पटना: बिहार की राजधानी पटना में शनिवार को अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा (1897) का प्रांतीय अधिवेशन आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम की अध्यक्षता अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर दिनेश प्रसाद सिंह ने की. उन्होंने कहा कि रामचरितमानस आज भी हमारे भारतीय समाज को आगे बढ़ने में लगातार मार्गदर्शन कर रहा है. बिहार सरकार के मंत्री यदि रामचरितमानस के खिलाफ बोल रहे हैं तो इस पर अधिक ध्यान देने की जरूरत नहीं, क्योंकि हर युग में दो प्रकार के लोग हुए हैं. एक अच्छे और एक बुरे.
ये भी पढ़ें: जमुई: अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा ने महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे का फूंका पुतला
'भारत में जल्द रामराज्य आएगा' : ठाकुर दिनेश प्रताप सिंह ने कहा कि प्राचीन काल में भी देवता होते थे और असुर होते थे. रामायण और रामचरितमानस का विरोध करने वाले बुरे लोग हैं. रामचरितमानस हमारे समाज का महत्वपूर्ण ग्रंथ है और भगवान राम ने सभी समाज के लोगों को एक साथ लेकर चलने का काम किया था. रामचरितमानस सबका साथ और सबका विकास का मंत्र बताता है और इसी मंत्र पर देश में मोदी सरकार और यूपी में योगी सरकार कार्य कर रही है और देश में रामराज्य लाने के लिए कार्यरत है. दोनों के नेतृत्व में उन्हें विश्वास है कि भारत में भी जल्द रामराज्य आएगा.
"रामचरितमानस आज भी हमारे भारतीय समाज को आगे बढ़ने में लगातार मार्गदर्शन कर रहा है. बिहार सरकार के मंत्री यदि रामचरितमानस के खिलाफ बोल रहे हैं तो इस पर अधिक ध्यान देने की जरूरत नहीं, क्योंकि हर युग में दो प्रकार के लोग हुए हैं. एक अच्छे और एक बुरे. रामायण और रामचरितमानस का विरोध करने वाले बुरे लोग हैं" - ठाकुर दिनेश प्रसाद सिंह, राष्ट्रीय अध्यक्ष, अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा
अलग-अलग राज्यों से पहुंचे थे लोग: इस अधिवेशन में महासभा में देशभर के सभी राज्यों से आए हुए प्रतिनिधि सम्मिलित हुए. ठाकुर दिनेश यूपी कैबिनेट में मंत्री हैं. वहीं विशिष्ट अतिथि के तौर पर क्षत्रिय महासभा के संयोजक कांग्रेस नेता और केरल के पूर्व राज्यपाल निखिल कुमार मौजूद रहे. क्षत्रिय समाज देश और राज्य के विकास में अधिक भागीदारी निभाने के लिए क्या क्या कर सकती है. इस कार्यक्रम में इन्हीं सब मुद्दों पर चर्चा हुई. निखिल कुमार ने कहा कि समाज में बिखराव है और इस बिखराव को एक मंच पर लाना बेहद जरूरी है.
लोगों को जोड़ना बैठक का मकसद: निखिल कुमार ने कहा कि देश के विकास में क्षत्रिय समाज के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता. क्षत्रिय समाज यदि एकजुट हो तो देश काफी तीव्र गति से विकास करेगा. क्योंकि यह समाज सिर्फ अपने बारे में नहीं बल्कि सभी के हितों की सोचता है और सभी के हितों की रक्षा भी करता है. वहीं ठाकुर दिनेश प्रताप सिंह ने कहा कि तेलंगाना, आंध्र प्रदेश समेत देश के सभी राज्यों से क्षत्रिय महासभा के प्रतिनिधि यहां पहुंचे हुए हैं. इस कार्यक्रम का उद्देश्य यही है कि समाज में बिखरे हुए लोगों को एक मंच पर लाना और क्षत्रिय समाज की एकता को मजबूत करना.
"देश के विकास में क्षत्रिय समाज के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता. क्षत्रिय समाज यदि एकजुट हो तो देश काफी तीव्र गति से विकास करेगा. क्योंकि यह समाज सिर्फ अपने बारे में नहीं बल्कि सभी के हितों की सोचता है और सभी के हितों की रक्षा भी करता है" - निखिल कुमार, संयोजक