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CM नीतीश बोले- बिहार में 1.6 करोड़ लोगों ने छोड़े शराब, शराबबंदी के बाद बढ़ी है पर्यटकों की संख्या

सरकार का कहना है कि आंकड़े बताते हैं कि बिहार में पिछले पांच साल में महिला उत्पीड़न, घरेलू हिंसा, दुर्घटना से मौत और अपराध में कमी आई है. पिछले पांच साल में दो करोड़ लीटर शराब जब्त की गई है. वहीं करीब 65 हजार वाहनों को शराब ढोने के आरोप में पकड़ा गया है.

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Published : Feb 23, 2022, 3:19 PM IST

पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) इन दिनों समाज सुधार अभियान (Samaj Sudhar Abhiyan) को लेकर प्रदेश के कई जिलों के दौरे पर हैं. मंगलवार को उन्होंने भागलपुर का दौरा किया, तो वहीं बुधवार को सीएम नीतीश जमुई के दौरे पर हैं. इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य में शराबबंदी के बाद पर्यटकों की संख्या बढ़ी है.

ये भी पढ़ें: बिहार में अब हेलीकॉप्टर से शराब तस्करों पर रखी जाएगी नजर, अवैध ठिकानों का भी चलेगा पता

सीएम ने कहा कि 2016 में जब शराबबंदी लागू की गई, तो कुछ लोग कहते थे कि यहां अब पर्यटकों की संख्या कम हो जाएगी, लेकिन बिहार में पर्यटक बढ़े हैं. उन्होंने कहा कि पर्यटक बिहार में शराब पीने नहीं, बल्कि यहां की खासियत और धरोहरों को देखने आते हैं.

ये भी पढ़ें: देख लीजिए सरकार.. नालंदा में खुलेआम शराब लेकर जा रहे शख्स का VIDEO VIRAL

मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में शराबबंदी लागू होने के बाद एक करोड़ 60 लाख लोगों ने शराब पीना छोड़ दिया है. राज्य में बाल विवाह, दहेज प्रथा के खिलाफ और शराबबंदी को लेकर अभियान चल रहा है, जिसे रुकने नहीं देना है. उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले जहरीली शराब पीने से कुछ लोग मर गए तो शराबबंदी कानून पर सवाल उठने लगे. उस घटना के बाद हमने समाज सुधार अभियान चलाकर लोगों को जागरूक करने का फैसला किया.

ये भी पढ़ें: शराब नीति और बालू नीति पर नीतीश करें विचार, बिहार के गरीबों को हो रहा नुकसानः जीतन राम मांझी

सरकार का कहना है कि आंकड़े बताते हैं कि बिहार में पिछले पांच साल में महिला उत्पीड़न, घरेलू हिंसा, दुर्घटना से मौत और अपराध में कमी आई है. पिछले पांच साल में दो करोड़ लीटर शराब जब्त की गई है. वहीं करीब 65 हजार वाहनों को शराब ढोने के आरोप में पकड़ा गया है. दूसरे राज्यों के 6 हजार से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है.

सरकार ने अपील की है कि लोग खैनी-तंबाकू खाना भी छोड़ दें. क्योंकि हम सुधरेंगे, तो जगत सुधरेगा. परिवार का मुखिया यदि सुधर गया तो पांच सदस्य सुधर जाते हैं. शिक्षित और स्वस्थ परिवार के लिए बुरी लतें छोड़नी चाहिए.

ये भी पढ़ें: शराबबंदी पर शिक्षा विभाग का फरमान बना सरकार के गले की फांस, शिक्षक बोले- James Bond समझते हैं क्या!

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पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) इन दिनों समाज सुधार अभियान (Samaj Sudhar Abhiyan) को लेकर प्रदेश के कई जिलों के दौरे पर हैं. मंगलवार को उन्होंने भागलपुर का दौरा किया, तो वहीं बुधवार को सीएम नीतीश जमुई के दौरे पर हैं. इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य में शराबबंदी के बाद पर्यटकों की संख्या बढ़ी है.

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सीएम ने कहा कि 2016 में जब शराबबंदी लागू की गई, तो कुछ लोग कहते थे कि यहां अब पर्यटकों की संख्या कम हो जाएगी, लेकिन बिहार में पर्यटक बढ़े हैं. उन्होंने कहा कि पर्यटक बिहार में शराब पीने नहीं, बल्कि यहां की खासियत और धरोहरों को देखने आते हैं.

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मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में शराबबंदी लागू होने के बाद एक करोड़ 60 लाख लोगों ने शराब पीना छोड़ दिया है. राज्य में बाल विवाह, दहेज प्रथा के खिलाफ और शराबबंदी को लेकर अभियान चल रहा है, जिसे रुकने नहीं देना है. उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले जहरीली शराब पीने से कुछ लोग मर गए तो शराबबंदी कानून पर सवाल उठने लगे. उस घटना के बाद हमने समाज सुधार अभियान चलाकर लोगों को जागरूक करने का फैसला किया.

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सरकार का कहना है कि आंकड़े बताते हैं कि बिहार में पिछले पांच साल में महिला उत्पीड़न, घरेलू हिंसा, दुर्घटना से मौत और अपराध में कमी आई है. पिछले पांच साल में दो करोड़ लीटर शराब जब्त की गई है. वहीं करीब 65 हजार वाहनों को शराब ढोने के आरोप में पकड़ा गया है. दूसरे राज्यों के 6 हजार से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है.

सरकार ने अपील की है कि लोग खैनी-तंबाकू खाना भी छोड़ दें. क्योंकि हम सुधरेंगे, तो जगत सुधरेगा. परिवार का मुखिया यदि सुधर गया तो पांच सदस्य सुधर जाते हैं. शिक्षित और स्वस्थ परिवार के लिए बुरी लतें छोड़नी चाहिए.

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