पटनाः बिहार विधानसभा के मोकामा और गोपालगंज सीट पर हो रहे उपचुनाव पर सबकी नजर है. चुनाव प्रचार को लेकर आरजेडी नेताओं ने जानकारी दी थी कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव गोपालगंज और मोकामा में 27 अक्टूबर को प्रचार (CM Nitish Kumar may campaign) करेंगे. अब जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा का कहना है कि मुख्यमंत्री का आज प्रचार का कार्यक्रम नहीं है. यदि कार्यक्रम बनेगा भी तो अब एक नवंबर को बनेगा.
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चोट लगने के कारण जाने में सक्षम नहीं है सीएमः मुख्यमंत्री नीतीश कुमार स्टीमर से गंगा घाट का जब जायजा ले रहे थे, तब दुर्घटना हो गई थी और मुख्यमंत्री को चोट भी लग गई थी. सड़क मार्ग से गंगा घाटों के निरीक्षण के दौरान मीडिया को चोट भी मुख्यमंत्री ने 26 अक्टूबर बुधवार को दिखाया था. मुख्यमंत्री पूरी तरह से अभी ठीक नहीं हुए हैं और चुनाव प्रचार में नहीं जाने का एक बड़ा कारण यह बताया जा रहा है. ऐसे चुनाव प्रचार में अब तक उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी नहीं गए हैं और पिछले 3 दिनों से दिल्ली में ही हैं.
छठ के बाद सिर्फ एक दिन प्रचार का मौकाः ऐसे में जेडीयू की तरफ से राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह 26 अक्टूबर से ही प्रचार कर रहे हैं और प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा के साथ पार्टी के कई मंत्री ने भी चुनाव प्रचार किया है, लेकिन मुख्यमंत्री चुनाव प्रचार में नहीं गए हैं. 28 अक्टूबर से छठ महापर्व की शुरुआत हो जाएगी. ऐसे में 31 अक्टूबर तक चुनाव प्रचार में जाने की अब कोई संभावना नहीं दिख रही है. केवल एक दिन एक नवंबर बच जाएगा और पार्टी के नेताओं का कहना है कि यदि अब कार्यक्रम बनता है तो एक नवंबर को ही प्रचार का कार्यक्रम बनेगा.
सीएम के चुनाव प्रचार पर जाने को सस्पेंसः गोपालगंज और मोकामा विधानसभा का चुनाव दिलचस्प बन गया है. अभी तक न तो उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव चुनाव प्रचार करने गए हैं और ना ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार. दोनों सीट पर आरजेडी का मुकाबला बीजेपी से है. गोपालगंज बीजेपी का सेटिंग सीट है तो वहीं आरजेडी का मोकामा सीटिंग सीट है, लेकिन दोनों सीट पर दोनों तरफ से जीत के दावे हो रहे हैं. गोपालगंज और मोकामा सीट पर हो रहे उपचुनाव में नीतीश कुमार के चुनाव प्रचार को लेकर अभी भी सस्पेंस बना हुआ है. जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने कहा कि मुख्यमंत्री के चुनाव प्रचार का कार्यक्रम आरजेडी के तरफ से मांगा गया था, लेकिन मुख्यमंत्री अभी पूरी तरह स्वस्थ नहीं है इसलिए अभी कार्यक्रम नहीं बना है, लेकिन छठ के बाद मुख्यमंत्री का कार्यक्रम बन सकता है.
"आरजेडी के तरफ से जिन नेताओं की डिमांड की गई है चुनाव प्रचार के लिए सब प्रचार कर रहे हैं. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह दो दिन से मोकामा में हैं. मैं भी चुनाव प्रचार गोपालगंज में किया हूं और पार्टी के कई नेता चुनाव प्रचार कर रहे हैं. जेडीयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा 28 अक्टूबर को चुनाव प्रचार करने जाएंगे. दोनों सीट पर महागठबंधन के पक्ष में रुझान है और बीजेपी की जमीन खिसक गई है" - उमेश कुशवाहा, प्रदेश अध्यक्ष जेडीयू
ललन सिंह ने नीलम देवी के लिए वोट मांगा: इससे पहले बुधवार को जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुंगेर के सांसद ललन सिंह ने नीलम देवी के लिए चुनाव प्रचार किया. इस दौरान उन्होंने बीजेपी पर जमकर हमला बोला. पत्रकारों ने उनके पुराने बयानों की याद दिलाई तो उन्होंने कहा कि महिला उम्मीदवार हैं, इसलिए वोट मांग रहे हैं. ललन सिंह ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि यहां बीजेपी 40 नहीं 80 स्टार प्रचारक उतार दे, उससे कोई फर्क नहीं पड़ता. मोकामा की जनता महागठबंधन के पक्ष में है. रिजल्ट के दिन पिछला सारा रिकॉर्ड टूटेगा और नीलम देवी की जीत होगी.
अनंत सिंह और नीतीश कुमार में अदावत: महागठबंधन ने मोकामा से आरजेडी के पूर्व विधायक अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी को टिकट दिया है. अनंत सिंह कभी नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू से विधायक हुआ करते थे लेकिन बाद में दोनों के बीच दूरियां बढ़ती गईं. खुद नीलम देवी ने एक समय नीतीश कुमार पर साजिश के तहत अनंत सिंह को जेल भिजवाने का आरोप लगाया था. 2019 लोकसभा चुनाव में ललन सिंह के खिलाफ मुंगेर से नीलम देवी कांग्रेस की उम्मीदवार थीं. तब जेडीयू एनडीए का हिस्सा था.
महागठबंधन के लिए प्रतिष्ठा की सीट है मोकामा: मोकामा विधानसभा चुनाव महागठबंधन के लिए प्रतिष्ठा का सीट बन गया है. अनंत सिंह की सदस्यता समाप्त होने के बाद यहां चुनाव हो रहा है और आरजेडी की टिकट पर ही अनंत सिंह की पत्नी चुनाव लड़ रही हैं. नीतीश कुमार के महागठबंधन में शामिल होने के बाद यह चुनाव हो रहा है और मुकाबले में बीजेपी की सोनम देवी हैं. सोनम देवी भी बाहुबली सूरजभान के नजदीकी ललन सिंह की पत्नी है. ललन सिंह भी बाहुबली माने जाते हैं.