पटना: राजधानी के आशियाना दीघा रोड स्थित तरुमित्रा आश्रम में बिहार कला मंच की ओर से पांच दिवसीय टेराकोटा कला कार्यशाला सह फोटोग्राफी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. यह कार्यशाला सुप्रसिद्ध कलाकार हिम्मत शाह के सम्मान में आयोजित किया गया है. वहीं, कार्यशाला का उद्घाटन बिहार सरकार के मुख्य सलाहकार अंजनी कुमार सिंह ने किया.
हिम्मत शाह को किया गया सम्मानित
कार्यक्रम के शुभारंभ में तरुमित्रा आश्रम परिसर की ओर से हिम्मत शाह को लेमन ग्रास का पौधा भेंट किया गया. बिहार म्यूजियम के डायरेक्टर मोहम्मद यूसुफ ने शॉल ओढ़ाकर उनको सम्मानित किया. कार्यशाला के उद्घाटन के मौके पर बिहार सरकार के मुख्य सलाहकार अंजनी कुमार सिंह ने कार्यशाला में भाग ले रहे सभी कलाकारों को गुलाब का फूल देकर हौसला अफजाई किये. इस कार्यक्रम में हिम्मत शाह ने मिट्टी को काटकर एक आकृति भी बनाई जिसको वहां मौजूद सभी कलाकारों ने बड़ी उत्सुकता से देखा और बनाने की प्रक्रिया को सीखा. वहीं, कार्यक्रम में कलाकृतियों से जुड़ी एक डॉक्यूमेंट्री को भी नए कलाकारों के बीच दिखाया गया.
सीएम भी देख चुके हैं इनके कलाकृतियों को
हिम्मत शाह देश के मशहूर मूर्तिकार हैं. इनकी कलाकृतियों की प्रदर्शनी बिहार के गौरव बिहार म्यूजियम में भी मौजूद है. कुछ ही दिन पहले चुनाव खत्म होने के बाद और मतगणना की ठीक एक दिन पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार म्यूजियम में हिम्मत शाह के प्रदर्शनीयों को देखने गए थे. तकरीबन डेढ़ घंटे तक कलाकृतियों को देखा था.
कलाकारों को मिलेगा सीखने का मौका- अंजनी कुमार
इस कार्यशाला के बारे में बताते हुए बिहार सरकार के मुख्य सलाहकार अंजनी कुमार सिंह ने कहा की हिम्मत शाह के साथ यहां के कलाकारों को सूक्ष्म चीज और कला की बारीकियों को सीखने और समझने का मौका मिलेगा. यह गौरव की बात है कि बिहार की 40 से 50 कलाकार एक साथ एक मंच पर जमा हुए हैं और इतने बड़े मूर्तिकार से बहुत कुछ सीखने को मिलेगा.
हिम्मत शाह ने कलाकारों को दिया शुभकामनाएं
हिम्मत शाह ने कहा कि सभी कलाकारों को मेरी तरफ से शुभकामनाएं. सभी कलाकारों के साथ काम करने का मौका मिला है. यहां के कलाकारों को क्या नया सिखाएंगे इस पर हिम्मत शाह ने कहा कि कलाकारों को नई चीज कभी नहीं सिखाई जाती है. यह कलाकारों के अंदर प्रकट होती है और हर एक कलाकार को नई चीजें प्रकट करना होता है.
आपको बता दें कि यह कार्यशाला तरुमित्र आश्रम में चलेगा. तरुमित्र आश्रम एक बायो रिजर्व है जहां 400 से अधिक लुप्त हो रहे पेड़ों और पौधों का दुर्लभ संग्रह है. साथ ही कार्यशाला में पटना आर्ट कॉलेज के पूर्व प्राचार्य डॉ श्याम शर्मा, बिहार म्यूजियम के डायरेक्टर मोहम्मद यूसुफ भी मौजूद रहे.