पटना: राजधानी पटना में ठंड का प्रकोप बढ़ता जा रहा है लेकिन सरकार की और से मिलने वाली मदद के लिए सड़क किनारे झोपड़ी लगा कर जीवन यापन करने वाले लोग आज भी आस लगाए बैठे नजर आते हैं. सरकार और जिला प्रशासन की ओर से लोगों तक मदद पहुंचाने की कवायद तो जरूर की जा रही है लेकिन पटना के बहादुरपुर इलाके के स्लम बस्ती में रहने वाले लोग कहते हैं कि आज भी जिला प्रशासन और सरकार द्वारा मिलने वाली सुविधाओं से वंचित है.
क्या कहते है झोपड़ियों में रहने वाले लोग
इसी कड़ी में जब ईटीवी भारत की टीम ने पटना के बहादुरपुर इलाके में सड़कों पर झोपड़ी बनाकर रहने वाले वाले लोगों की स्थिति का जब जायजा लिया तो इस इलाके के सड़क के दोनों तरफ झोपड़ी बनाकर रह रहे गरीब परिवारों की स्थिति इस ठंड में बद से बदतर नजर आए. इस इलाके के लोग कहते हैं उन्होंने वोट तो जरूर किया है पर सरकार और जिला प्रशासन की ओर से इस ठंड में मिलने वाली सुविधाओं से आज भी वंचित है.
नहीं मिल रही सरकार की ओर से मदद
पटना के बहादुरपुर इलाके के साथ पटना के हर इलाकों में कमोबेश यही स्थिति है. जहां सड़कों पर झोपड़ी बनाकर रह रहे लोग इस कड़ाके की ठंड में भी सरकारी सुविधाओं से महरूम है. पटना के बहादुरपुर इलाके के झोपड़ी में रह रहे परिवार का जायजा लिया तो इस झोपड़ी का मुखिया नीरज कुमार कहता है कि हुजूर सुबह तो किसी तरह कट जाती है लेकिन शाम और रात में काटना बहुत मुश्किल हो जाता है. झोपड़ी जहां तहां से खुली और फटी हुई है जिस कारण से इसमें से ठंडी हवाएं आती है.
वहीं, स्थानीय महिला बताती है कि इन दिनों बढ़े हुए ठंड में अपने बच्चों बचाने के लिए चूल्हे में जल रही आग के पास बैठकर वक्त बिताते हैं और रात को बच्चों को गर्म कपड़े में लपेटकर इन ठंडी हवाओं से बचाने का हर संभव प्रयास करते हैं.