पटना: बिहार आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (Bihar Disaster Management Authority) अपने स्थापना का 15वां साल मना रहा है और इस मौके पर पटना के अधिवेशन भवन में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसका मुख्यमंत्री ने उद्घाटन किया. आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं. वहीं, उपाध्यक्ष उनके नजदीकी उदय कांत मिश्रा (Vice Chairman Of DMA Uday Mishra) हैं. उदय कांत मिश्रा को लेकर सब लोग जानते हैं कि नीतीश कुमार के मित्र हैं. आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खुद जानकारी दी कि ये मित्रता कितनी पुरानी है. मुख्यमंत्री ने बताया कि 1969 में सरकार ने इंजीनियरिंग कॉलेज से पास करने वाले छात्रों की सरकारी नौकरी देना बंद कर दिया था.
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''सरकार ने इंजीनियरिंग कॉलेज से पास करने वाले छात्रों की सरकारी नौकरी देना बंद कर दी थी. इसके विरोध में पूरे बिहार से इंजीनियरिंग के छात्र पटना में प्रदर्शन करने पहुंचे थे. और हम लोग उसी में जेल गए थे. उदय कांत मिश्रा भागलपुर से इंजीनियरिंग कर रहे थे और मैं पटना से. लेकिन हम लोगों की दोस्ती उसी समय से है. मेरे साथ उदय कांत मिश्रा और कई लोग जेल में थे और तब से हम लोगों की मित्रता है.'' - नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री
उदय कांत मिश्रा ने CM नीतीश की तारीफ की : उदय कांत मिश्रा ने अपने संबोधन में सीएम नीतीश कुमार की जमकर तारीफ की और कहा कि देश में आपदा प्रबंधन को लेकर जो काम शुरू हुआ, उसमें सीएम नीतीश कुमार की महत्वपूर्ण भूमिका रही है. उदय कांत मिश्रा ने जिस अंदाज में अपनी बात रखी, उस वजह मुख्यमंत्री ने बताना चाहा कि उनकी दोस्ती कितनी पुरानी है. मुख्यमंत्री ने पूर्व उपाध्यक्ष अनिल कुमार सिन्हा का नाम नहीं लेने पर कहा कि, अनिल कुमार सिन्हा जब हम कृषि मंत्री थे तो वहां अधिकारी थे, और वो पहले अधिकारी थे, जिन्होंने, आपदा को लेकर जो भी हम लोगों ने फैसला लिया उस पर काम किया था. बाद में इनको बिहार भी हम लोग ले कर आए और यहां भी इन्होंने बहुत ही अच्छा काम किया.
आपदा प्रबंधन प्राधिकरण का स्थापना दिवस : मुख्यमंत्री ने आज एक बार फिर से बैठक में एक आदमी की क्लास भी लगा दी. पिछले दिनों ज्ञान भवन में भी इसी तरह मुख्यमंत्री ने एक आदमी को टोका था और कहा था कि मेरी बात सुनने में अच्छा नहीं लग रहा है क्या?. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि आपदा को लेकर हम लोग शुरू से कहते रहे हैं कि आपदा पीड़ित का राज्य के खजाने पर पहला अधिकार है. आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष उदय कांत मिश्रा की ओर से संसाधन की कमी की ओर इशारा करने पर अधिकारियों को मुख्यमंत्री ने हॉल में ही इसे देखने का निर्देश दे दिया. कार्यक्रम में वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी, जल संसाधन मंत्री संजय झा और आपदा प्रबंधन मंत्री शाहनवाज भी शामिल हुए.