ETV Bharat / state

अकेले मैदान में रहने से कांग्रेस को दिख रहा फायदा, बोली RJD- इस बार भी 'हाथ' रह जाएंगे खाली

बिहार में विधानसभा उपचुनाव के बाद अब एमएलसी चुनाव (Bihar MLC Election 2022) में भी कांग्रेस अकेले मैदान में उतरी है. कांग्रेस का दावा है कि अकेले रहने से उसे फायदा मिल रहा है. वहीं, आरजेडी का कहना है कि इस बार भी कांग्रेस कुछ नहीं कर पाएगी. आगे पढ़ें पूरी खबर..

कांग्रेस प्रवक्ता
कांग्रेस प्रवक्ता
author img

By

Published : Apr 1, 2022, 8:41 PM IST

पटनाः बिहार में एमएलसी चुनाव (MLC Elections On 24 Seats In Bihar) के साथ-साथ बोचहां विधानसभा उपचुनाव भी है. इन दोनों चुनावी मैदान में कांग्रेस अकेले है और महागठबंधन (Congress And RJD Leader On Bihar MLC Election) ने सभी सीटों पर अपना उम्मीदवार खड़ा किया है. इसे लेकर कांग्रेस प्रवक्ता ने दावा किया कि अकेले मैदान में रहने से कांग्रेस को फायदा हो रहा है, जबकि आरजेडी का कहना है कि एमएलसी चुनाव में राजद सभी सीटों पर जीत हासिल करेगी.

ये भी पढ़ेंः MLC चुनाव 2022: बैलेट पेपर से होंगे बिहार में एमएलसी चुनाव

'कांग्रेस के प्रत्याशियों से ही अन्य दलों का मुकाबला है. कांग्रेस के उम्मीदवार मजबूती से चुनाव लड़ रहे हैं. सभी सीटों पर हमारे प्रत्याशी सबसे आगे हैं. जनप्रतिनिधि में काफी जोश है और वो कांग्रेस के साथ हैं. सभी जगहों पर कांग्रेस की चर्चा है, राजद हो या बीजेपी सभी जगहों पर उनके उम्मीदवारों से कांग्रेस का ही टक्कर है'- राजेश राठौड़, कांग्रेस प्रवक्ता

वहीं, राजद प्रवक्ता एजाज अहमद का दावा है कि एमएलसी चुनाव में महागठबंधन सभी सीटों पर जीत हासिल करेगी, कांग्रेस पार्टी को चुनावी मैदान में आने से महागठबंधन के वोट बैंक पर कोई असर नही पड़ेगा. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव चुनाव प्रचार में जहां जा रहे हैं, वहां जन प्रतिनिधियों की भीड़ जो दिखता हैं, उससे बहुत कुछ पता चल रहा है कि इस बार जनप्रतिनिधियों ने महागठबंधन के पक्ष में वोट करने का मन बना लिया है. एजाज अहमद ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस से हमारा गठबंधन है. लेकिन राज्य स्तर पर कांग्रेसी नेता कुछ से कुछ कर रहे हैं. जिसका परिणाम कांग्रेस को ही भुगतना पड़ रहा है. इस बार भी कांग्रेस कुछ नहीं कर पायेगी.

4 अप्रैल को मतदान: बता दें कि बिहार में 24 सीटों पर एमएलसी का चुनाव होना है. 4 अप्रैल को सुबह 8 बजे से शाम 4 बजे तक वोटिंग की प्रक्रिया चलेगी और 7 अप्रैल को काउंटिंग होगी और नतीजे सामने आएंगे. इस बार कई ग्राम पंचायतों का नगर निगम क्षेत्र में सम्मिलित होने के कारण लगभग 6000 से अधिक मतदाता कम होंगे और इस बार मतदाताओं की संख्या 1,32,000 के करीब रहने का अनुमान है. सभी राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों ने विधान परिषद की 24 सीटों के लिए नामांकन दाखिल कर दिया है. इसके साथ नाम वापसी के आखरी दिन 10 प्रत्याशियों ने नाम वापस ले लिया था.

