पटना: लंबे इंतजार के बाद मंगलवार को संसद के विशेष सत्र के दूसरे दिन महिला आरक्षण बिल लोकसभा में पेश कर दिया गया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसका समर्थन किया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि जब हम यंग एज में थे, उसी समय में हमारी सोच यह थी कि महिलाओं को सभी जगह आरक्षण मिलना चाहिए.
महिला आरक्षण बिल का नीतीश ने किया स्वागत: नीतीश कुमार ने कहा कि हमने पंचायत चुनाव में महिलाओं को आरक्षण दिया. कई विभागों में महिलाओं को आरक्षण दिया. शिक्षक के नौकरी में आरक्षण दिया गया. हमारी शुरू से सोच रही है कि महिलाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ें. हम तो कहते आए हैं कि महिला आरक्षण होना चाहिए. साथ ही उन्होंने कहा कि एससी एसटी, ओबीसी तबके सो जो महिला आती हैं, निश्चित तौर पर उनके लिए भी इसमें व्यवस्था होनी चाहिए.
"महिलाएं आगे बढ़ेंगी तो निश्चित तौर पर बहुत कुछ होगा. महिला आरक्षण का हम समर्थन करते हैं और शुरू से हम इस तरह का काम करते रहे हैं. जातीय गणना की मांग हमने क्यों की, अब लोगों को समझ में आ रहा है. इसलिए पूरे देश में जनगणना भी होनी चाहिए और जातीय गणना भी होनी चाहिए, जो देश के लिए जरूरी है. महिला आरक्षण का हम समर्थन करते हैं."- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार
नीतीश कुमार ने की ये मांग: नीतीश कुमार ने महिला आरक्षण बिल का समर्थन करते हुए केंद्र सरकार से बड़ी मांग भी कर डाली है. उन्होंने कहा कि समय पर पूरे देश में जनगणना भी होनी चाहिए और उसके साथ जातीय गणना भी बहुत जरूरी है. नीतीश कुमार बुधवार सुबह 9:30 बजे पुराना सचिवालय पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने सिलसिलेवार तरीके से विभागों का औचक निरीक्षण किया. सभी विभाग में कितने कर्मचारी आए, कितने मंत्री आए, इसका उन्होंने औचक निरीक्षण किया. साथ ही उन्होंने कहा कि अब समय-समय पर हम आते रहेंगे और क्या-क्या कार्य सचिवालय में हो रहा है कि विभागों में क्या कुछ काम हो रहा है उन सब पर भी हमारी नजर रहेगी.