पटनाः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जाति आधारित जनगणना की शुरुआत अपने पैतृक आवास बख्तियारपुर से की है, जिसे लेकर शनिवार को वो बाढ़ के बख्तियारपुर पहुंचे थे. लेकिन जैसे ही नीतीश वहां पहुंचे उनके समर्थक 'देश का नेता कैसा हो, नीतीश कुमार जैसा हो' के नारे लगाने लगे. ये देखकर नीतीश कुमार ने अपने समर्थकों के सामने हाथ जोड़ लिया और कहा कि ये सब नारा मत लगाईये, हमको पीएम नहीं बनना है हम पहले ही कह चुके हैं. हमें बस सभी विपक्ष को एकजुट करना है और वो हम कर रहे हैं.
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"ना,ना मेरा नाम मत लिजीए भाई.. ये नारा मत लगाईये हाथ जोड़कर प्राथना कर रहे हैं... हमको नहीं बनना है... हम पहले भी कह चुके हैं.. आप लोग प्रधानमंत्री बनने की बात ना करें. हम विपक्ष को एकजुट करने में लगे हुए हैं. ये मेरी जिम्मेदारी है, इसको हम पूरा कर रहे हैं. विपक्ष एकजुट हो रहा है, इसलिए केंद्र में जो लोग बैठे हैं उनकी चिंता बढ़ी हुई है, अभी पता नहीं आगे क्या-क्या करेंगे"- नीतीश कुमार, सीएम बिहार
'केंद्र में बैठे लोगों की चिंता बढ़ गई है' : वहीं, नीतीश कुमार ने अरविंद केजरीवाल को सीबीआई के भेजे गए समन के सवाल पर कहा कि अब उनके उपर जो कार्रवाई हो रही वो तो आप लोग जान ही रहे हैं, सारा विपक्ष एकजुट हो रहा हैं इसलिए केंद्र में जो लोग बैठे हैं, उनकी चिंता बढ़ी हुई है. अभी और क्या करेंगे देखिये, लेकिन उनके कुछ करने से क्या होगा, होगा वही जो जनता चाहेगी. सीएम ने ये भी कहा कि पूरे देश में जातीय जनगणना का काम रूका हुआ है. हमलोग करा रहें हैं, तो अब जाति के हिसाब से ही चुनाव में सीट का बंटवारा होगा, हर योजना का उसी हिसाब से लाभ भी मिलेगा.
सीएम ने जनगणना से जुड़े सवालों का दिया जवाबः इससे पहले जाति आधारित जनगणना के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खुद अपने अपने बेटे और भाई सहित उनके परिवार की गणना कराई. जाति जनगणना से जुड़े 17 सवालों का जवाब दिया. उन्होंने कहा कि 15 मई तक जाति जनगणना पूरी हो जाएगी. जिसके बाद इससे जो डाटा सामने आएगा, उसे विधानसभा और विधान परिषद में रखा जाएगा. गणना में गरीब लोगों को देखा जाएगा और फिर उसकी मदद की जाएगी. कई राज्य देख रहे हैं कि बिहार में जाति आधारित गणना हो रही है, यह काम ठीक से हो गया तो बाकी राज्य भी जाति आधारित गणना करवाएंगे.