ये भी पढ़ें - Bihar MLC Election: 11 सीटों के लिए JDU के प्रभारी और पर्यवेक्षक नियुक्त, देखें लिस्ट

187 प्रत्याशी आज़मा रहे दांव: विधान परिषद चुनाव के सियासी रण में अब निर्वाचन क्षेत्र सहरसा (मधेपुरा, सुपौल) से 14, दरभंगा से 13, मुंगेर (जमुई, लखीसराय, शेखपुरा) से 13, बेगूसराय (खगड़िया) से 12, नवादा से 11, रोहतास (कैमूर) 9, समस्तीपुर से 8, सारण से 8, औरंगाबाद से 8, सीवान से 8, कटिहार से 8, पश्चिम चंपारण से 7, पूर्वी चंपारण से 7, भागलपुर (बांका) से 7, पूर्णिया (अररिया, किशनगंज) से 7, मुजफ्फरपुर से 6, वैशाली से 6, पटना से 6, गोपालगंज से 6, मधुबनी से 6, सीतामढ़ी (शिवहर) से 5, नालंदा से 5, गया (जहानाबाद, अरवल) से 5 और भोजपुर (बक्सर) से 2 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं.

दोनों दलों के हैं जीत के दावेः बता दें कि एमएलसी चुनाव में निर्वाचित पंचायत सदस्य और नगर निकाय के सदस्य जैसे मुखिया, वार्ड पार्षद, जिला पार्षद के अलावा विधायक और सांसद वोट देने के पात्र होते हैं. एमएलसी चुनाव में निर्वाचित पंचायत सदस्य और नगर निकाय के सदस्य जैसे मुखिया, वार्ड पार्षद, जिला पार्षद के अलावा विधायक और सांसद वोट देने के पात्र होते हैं. इन जनप्रतिनिधियों के बीच दोनों पार्टियों ने चुनाव प्रचार भी तेज कर दिया है. एमएलसी चुनाव को लेकर महागठबंधन और कांग्रेस के बीच बयानबाजी भी जमकर हो रही है और दोनों दल अपनी-अपनी जीत के दावे करते नजर आ रहे हैं.
विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

पटनाः बिहार में एमएलसी चुनाव (MLC Elections On 24 Seats In Bihar) के साथ-साथ बोचहां विधानसभा उपचुनाव भी है. इन दोनों चुनावी मैदान में कांग्रेस अकेले है और महागठबंधन (Congress And RJD Leader On Bihar MLC Election) ने सभी सीटों पर अपना उम्मीदवार खड़ा किया है. इसे लेकर कांग्रेस प्रवक्ता ने दावा किया कि अकेले मैदान में रहने से कांग्रेस को फायदा हो रहा है, जबकि आरजेडी का कहना है कि एमएलसी चुनाव में राजद सभी सीटों पर जीत हासिल करेगी.

ये भी पढ़ेंः MLC चुनाव 2022: बैलेट पेपर से होंगे बिहार में एमएलसी चुनाव

'कांग्रेस के प्रत्याशियों से ही अन्य दलों का मुकाबला है. कांग्रेस के उम्मीदवार मजबूती से चुनाव लड़ रहे हैं. सभी सीटों पर हमारे प्रत्याशी सबसे आगे हैं. जनप्रतिनिधि में काफी जोश है और वो कांग्रेस के साथ हैं. सभी जगहों पर कांग्रेस की चर्चा है, राजद हो या बीजेपी सभी जगहों पर उनके उम्मीदवारों से कांग्रेस का ही टक्कर है'- राजेश राठौड़, कांग्रेस प्रवक्ता

