' के कारण देश में लॉकडाउन और स्कूल कॉलेज सहित सभी शिक्षण संस्थान बंद हैं. ऐसे में छात्र अपने घरों से ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे हैं. इसी को लेकर कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता राजेश राठौड़ ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार से यूपीए-2 की आकाश टेबलेट परियोजना को फिर से शुरू करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि दुर्भावना से ग्रस्त होकर मोदी सरकार ने यूपीए गवर्नमेंट की नीतियों का मजाक उड़ाया था. आज लॉकडाउन की परिस्थिति में वही नीतियां देश के लिए संजीवनी बन रही हैं.
उन्होंने कहा कि डिजिटल शिक्षा की जरूरत को देखते हुए समय पर यूपीए-2 की तरफ से आकाश टैबलेट परियोजना चलाया गया था. ताकि गरीब बच्चे भी किफायती दरों पर टेबलेट खरीद सके और डिजिटल एजुकेशन के सपने को साकार कर सकें. कांग्रेस नेता ने कहा कि दुर्भावना से ग्रस्त होकर सरकार ने इस योजना को बंद कर दिया था, लेकिन आज के समय में इस योजना को फिर से शुरू करने की जरूरत है.
'कांग्रेस की योजना साबित हो रही है संजीवनी'
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता राजेश राठौड़ ने कहा कि जिस मनरेगा का प्रधानमंत्री ने संसद में राष्ट्रीय स्मारक बता उपहास उड़ाया था. आज के समय मजदूरों तक पैसा पहुंचाने में यही योजना संजीवनी साबित हो रही है. उन्होंने कहा कि राइट टू फूड, जो यूपीए की योजना थी. वहीं आज गरीबों को उन तक राशन पहुंचाने में सबसे उपयोगी साबित हो रहा है.
'डिजिटल पढ़ाई ही छात्रों के लिए एकमात्र रास्ता'
राजेश राठौड़ ने कहा कि अभी देश में लॉक डाउन की स्थिति है. संक्रमण का खतरा आने वाले दिनों में भी कम होता हुआ नजर नहीं आ रहा है. ऐसे में छात्रों के लिए डिजिटल मोड पढ़ाई एकमात्र रास्ता है और इसके लिए छात्रों के पास संसाधन उपलब्ध कराने होंगे. ताकि डिजिटली वह पढ़ सके.
उन्होंने कहा कि पूर्व की सरकारों ने जो अच्छा काम किया है. नई सरकार को भी उन अच्छे कार्य को प्रोत्साहित करना चाहिए. उन्होंने कहा कि हम प्रधानमंत्री मोदी से अपील करना चाहेंगे कि मेक इन इंडिया के टेबलेट परियोजना को फिर से शुरू किया जाए. उन्होंने कहा कि टेबलेट पर सेटिंग में जाकर सिर्फ पढ़ाई की चीजों को ही एक्टिवेट करके रखा जा सकता है और इससे गार्जियन भी संतुष्ट रहेंगे.