पटना: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दल अपना- अपना मेनिफेस्टो बनाने में जुट गई है. बीजेपी ने अपने मेनिफेस्टो को लेकर बिहार के लोगों से राय मांगी है तो वहीं, कांग्रेस ने भी अपने घोषणा पत्र के लिए सोशल मीडिया के जरिए लोगों से राय मांगी है. कांग्रेस के नेताओं की भी नजर बिहार के युवाओं में बेरोजगारी और स्वास्थ्य सुविधाओं पर है.
कांग्रेस नेता सदानंद सिंह ने मेनिफेस्टो को लेकर पार्टी कार्यालय सदाकत आश्रम में प्रेस कांफ्रेंस की. जहां उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के पास अपना वादा पूरा करने का इतिहास है. वहीं, हमारा घोषणा पत्र हमारे लिए बहुत ही पवित्र दस्तावेज है. बिहार कांग्रेस लगातार घोषणा पत्र पर काम कर रही है. इस बार का हमारा घोषणा पत्र लोगों का घोषणा पत्र होगा. जिसे बिहार की बात के नाम से जाना जाएगा.
घोषणा पत्र के लिए लोगों से मांगा सुझाव
इसके साथ ही सदानंद सिंह ने कहा कि इस बार कांग्रेस पार्टी ने अपने घोषणा पत्र के लिए बिहार के लोगों से सुझाव मांगा है. जिसे वो अपने मेनिफेस्टो में शामिल करेगी. प्रदेश की जानता ईमेल, वाट्सएप्प, वेबसाइट्स और सोशल मीडिया माध्यमों से अपनी सुझाव भेज सकते हैं. साथ ही उन्होंने बिहार सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि इस समय प्रदेश में गरीबी, भुखमरी और बेरोजगारी है. किसान परेशाना हैं. युवा भटक रहे हैं. ऐसे में सरकार को बदलना जरूरी है.
सीट शेयरिंग पर कुछ भी कहने से किया इनकार
हालांकि सदानंद सिंह ने महागठबंधन में सीट शेयरिंग के मुद्दे पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया. साथ ही उन्होंने उपेंद्र कुशवाहा के महागठबंधन से जाने को लेकर भी कुछ नहीं कहा.