पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पिछले कुछ सालों से लगातार कई कार्यक्रमों में महात्मा गांधी के सिद्धांतों की चर्चा करते हैं. अब उस पर अमल लाने के लिए बापू के बताए 7 सामाजिक पाप के बारे में सरकारी स्कूल और प्रत्येक सरकारी विभाग के कार्यालय में लिखवा रहे हैं. सरकार की ओर से सचिवालय से लेकर कई स्कूल तक गांधी जी के बताएं सामाजिक पापकर्म को लिखवा भी दिया गया है. वहीं, इस पर सामाजिक कार्यकर्ता कई तरह के आरोप लगा रहे हैं.
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने सात पाप बताए थे जिसमें
- पहला सिद्धांत के बिना राजनीति
- दूसरा काम के बिना धन
- तीसरा विवेक के बिना सुख
- चौथा चरित्र के बिना ज्ञान
- पांचवा नैतिकता के बिना व्यापार
- छठा मानवता के बिना विज्ञान और
- सातवां त्याग के बिना पूजा
सरकारी भवनों पर लिखवाया जा रहा बापू के सिद्धांत
इन सात सामाजिक पापों को सीएम नीतीश कुमार बिहार के सभी सरकारी कार्यालयों और स्कूल से लेकर विभिन्न संस्थानों के परिसर में लिखवा रहे है. नीतीश कुमार इन सामाजिक पापों की बार-बार चर्चा भी करते हैं. इनके बारे में चर्चा करते समय उनका निशाना लालू परिवार भी होता है. उनका कहना है कि इससे लोगों में संदेश जायेगा और एक सभ्य समाज का निर्माण होगा.
सीएम से इन सिद्धांतों पर अमल करने की अपील
सीएम नीतीश कुमार के इन कार्यों पर सामाजिक विशेषज्ञ सवाल उठाते हुए कहते हैं कि उनके इस अभियान पर पहले उन्हें अमल करना चहिए. जैसे महात्मा गांधी ने कहा था कि मेरा जीवन ही सिद्धान्त है. तो गांधीजी पहले खुद अपने सिद्धांतों को फॉलो करते थे फिर दूसरे को अजमाने की सलाह देते थे.
सीएम के कार्यों पर उठाया गया सवाल
विशेषज्ञ एन के चौधरी ने कहा कि गांधीजी के सिद्धांत को कोई गलत नहीं कह सकता, लेकिन सिर्फ इन नारों, सिद्धांतों को विद्यालय और सरकारी भवनों पर लिखवा देने से ही समाज में बदलाव हो जाएगा. यह दिन में सपने देखने जैसा है. उन्होंने सीएम पर सवाल उठाते हुए कहा कि आज जिस ढंग से मुख्यमंत्री खुद जीवन जी रहे हैं. जब वह निकलते हैं तो उनके आगे पीछे गाड़ियों का काफिला रहता है. सड़क पर चलने वालों को रोककर उनके काफिले को बढ़ाया जाता है. इससे लोगों को परेशानी होती है. उनको कभी सोचना चाहिए कि इसका लोगों पर कितना असर पड़ता है.