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सीएम ने निर्माणाधीन राष्ट्रीय डॉल्फिन अनुसंधान केन्द्र का निरीक्षण कर दिया काम पूरा कराने का निर्देश

सीएम नीतीश कुमार ने निर्माणाधीन राष्ट्रीय डॉल्फिन अनुसंधान केन्द्र का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने कार्य को जल्द पूर्ण कराने का निर्देश दिया है. राष्ट्रीय डॉल्फिन अनुसंधान केंद्र का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है.

सीएम ने निर्माणाधीन राष्ट्रीय डॉल्फिन अनुसंधान केन्द्र
सीएम ने निर्माणाधीन राष्ट्रीय डॉल्फिन अनुसंधान केन्द्र
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Jan 9, 2024, 10:05 PM IST

पटना : बिहार में देश में अपने तरीके का पहला डॉल्फिन अनुसंधान केंद्र का निर्माण हो रहा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने निर्माणाधीन राष्ट्रीय डॉल्फिन अनुसंधान केन्द्र का निरीक्षण किया. मुख्यमंत्री ने निर्माण कार्य में हो रहे विलंब पर नाराजगी जताई और जल्द से जल्द डॉल्फिन अनुसंधान केंद्र का निर्माण पूरा करने का निर्देश दिया. निरीक्षण के दौरान भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि ने मुख्यमंत्री को निर्माण कार्य की अद्यतन प्रगति के संबंध में विस्तृत जानकारी दी.

पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग की सचिव बंदना प्रेयसी ने निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री को बताया कि जी प्लस टू संरचना में पुस्तकालय, सेमिनार और अकादमिक हॉल के साथ विभिन्न प्रयोगशालायें होंगी. मुख्यमंत्री ने नये राष्ट्रीय डॉल्फिन अनुसंधान केन्द्र के अंतर्गत निर्माण किए जा रहे विभिन्न भागों का निरीक्षण किया और कहा कि राष्ट्रीय डॉल्फिन अनुसंधान केन्द्र के निर्माण के पीछे की अवधारणा है कि एक ही छत के नीचे भारत के राष्ट्रीय जलीय पशु गंगा डॉल्फिन से संबंधित सभी प्रकार के अनुसंधान किये जा सकेंगे और उनका संरक्षण हो सकेगा.

निरीक्षण करते नीतीश कुमार
निरीक्षण करते नीतीश कुमार

राष्ट्रीय डॉल्फिन अनुसंधान केन्द्र का निर्माण : यह शोध संस्थान अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त भारत के राष्ट्रीय जीव गंगा डॉल्फिन के लिये एक मुख्य शोध केन्द्र बनेगा. यह पर्यावरण के दृष्टिकोण से भी उत्कृष्ट होगा. गंगा नदी के इस अनुसंधान केन्द्र से सटे होने से डाल्फिन के व्यवहार का अध्ययन किया जा सकेगा. राष्ट्रीय डॉल्फिन अनुसंधान केन्द्र का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है. जब इस केन्द्र का संचालन शुरू हो जायेगा तो यह केन्द्र गंगा डॉल्फिन के संरक्षण और अध्ययन में अपना महत्वपूर्ण योगदान देगा.

गंगा नदी में सबसे अधिक डॉल्फिन पायी जाती है. डॉल्फिन मां आरके सिन्हा की ओर से डॉल्फिन अनुसंधान केंद्र निर्माण करने की मांग लंबे समय से हो रही थी और उसके बाद ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसे बनाने का फैसला लिया था. 5 अक्टूबर 2009 को दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय गंगा नदी बेसिन प्राधिकरण की प्रथम बैठक के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के समक्ष गैंग डॉल्फिन को राष्ट्रीय जलीय जीव घोषित करने की मांग की थी.

