पटना: बीपीएससी 69वीं परीक्षा में इस बार चार प्रकार के पदों के लिए 379 पदों पर वैकेंसी निकली है जिसके लिए पीटी परीक्षा संयुक्त होगी. पीटी परीक्षा के आधार पर अलग-अलग पदों के लिए मेंस की परीक्षा अलग-अलग होगी. जो छात्र 69 वीं परीक्षा का फॉर्म भर रहे हैं, अगर वह अलग-अलग पदों के लिए अप्लाई कर रहे हैं तो उन्हें सबका अलग से आवेदन शुल्क देना पड़ रहा है. ऐसे में अभ्यर्थियों के हित में हमेशा से आवाज उठाने वाले छात्र नेता दिलीप ने बीपीएससी पर सवाल उठाए हैं.
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बेरोजगार नौजवानों से पैसों की लूट: दिलीप ने पूछा है कि चारों पदों के लिए अगर संयुक्त पीटी परीक्षा हो रही है तो अलग से सभी पदों के लिए आवेदन शुल्क क्यों लिया जा रहा है? उन्होंने कहा है कि यह प्रदेश के बेरोजगार नौजवानों से आवेदन शुल्क के नाम पर पैसों की लूट की जा रही है. 69वी संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा का ऑनलाइन आवेदन 15 जुलाई से लिया जा रहा है. यह पहली ऐसी परीक्षा होगी जिसमें समान प्रकृति के कई परीक्षाओं की प्रारंभिक परीक्षा एक साथ ली जाएगी. जिनमें 69वीं संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा, वित्तीय प्रशासनिक पदाधिकारी, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी और पुलिस उपाधीक्षक तकनीकी के पद शामिल हैं.
यहां जाने फॉर्म भरने की राशि: वैकेंसी निकालने से पूर्व जब बीपीएससी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया था कि एक प्रकृति के पदों के लिए प्रारंभिक परीक्षा एक ही साथ आयोजित की जाएगी. इससे समय का भी बचत होगा और अभ्यर्थियों का आर्थिक बोझ भी कम होगा. दिलीप ने कहा कि सामान्य श्रेणी में यदि कोई एक पद के लिए आवेदन कर रहा है तो 600 रुपये आवेदन शुल्क लग रहा है. कोई यदि चारों पदों के लिए आवेदन कर रहा है तो 2400 रुपये लग रहा है, 3 पदों के लिए 1800 रुपये और 2 पदों के लिए 1200 रुपये लग रहा है.
"प्रीलिम्स क्वालीफाई करने के बाद जब मेंस परीक्षा होगा तो सभी पदों के लिए अलग अलग मेंस परीक्षा होगी और उसके लिए भी रजिस्ट्रेशन के समय अलग से आवेदन शुल्क लगेगा. जब विभिन्न पदों के लिए एक ही प्रीलिम्स परीक्षा हो रही है तो उसके लिए अलग से आवेदन शुल्क क्यों लिया जा रहा है? जब अलग से ही आवेदन शुल्क लिया जाना है तो प्रीलिम्स परीक्षा भी अलग से ली जाए. इससे किसी विशेष परीक्षा में बैठने के लिए अभ्यर्थियों को और समय मिल जाएगा."- दिलीप कुमार, छात्र नेता
तेजस्वी से छात्र नेता का सवाल: छात्र नेता दिलीप कुमार ने कहा कि उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि तेजस्वी यादव सरकार में है भी या नहीं, और यदि सरकार में है तो वह कर क्या रहे हैं. विपक्ष में जब तेजस्वी यादव थे तो कहते थे उनकी सरकार बनेगी तो प्रदेश के अभ्यर्थियों को सरकारी बहाली में आवेदन शुल्क नहीं लगेगा और परीक्षा केंद्र तक आने जाने का खर्चा भी सरकार देगी. वहीं अब जब सरकार में है तो विभिन्न पदों के लिए संयुक्त पीटी परीक्षा के लिए अलग-अलग से आवेदन शुल्क लिए जा रहे हैं और बेरोजगार अभ्यर्थियों पर आर्थिक बोझ बढ़ा दिया गया है इस पर तेजस्वी यादव चुप हैं.
अलग से आवेदन शुल्क नहीं लेने की अपील: उन्होंने कहा कि वह बीपीएससी से मांग करेंगे कि विभिन्न पदों के लिए जब संयुक्त प्रीलिम्स परीक्षा आयोजित की जा रही है तो आवेदन शुल्क अलग से ना लिए जाएं और अभ्यर्थियों पर से आर्थिक बोझ कम किया जाए. बताते चलें कि इस बार 69वीं BPSC से ओटीआर सिस्टम लागू किया जा रहा है. बीपीएससी की सभी परीक्षाओं के लिए अभ्यर्थी अब एक बार रजिस्ट्रेशन कर आयोग द्वारा ली जाने वाली किसी भी परीक्षा में बैठ सकेंगे. इसके लिए आयोग द्वारा OTR सिस्टम लांच किया गया है. एक बार रजिस्ट्रेशन करवा लेने पर वह परीक्षार्थी का स्थायी रजिस्ट्रेशन नंबर हो जायेगा.
जानिए क्या होता है OTR सिस्टम: ओटीआर सिस्टम वन टाइम रजिस्ट्रेशन सिस्टम होता है. इस प्रक्रिया से छात्रों को आयोग के किसी भी भर्ती परीक्षा के लिए दुबारा रजिस्ट्रेशन करने की आवश्यकता नहीं होती है. संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी), उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी), राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) समेत देश के कई आयोग ओटीआर सिस्टम की पहले ही शुरुआत कर चुके हैं. अब इस बार से बीपीएससी ने भी इस सिस्टम की शुरुआत कर दी है. इससे आवेदन के समय अभ्यर्थियों का समय बचता है और उनकी डिटेल्स पहले ही सेव होती है.