पटनाः 13 मई को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सूचना और जनसम्पर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर लगातार ब्लॉक क्वॉरेंटाइन सेंटर की संख्या लगातार बढ़ाई जा रही है. 267 ट्रेन शेड्यूलिंग हो चुकी है, 431000 लोग आएंगे. विदेश से आने वालों को पेड क्वॉरेंटाइन में रखा जाएगा. सभी छात्रों को होम क्वॉरेंटाइन में रखा गया है. लेकिन जो ट्रेन से पूरी तरह जांच के बाद आ रहे हैं, उन्हें क्वॉरेंटाइन में नहीं रखा जा रहा है.
विदेश से आने वालों को रखा जाएगा होम पेड क्वॉरेंटाइन में
अनुपम कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि हाल के दिनों में कोरोना के केस बिहार में बढ़े हैं, क्योंकि ज्यादा से ज्यादा प्रवासी लोगों की जांच की जा रही है. सरकार इस बात को बखूबी समझती है कि अगर बाहर से आने वाले लोगों को गांव तक जाने दिया गया होता, तो स्थिति भयावह रुप ले सकती थी. इसे फैलने से रोकेंगे, तभी तो लोग सुरक्षित रहेंगे. इसलिए सरकार की रणनीति यह है कि केन्द्र में प्रवासी लोगों के आने के बाद ब्लॉक स्तरीय क्वॉरेंटाइन सेंटर में पुख्ता व्यवस्था किया जा रहा, जिससे संक्रमण को गांवों तक नहीं पहुंचने दिया जाए. यही वजह है कि केन्द्रीय स्तर पर बिहार के इस व्यवस्था की तारीफ की जा रही है.
ब्लॉक स्तर पर 4163 क्वारेंटाइन सेंटर
वहीं, सूचना सचिव ने कहा कि बिहार में ब्लॉक स्तर पर 4163 क्वारेंटाइन सेंटर में 1 लाख 89 हजार आवासित हैं. बिहार में हाल के दिनों में बड़ी संख्या में लोग वापस आ रहे हैं. ऐसे में सरकार की तरफ से ऐसी व्यवस्थाएं की गई हैं. जिससे किसी को कोई परेशानी ना हो. जिलाधिकारी खुद इसकी मॉनिटरिंग करते हैं. ब्लाक क्वॉरेंटाइन सेंटर के साथ पंचायत क्वॉरेंटाइन सेंटर को भी अपग्रेड किया गया है. वहीं, उन्होंने कहा कि विदेश से जो लोग बिहार आएंगे, उन्हें क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा जाएगा. लेकिन इसका उन्हें भुगतान करना होगा. जो छात्र बाहर से आ रहे हैं, उनके लिए होम क्वॉरेंटाइन का प्रावधान है. जो लोग दिल्ली से चलने वाली राजधानी ट्रेन से आ रहे हैं. उनके स्क्रीनिंग के बाद ही ट्रेन सफर की इजाजत दी जा रही है. ऐसे लोगों को क्वॉरेंटाइन में नहीं रखा जाएगा.
267 ट्रेन से 4 लाख 27000 लोग आएंगे
सूचना एवं जनसम्पर्क सचिव ने कहा कि आज दूसरे प्रदेशों से प्रवासी श्रमिकों और अन्य को लेकर 25 ट्रेन से 30 हजार 629 लोग आ जाएंगे. बृहस्पतिवार को 34 ट्रेनों के आने की सूचना है. जिनमें 50 हजार 910 लोगों के आने की संभावना है. पिछले दिनों मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया था कि सात दिनों के अंदर बिहार के बाहर फंसे लोगों को वापस लाया जाए. संबंधित विभाग इस दिशा में लगातार काम कर रहा है. सरकार चाहती है कि जल्द से जल्द और ज्यादा से ज्यादा बाहर फंसे लोग वापस आएं. योजना के मुताबिक आने वाले दिनों में 267 ट्रेनों से तकरीबन 4 लाख 27 हजार 2 सौ लोग बिहार वापस आने का अनुमान है.
सरदार पटेल भवन में कोई कर्मचारी पॉजिटिव नहीं
वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए जानकारी देते हुए एडीजी पुलिस मुख्यालय जितेन्द्र कुमार ने कहा कि लॉक डाउन का सख्ती से पालन कराया जा रहा है और कोविड-19 से निपटने के लिए उठाए जा रहे कदमों में जो अवरोध पैदा कर रहा है, उसके खिलाफ सख्त कदम उठाए जा रहे हैं. लॉकडाउन के उल्लंघन को लेकर पिछले 24 घंटे में अब तक 20 एफआरआई दर्ज किए गए हैं, 51 गिरफ्तारियां हुई हैं और 1186 वाहन जब्त किए गए है. एडीजी ने बताया कि सरदार पटेल भवन स्थित पुलिस मुख्यालय के कोई पदाधिकारी या कर्मी कोरोना पॉजिटिव नहीं पाए गए हैं.
3 मई के बाद 303 पॉजिटिव में 277 प्रवासी
वीडियो कांफ्रेंसिंग में जानकारी देते हुए स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने कहा कि बिहार में कोरोना पॉजिटिव केस का आंकड़ा 909 हो गया है. बिहार में अब तक कोरोना संक्रमण के 39 हजार 149 जांच किए जा चुके हैं. कुल जांच के 2.3 फीसदी लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. पहले के मुकाबले हाल के दिनों में कोरोना के मामले बढ़े हैं.
3 मई के बाद आए प्रवासी लोगों की जांच से कोरोना के केस बढ़े हैं. 3 मई के बाद आए कोरोना के 303 पॉजिटिव मामले में 277 पॉजिटिव केस प्रवासियों का है. जिनमें नई दिल्ली से आए 78 प्रवासी, गुजरात से आए 71, महाराष्ट्र से आए 57, पश्चिम बंगाल से आए 20 और हरियाणा से आए 13 प्रवासी लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. कोरोना से अब तक कुल 386 लोग स्वस्थ्य होकर घर जा चुके हैं.