वहीं, राजद प्रवक्ता एजाज अहमद का दावा है कि एमएलसी चुनाव में महागठबंधन सभी सीटों पर जीत हासिल करेगी, कांग्रेस पार्टी को चुनावी मैदान में आने से महागठबंधन के वोट बैंक पर कोई असर नही पड़ेगा. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव चुनाव प्रचार में जहां जा रहे हैं, वहां जन प्रतिनिधियों की भीड़ जो दिखता हैं, उससे बहुत कुछ पता चल रहा है कि इस बार जनप्रतिनिधियों ने महागठबंधन के पक्ष में वोट करने का मन बना लिया है. एजाज अहमद ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस से हमारा गठबंधन है. लेकिन राज्य स्तर पर कांग्रेसी नेता कुछ से कुछ कर रहे हैं. जिसका परिणाम कांग्रेस को ही भुगतना पड़ रहा है. इस बार भी कांग्रेस कुछ नहीं कर पायेगी.

4 अप्रैल को मतदान: बता दें कि बिहार में 24 सीटों पर एमएलसी का चुनाव होना है. 4 अप्रैल को सुबह 8 बजे से शाम 4 बजे तक वोटिंग की प्रक्रिया चलेगी और 7 अप्रैल को काउंटिंग होगी और नतीजे सामने आएंगे. इस बार कई ग्राम पंचायतों का नगर निगम क्षेत्र में सम्मिलित होने के कारण लगभग 6000 से अधिक मतदाता कम होंगे और इस बार मतदाताओं की संख्या 1,32,000 के करीब रहने का अनुमान है. सभी राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों ने विधान परिषद की 24 सीटों के लिए नामांकन दाखिल कर दिया है. इसके साथ नाम वापसी के आखरी दिन 10 प्रत्याशियों ने नाम वापस ले लिया था.

ये भी पढ़ें - Bihar MLC Election: 11 सीटों के लिए JDU के प्रभारी और पर्यवेक्षक नियुक्त, देखें लिस्ट

187 प्रत्याशी आज़मा रहे दांव: विधान परिषद चुनाव के सियासी रण में अब निर्वाचन क्षेत्र सहरसा (मधेपुरा, सुपौल) से 14, दरभंगा से 13, मुंगेर (जमुई, लखीसराय, शेखपुरा) से 13, बेगूसराय (खगड़िया) से 12, नवादा से 11, रोहतास (कैमूर) 9, समस्तीपुर से 8, सारण से 8, औरंगाबाद से 8, सीवान से 8, कटिहार से 8, पश्चिम चंपारण से 7, पूर्वी चंपारण से 7, भागलपुर (बांका) से 7, पूर्णिया (अररिया, किशनगंज) से 7, मुजफ्फरपुर से 6, वैशाली से 6, पटना से 6, गोपालगंज से 6, मधुबनी से 6, सीतामढ़ी (शिवहर) से 5, नालंदा से 5, गया (जहानाबाद, अरवल) से 5 और भोजपुर (बक्सर) से 2 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं.

दोनों दलों के हैं जीत के दावेः बता दें कि एमएलसी चुनाव में निर्वाचित पंचायत सदस्य और नगर निकाय के सदस्य जैसे मुखिया, वार्ड पार्षद, जिला पार्षद के अलावा विधायक और सांसद वोट देने के पात्र होते हैं. एमएलसी चुनाव में निर्वाचित पंचायत सदस्य और नगर निकाय के सदस्य जैसे मुखिया, वार्ड पार्षद, जिला पार्षद के अलावा विधायक और सांसद वोट देने के पात्र होते हैं. इन जनप्रतिनिधियों के बीच दोनों पार्टियों ने चुनाव प्रचार भी तेज कर दिया है. एमएलसी चुनाव को लेकर महागठबंधन और कांग्रेस के बीच बयानबाजी भी जमकर हो रही है और दोनों दल अपनी-अपनी जीत के दावे करते नजर आ रहे हैं.
विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.