तत्कालीन पर्यावरण एवं वन मंत्री जय राम रमेश के प्रयासों से 5 अक्टूबर 2009 को ही गंगा डॉल्फिन को राष्ट्रीय जलीय जीव घोषित किया गया. राष्ट्रीय डॉल्फिन अनुसंधान केंद्र का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है. अब इस केंद्र का संचालन शुरू हो जाएगा तो यह केंद्र गंगा डॉल्फिन के संरक्षण और अध्ययन में अपना महत्वपूर्ण योगदान देगा. निरीक्षण के दौरान वित्त, वाणिज्यकर एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, सहित अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे.

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पटना : बिहार में देश में अपने तरीके का पहला डॉल्फिन अनुसंधान केंद्र का निर्माण हो रहा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने निर्माणाधीन राष्ट्रीय डॉल्फिन अनुसंधान केन्द्र का निरीक्षण किया. मुख्यमंत्री ने निर्माण कार्य में हो रहे विलंब पर नाराजगी जताई और जल्द से जल्द डॉल्फिन अनुसंधान केंद्र का निर्माण पूरा करने का निर्देश दिया. निरीक्षण के दौरान भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि ने मुख्यमंत्री को निर्माण कार्य की अद्यतन प्रगति के संबंध में विस्तृत जानकारी दी.

पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग की सचिव बंदना प्रेयसी ने निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री को बताया कि जी प्लस टू संरचना में पुस्तकालय, सेमिनार और अकादमिक हॉल के साथ विभिन्न प्रयोगशालायें होंगी. मुख्यमंत्री ने नये राष्ट्रीय डॉल्फिन अनुसंधान केन्द्र के अंतर्गत निर्माण किए जा रहे विभिन्न भागों का निरीक्षण किया और कहा कि राष्ट्रीय डॉल्फिन अनुसंधान केन्द्र के निर्माण के पीछे की अवधारणा है कि एक ही छत के नीचे भारत के राष्ट्रीय जलीय पशु गंगा डॉल्फिन से संबंधित सभी प्रकार के अनुसंधान किये जा सकेंगे और उनका संरक्षण हो सकेगा.

निरीक्षण करते नीतीश कुमार
निरीक्षण करते नीतीश कुमार

राष्ट्रीय डॉल्फिन अनुसंधान केन्द्र का निर्माण : यह शोध संस्थान अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त भारत के राष्ट्रीय जीव गंगा डॉल्फिन के लिये एक मुख्य शोध केन्द्र बनेगा. यह पर्यावरण के दृष्टिकोण से भी उत्कृष्ट होगा. गंगा नदी के इस अनुसंधान केन्द्र से सटे होने से डाल्फिन के व्यवहार का अध्ययन किया जा सकेगा. राष्ट्रीय डॉल्फिन अनुसंधान केन्द्र का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है. जब इस केन्द्र का संचालन शुरू हो जायेगा तो यह केन्द्र गंगा डॉल्फिन के संरक्षण और अध्ययन में अपना महत्वपूर्ण योगदान देगा.

गंगा नदी में सबसे अधिक डॉल्फिन पायी जाती है. डॉल्फिन मां आरके सिन्हा की ओर से डॉल्फिन अनुसंधान केंद्र निर्माण करने की मांग लंबे समय से हो रही थी और उसके बाद ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसे बनाने का फैसला लिया था. 5 अक्टूबर 2009 को दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय गंगा नदी बेसिन प्राधिकरण की प्रथम बैठक के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के समक्ष गैंग डॉल्फिन को राष्ट्रीय जलीय जीव घोषित करने की मांग की थी.

तत्कालीन पर्यावरण एवं वन मंत्री जय राम रमेश के प्रयासों से 5 अक्टूबर 2009 को ही गंगा डॉल्फिन को राष्ट्रीय जलीय जीव घोषित किया गया. राष्ट्रीय डॉल्फिन अनुसंधान केंद्र का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है. अब इस केंद्र का संचालन शुरू हो जाएगा तो यह केंद्र गंगा डॉल्फिन के संरक्षण और अध्ययन में अपना महत्वपूर्ण योगदान देगा. निरीक्षण के दौरान वित्त, वाणिज्यकर एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, सहित अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे.

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