पटनाः कोरोना संक्रमण की वजह से देशभर में लॉक डाउन लागू है. वहीं लॉक डाउन में काम बंद होने के चलते, भारी संख्या में प्रवासी मजदूरों का पलायन जारी है. मजदूरों के पलायन को लेकर बिहार सरकार भले ही अपने राज्य में लोगों को रोजगार देने का दावा कर रही हो. लेकिन उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट कर बताया है कि लॉक डाउन 2 में अनेक प्रकार की छूट मिलने की वजह से उद्योग धंधे प्रारंभ होने लगे हैं. इसलिए कर्नाटक, गुजरात, पंजाब सहित कई राज्यों में मजदूरों को काम मिलने लगा है.
देशभर में लॉक डाउन लागू
वहीं, उन्होंने ट्वीट के माध्यम से बताया है कि बड़ी संख्या में लोग घर आने की वजह काम पर लौटने लगे हैं. आरजेडी और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए सुशील कुमार मोदी ने कहा कि विपक्षी नेता लोगों को गुमराह करने के लिए मजदूरों का हमदर्द बने हुए हैं. वहीं, उप मुख्यमंत्री के इस बयान के बाद कांग्रेस और राजद के नेताओं ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए सरकार पर हमला बोला है.
सुशील कुमार मोदी के ट्वीट पर भड़के कांग्रेस और राजद
कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौर ने उपमुख्यमंत्री के ट्वीट पर पलटवार करते हुए कहा है कि भारतीय जनता पार्टी उद्योगपतियों की सरकार है और उन्हीं के पार्टी के कर्नाटक के मुख्यमंत्री हैं जिन्होंने ट्रेन रद्द करवा दिए थे. बिहार के मजदूर अपने राज्य आने के लिए तैयार हैं. लेकिन उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी लोगों को गुमराह करने के लिए बता रहे हैं कि बिहार के मजदूर फिर कर्नाटक जाना चाह रहे हैं. इससे साफ हो गया है कि प्रवासी मजदूर जो बिहार आ रहे हैं, उनको सरकार किसी तरह की व्यवस्था नहीं दे रही है.
'प्रवासी मजदूरों को सरकार नहीं दे रही कोई सुविधा'
वहीं, आरजेडी के मुख्य प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने भी सुशील मोदी के ट्वीट पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने बिहार की जनता के लिए आज तक कुछ नहीं किया है. अभी बिहार में एनडीए की सरकार है और यह लोग कहते आ रहे थे कि बिहार में रोजगार का हम लोग सृजन करवाएंगे और जो मजदूर बिहार से बाहर जाकर काम करते हैं. उन्हें बिहार छोड़ने की नौबत नहीं आएगी. उनको अपने ही राज्यों में रोजगार मिलेगा. इसलिए इस बार सरकार की सब कलई खुल गई. बिहार के कितने मजदूर अन्य प्रदेशों में जाकर काम करते थे, उनका आंकड़ा जब सामने आया तो सरकार के होश उड़े हुए हैं.
'गुमराह करने के लिए उपमुख्यमंत्री दे रहे बयान'
भाई वीरेंद्र ने दावा किया है कि अब कोई मजदूर बिहार से बाहर नहीं जाना चाह रहा है. लॉक डाउन की वजह से उद्योग धंधा बंद होने के चलते उनको खाने के लाले पड़े थे. लेकिन कोई सरकार उन पर ध्यान नहीं दी जब वह आज वहां से अपने राज्य के लिए आने लगे, तब वहां की सरकार लोगों को रोकने की बात कह रही है. लेकिन मजदूर अब अपने राज्य आना चाह रहे हैं और राज्य सरकार उन्हें कोई रोजगार नहीं देना चाह रही है. इसलिए लोगों को गुमराह करने के लिए उपमुख्यमंत्री इस तरह के बयान दे रहे हैं.